नई दिल्ली: मंकीपॉक्स बीमारी से निपटने के लिए दिल्ली में पूरी तैयारी कर ली गई है. राष्ट्रीय राजधानी में मंकीपॉक्स का चौथा मामला मिला है. 31 वर्षीय नाइजीरियाई महिला का टेस्ट पॉजिटिव रहा है. इत्तेफाक से दिल्ली में अब तक रिपोर्ट किए गए मंकीपॉक्स संक्रमण के सभी केस दिल्ली में रहने वाले नाइजीरियाई लोगों के हैं. हालांकि इन संक्रमित लोगों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है. इन चार मरीजों में से एक को छुट्टी दे दी गई है जबकि अन्य तीन का दिल्ली सरकार के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल इलाज जारी है., लेकिन दिल्ली इस बीमारी से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि वयस्क आबादी के बीच मंकीपॉक्स वायरस की मृत्यु दर कम है. कोविड -19 महामारी के दौरान देखी की जाने वाली आदतें, जैसे हाथ की स्वच्छता और ट्रिपल-लेटर मास्क बनी हुई है. दिल्ली में मंकीपॉक्स से संक्रमित कितने मरीजों को अब तक अस्पताल में भर्ती किया गया है?
फिलहाल हमारे पास अब तक चार मरीज आए हैं. सबसे पहले एक संक्रमित व्यक्ति को जुलाई में भर्ती किया गया था और फिर तीन अन्य संदिग्ध मिले. हालांकि एक मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया. अभी हमारे पास एलएनजेपी अस्पताल में कुल तीन मामले हैं और एक मरीज को इसलिए छुट्टी दे दी गई क्योंकि वह मंकीपॉक्स वायरस से उबर गया था.
दिल्ली में मंकीपॉक्स के मामले बढ़े हैं क्या हमें और सतर्क रहने की जरूरत है?
फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन हमें और सतर्क रहने की आवश्यकता है. हमें यह देखना होगा कि क्या किसी रोगी को त्वचा की समस्या है, त्वचा के घाव हैं जो एक मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण की तरह दिखते हैं. उन्हें शुरुआती स्टेज में ही आइसोलेट किया जाना चाहिए और डॉक्टर से समय पर परामर्श लेना चाहिए ताकि पीसीआर परीक्षण किया जा सके.
दिल्ली में सभी संक्रमित अफ्रीकी देश नाईजीरिया से हैं. ऐसे में कोई चिंता की बात है?
हमारे पास कई मरीज हैं अफ्रीकी महाद्वीप से रेफर किए जाते हैं. हम उनके व्यवहार, संपर्कों, परिवार, कार्यस्थल और उनके घरेलू संपर्कों पर ध्यान केंद्रित करते हैं. ये तीनों मरीज अफ्रीकी देशों के हैं और ये लंबे समय से दिल्ली में रह रहे थे इसलिए हम उनके संपर्क, उनके मित्र मंडली को खोजने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या राजधानी दिल्ली मंकीपॉक्स बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है?
दिल्ली में मंकीपॉक्स बीमारी से लड़ने के लिए हम अच्छी तरह से तैयार हैं. हमारे पास सभी प्रोटोकॉल, एसओपी, भारत सरकार के दिशानिर्देश और डब्ल्यूएचओ दिशानिर्देश हैं जिनका हम पालन कर रहे हैं.
हम अपने स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों और कर्मचारियों की भी सुरक्षा कर रहे हैं. ताकि उनके बीच इस वायरस का संक्रमण नहीं फैले.
क्या दिल्ली में मंकीपॉक्स संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं?
फिलहाल, मैं कुछ नहीं कह सकता हूं क्योंकि हमें कुछ और समय के लिए निरीक्षण करना है. अभी सिर्फ चार मामले सामने आए हैं. इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या संक्रमण के मामलों में और उछाल आएगा. मंकीपॉक्स संक्रमण से कैसे बचें?
मंकीपॉक्स बीमारी ड्रॉपलेट संक्रमण से फैलती है इसलिए संक्रमित मरीज के निकट शारीरिक संपर्क से बचें. हाथ की स्वच्छता बहुत जरूरी है. मास्क पहनें और यदि आपके पास कोई संदिग्ध मरीज है, तो उसके साथ तौलिये, चादर, बिस्तर या अन्य सामग्री शेयर न करें.
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