वॉशिंगटन (एएफपी), आलोचना और विरोध का सामना करने के बाद इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप्लीकेशन व्हाट्सऐप ने अपनी नई डेटा-शेयरिंग पॉलिसी पर फिलहाल रोक लगा दी है। दरअसल नई पॉलिसी में फेसबुक और इंस्टाग्राम का इंटीग्रेशन ज्यादा था जिसकी वजह से यूजर्स का व्हाट्सऐप डेटा फेसबुक से भी शेयर किया जाता। व्हाट्सऐप पर फेसबुक का पूरा स्वामित्व है। व्हाट्सऐप की इस निजता नीति से परेशान होकर यूजर्स उसकी प्रतिद्वंद्वी ऐप्ल टेलीग्राम और सिग्नल पर शिफ्ट हो रहे थे।
अब व्हाट्सऐप ने नई नीति से सहमत होने के लिए दी गई 8 फरवरी 2021 की आखिरी तारीख को कैंसल कर दिया है। व्हाट्सऐप ने कहा है कि वह प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर यूजर्स के बीच फैली भ्रामक जानकारियों को दूर करेगा।
एक ब्लॉगपोस्ट में व्हाट्सऐप की ओर से लिखा गया है, ‘हमें बहुत से लोगों से सुनने को मिला है कि हमारे हालिया अपडेट को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इस अपडेट के जरिए हम फेसबुक के साथ पहले से ज्यादा डेटा शेयर नहीं करेंगे।’
इससे पहले भी एक ब्लॉग के जरिए व्हाट्सऐप ने सफाई दी थी कि न तो हम किसी के मेसेज या कॉल देख सकते हैं और न ही फेसबुक।
बता दें कि व्हॉट्सएप ने 4 जनवरी को ‘इन-एप’ अधिसूचना के जरिए नई निजता नीति को घोषित करते हुए अपने यूजर्स को सेवा की शर्तों और गोपनीयता की नीति के बारे में अपडेट देना शुरू किया। व्हॉट्सऐप ने इसमें बताया कि वह कैसे यूजर्स के डेटा को प्रोसेस है और उन्हें फेसबुक के साथ किस तरह से साझा करती है। अपडेट में यह भी कहा गया कि व्हॉट्सऐप की सेवाओं का उपयोग जारी रखने के लिए उपयोक्ताओं को आठ फरवरी, 2021 तक नई शर्तों व नीति से सहमत होना होगा।
कारोबार जगत के कई दिग्गजों सहित बड़ी संख्या में प्रयोगकर्ताओं ने इस कदम को लेकर चिंता जताई है। भारत में व्हॉट्सएप के प्रयोगकर्ताओं की संख्या 40 करोड़ से अधिक है। भारत वैश्विक स्तर पर व्हॉट्सएप के सबसे बड़े बाजारों में से है। व्हॉट्सएप की सेवा और निजता नीति में हालिया बदलाव को लेकर बहस छिड़ी है और कई प्रयोगकर्ता व्हॉट्सएप के प्रतिद्वंद्वी मंचों- टेलीग्राम और सिग्नल पर शिफ्ट होने लगे। एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप सिग्नल और टेलीग्राम को एप्पल और गूगल के ऐप स्टोर से डाउनलोड में भारी उछाल देखने को मिला। इसके उलट, फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हॉट्सएप के डाउनलोड में गिरावट देखी जा रही है |
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