Sunday, December 22, 2024
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गढ़वाली शिक्षक संदर्शिका बिज्वाड़ के प्रथम अंक का हुआ विमोचन

“बच्चों मे अपनी मातृ भाषा के प्रति रुचि पैदा करने के उद्देश्य से डायट रतूडा द्वारा शिक्षक संदर्शिका विज्वाड पुस्तिका के प्रथम अंक का विमोचन छैत्रीय विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा किया गया। यह शिक्षक संदर्शिका राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों पर आधारित पूर्व प्राथमिक कक्षाओं (आंगनवाड़ी) की शिक्षिकाओं के लिए जनपद की क्षेत्रीय लोक भाषा गढ़वाली में लिखी गई है”।

रुद्रप्रयाग- पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को अब अपनी मातृभाषा सिखाने एँव मातृ भाषा में बच्चों की रुचि पैदा करने के उद्देश्य से डायट रतूड़ा द्वारा विकसित बिज्वाड़ पुस्तिका के प्रथम अंक का विमोचन कर दिया गया। गढ़वाली शिक्षक संदर्शिका बिज्वाड़ का उद्देश्य बच्चों में अपनी मातृभाषा को सीखने के प्रति रूचि पैदा करना है।
डाइट रतूड़ा सभागार में विमोचन कार्यक्रम के मौके पर मुख्य अतिथि रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। डायट रतूड़ा के प्रभारी प्राचार्य हरिबल्लभ डिमरी द्वारा मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक भरत सिंह चौधरी, अति विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह एवं विशिष्ट अतिथि मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र कुमार बिष्ट, नगर मंडल अध्यक्ष भाजपा पार्वती गोस्वामी व प्राचार्य डाइट रतूड़ा हरि बल्लभ डिमरी के हाथों हुआ।
बाल शिक्षक संदर्शिका आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों पर आधारित पूर्व प्राथमिक कक्षाओं (आंगनवाड़ी) की शिक्षिकाओं के लिए अपनी क्षेत्रीय लोक भाषा गढ़वाली में लिखी गई है।पचस्तिका में गीत, भावगीत, खेल गीत, कविता, कहानी, चुटकुले, पहेलियों, छोटी-छोटी गतिविधियों के साथ-साथ बच्चों में साफ सफाई व अन्य अच्छी आदतों, सदाचार ,नैतिक मूल्यों की शिक्षा, गुड टच-बैड टच, स्थानीय खेल कूद, स्थानीय फल, तीज त्यौहार, खान -पान,भांडा- कुंडा, गौंणा -पाता, नाज-खाज, जंगली जानवर, पालतू पशु व उनके आवास, विभिन्न जानवरों की आवाज आदि को बच्चों की अपनी मातृभाषा गढ़वाली के माध्यम से उनको अपने समाज, संस्कृति व परम्पराओं से जोड़ने का प्रयास किया गया है। पुस्तक को आकर्षक व रंगीन बनाया गया है। यह पुस्तक बिज्वाड़ अपने नाम को चरितार्थ करती है। रुद्रप्रयाग की गढ़वाली लोक सभ्यता और संस्कृति की बिज्वाड़ देश के भावी कर्णधारों को पल्लवित, पुष्पित कर एक सर्वश्रेष्ठ (बटवृक्ष) नागरिक बनाने का कार्य करेगी।
इस मौके पर मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों ने बिज्वाड़ पुस्तिका को बच्चों की फाऊंडेशनल एजुकेशन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व‌ उपयोगी बताया। इस मौके पर आनंद जगवाण प्रवक्ता डायट, कुलदीप बडोनी प्रशासनिक अधिकारी डायट रतूड़ा रुद्रप्रयाग, ममता देवी प्रवक्ता, रुचिना पुरी प्रवक्ता, इंदुकांता भंडारी प्रवक्ता, सूरज नेगी प्रवक्ता, डॉ0 गुरु प्रसाद सती, प्रदीप रंजन चमोली, दीपक बुटोला, ओम प्रकाश सेमवाल, कृष्णानंद नौटियाल, नरेंद्र रौथाण, शिक्षक विनोद भट्ट, विमला राणा, कुसुम भट्ट, जसवीर सिंह, भूपेंद्र सिंह, उर्मिला शाह, बीरपाल फरस्वाण,अजय कुमार, श्रीचंद भिलंगवाल, कई आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री एवं समस्त कार्यालय कर्मचारी डायट एवं डी.एल.एड प्रशिक्षु मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन बिज्वाड़ पुस्तिका की संपादक व कार्यक्रम समन्वयक भुवनेश्वरी चंदानी प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रुद्रप्रयाग द्वारा किया गया।

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