‘पुलिस के दमनकारी रवैया के खिलाफ पुलिस शिकायत प्राधिकरण एवं मानव अधिकार की शरण में जायेंगे अधिवक्ता पंकज क्षेत्री’
देहरादून, एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स के शांतिपूर्ण आंदोलन को बाहरी तत्वों के द्वारा कुचलना चाहती है पुलिस, यह आरोप लगाया डीएवी महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता पंकज क्षेत्री ने, स्थानीय प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता के माध्यम से एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज में 14 मार्च को हुए घटनाक्रम की जानकारी पत्रकारों को दी | स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुये श्री क्षेत्री ने कहा कि कल शाम लगभग 5 बजे पटेल नगर स्थित डीडी मोटर मैं अपनी कार में कुछ तकनीकी खराबी दिखा रहा था, इसी दौरान तभी एक जानकार का फोन आया कि एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज में आंदोलनरत स्टूडेंट्स पर कुछ बाहरी तत्वों ने हमला कर दिया है और वे उनका आंदोलन खत्म कराना चाहते हैं। जबकि स्टूडेंट्स एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार के भीतर आने-जाने वाले वाहनों के लिए आवाजाही छोड़कर किनारे पर धरने पर बैठकर सत्याग्रह कर रहे थे। तभी बाहरी तत्वों ने वहां बैठी छात्राओं के साथ भी अभद्रता की गाली गलौज एवं मारपीट के साथ-साथ उन्हें आंदोलन खत्म करने की धमकी देते हुए उनके टेंट उखाड़ दिया। उनके साथ आई एक महिंद्रा थार गाड़ी जो कि पंजाब नंबर की थी, उसमें भी कुछ लोग मौजूद थे।
श्री क्षेत्री ने कहा कि जब मैं वहां पहुंचा तो छात्र छात्राओं ने उस महिंद्रा थार को घेरा हुआ था और उसमें चालक एक महिला जिसने भीड़ को देखकर मास्क पहने लिया और सफारी सूट में एक पुरुष बैठा था जिसको छात्र पहचान चुके थे कि दोनों बाहरी तत्व हमलावरों के साथ आए थे और वे भी उनके साथ मारपीट कर रहे थे। छात्रों की मांग थी कि पंजाब नंबर की थार में आई उस महिला एवं नाम पता उनको बताया जाए ताकि वह तहरीर में लिख सकें परंतु इतना सुनते ही एसपी सिटी श्रीमती सरिता डोभाल भड़क गई और आनन-फानन में दो पुलिस वालों को उस महिंद्रा थार में बैठा कर गाड़ी को रवाना करने लगी। जैसे ही छात्र छात्राओं ने गेट पर जाकर गाड़ी को रोकने का प्रयास किया और मैंने भी पुलिस से यह सवाल किया कि पंजाब नंबर की गाड़ी में आए ये बाहरी लोग कौन हैं, इनका नाम, पता लगाया जाए। इतने में ही एसपी सिटी सरिता डोभाल ने जोकि वीडियो में पीछे से सुनाई दे रहा है, मुझ पर अभद्र टिप्पणी करते हुए पुलिसकर्मियों को आदेश दिया जिस पर चार-पांच पुलिस वाले मुझे धक्का देते हुए बाहर गिराने लगे। इसी दौरान एक सब इंस्पेक्टर ने मेरा गला दबाने का प्रयास करते हुए मुझे अपशब्द (गाली) भी कहीं, जबकि मेरा सवाल सिर्फ इतना सा था कि जिस प्रकार पंजाब में माहौल खराब हो रहा है, पंजाब नंबर की गाड़ी में आए उपद्रवियों की शिनाख्त होनी चाहिए ताकि पता चल सके कि उपद्रवी कहीं कोई बड़ी साजिश करने तो नहीं आये थे। अधिवक्ता पंकज क्षेत्री ने कहा कि मेडिकल स्टूडेंट्स के शांतिपूर्ण सत्याग्रह पर हमला करने वाले बाहरी तत्वों पर कार्रवाई करने की बजाय पुलिस छात्रों का दमन करने पर उतारू है।
श्री पंकज क्षेत्री ने कहा कि ठीक इसी तरह उत्तराखंड बेरोजगार संघ के आंदोलन में भी पुलिस द्वारा बीते माह 8 फरवरी को इसी प्रकार बर्बरता दिखाई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद है। कल मेरे साथ भी ठीक उसी प्रकार पुलिस व्यवहार करना चाहती थी जैसा की 8 तारीख की रात को भाई बॉबी पंवार व बेरोजगार युवाओं के साथ किया था।
श्री क्षेत्री का कहना है कि आंदोलन के दम पर बने इस 22 वर्षीय प्रदेश में शांतिपूर्वक आंदोलन करना दुश्वार हो गया है। पुलिस युवाओं और छात्रों के आंदोलन को कुचलना चाहती है मैं भी डीएवी महाविद्यालय के छात्र संघ का अध्यक्ष रहा हूं इसीलिए युवाओं और बेरोजगारों के आंदोलन के दर्द को समझ सकता हूं इसीलिए उनका सहयोग एवं समर्थन करता हूं और जो कोई भी कानूनी सलाह लेना चाहता है उन्हें नि:शुल्क सलाह भी देता हूं ताकि वह शांतिपूर्वक अपने अधिकारों के लिए लड़ सके। परंतु मेरी इस पहल से मैं पुलिस की आंखों में खटकने लगा हूं। एक राष्ट्रीय पार्टी का प्रवक्ता एवं उच्च न्यायालय का अधिवक्ता होने के बावजूद जब मेरे साथ पुलिस का यह रवैया है तो आम जनता और युवा बेरोजगारों के साथ क्या होता होगा जरा सोचिए युवाओं, बेरोजगारों एवं अपने हक की लड़ाई के लिए मैं पुलिस के दमनकारी रवैया के खिलाफ पुलिस शिकायत प्राधिकरण एवं मानव अधिकार की शरण में जाऊंगा। पत्रकार वार्ता में उत्तराखण्ड़ बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाॕबी पंवार, सामाजिक कार्यकर्ता सुजाता पाॕल, हरिओम भट्ट आदि के साथ बेरोजगार छात्र भी मौजूद थे |
महाराज ने की सड़कों को गढ्डा मुक्त करने वाले “ऐप” की घोषणा, शिकायतकर्ता को काम होने पर मिलेगी चित्र सहित जानकारी
भराडीसैंण(चमोली), विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन प्रदेश के पर्यटन, सिंचाई, लोक निर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने लोक पर्व पूलदेई पर प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए सड़कों को गढ्डा मुक्त करने में सहयोग करने वाले एक “ऐप” की भी घोषणा की है।
उत्तराखण्ड विधानसभा के प्रथम सत्र 2023 के तीसरे दिन बुद्धवार को प्रदेश के पर्यटन, सिंचाई, लोक निर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेशवासियों को लोक पर्व फूलदेई की बधाई देते हुए एक ऐसे “ऐप” का तोहफा देने की घोषणा की है जिससे अब कोई भी व्यक्ति अपने आसपास सड़कों पर पाए जाने वाले गड्ढों की फोटो खींचकर पूरी जानकारी के साथ उस पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता को “ऐप” के माध्यम से दर्ज शिकायत पर हुई कार्यवाही के विषय में चित्र सहित जानकारी भी उपलब्ध हो सकेगी |
प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री महाराज ने प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में सहयोग करने वाले ऐप की घोषणा करते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सुगम सुरक्षित यात्रा हेतु मार्गों को गड्ढा मुक्त बनाए जाने और आमजन से परस्पर संवाद बनाये रखने हेतु एक मोबाइल “ऐप” विकसित किया जा रहा है। ऐप के माध्यम से आम जनता मार्गो में गड्ढों की सूचना चित्र सहित विभाग को भेज सकती है। उन्होंने बताया कि गड्ढे वाले स्थान की लोकेशन की सूचना अक्षांश, देशांतर भी ऐप द्वारा स्वतः ही प्रदर्शित होगा।
महाराज ने कहा कि इस “ऐप” से प्राप्त सूचना के आधार पर लोक निर्माण विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए किए गए कार्य का विवरण चित्र सहित संबंधित शिकायतकर्ता एवं उच्च अधिकारी को प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि इस ऐप के माध्यम से और प्रदेश की जनता के सहयोग द्वारा निःसंदेह सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में बडी मदद मिलेगी।
अतिक्रमण की जद में आ रहे प्रभावित परिवारों ने भीम आर्मी के बैनर तले खोला मोर्चा
(महिंदर तोमर)
देहरादून(विकासनगर), यूजेवीएनएल भूमि पर हुए अतिक्रमण को खाली कराने के मामले में जहां एक ओर विभाग बैकफुट पर नजर आ रहा है। वहीं दूसरी ओर अब अतिक्रमण की जद में आ रहे प्रभावित परिवारों और ग्रामीणों ने भीम आर्मी के बैनर तले विभाग और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। धरना दे रहे लोगों की अगुवाई कर रहे भीम आर्मी का कहना है कि विभाग और सरकार मिलकर जिन लोगों को बेघर करने की साज़िश रच रही है, वह लोग पुश्तों से यहां रहते आ रहे हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि जलविद्युत परियोजना के दौरान स्थानीय ग्रामीणों की जमीनों का अधिग्रहण किया गया और उन्हें सरकारी नौकरी देने का वायदा किया गया, लेकिन न नौकरी मिली और न ही जमीनों का मुआवजा। अब ऐसे में उन्हीं लोगों को बेघर करने की कोशिश की जा रही जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
मौसमी इन्फ्लुएंजा की रोकथाम की तैयारियों को लेकर अपर सचिव स्वास्थ्य ने की अहम बैठक
देहरादून, प्रदेश में मौसमी इन्फ्लुएंजा के नियंत्रण एवं रोकथाम की तैयारियों की जनपद स्तरीय समीक्षा अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर द्वारा वर्चुअल बैठक के माध्यम से ली गई। बैठक में इन्फ्लूएंजा के संक्रमण को फैलने से रोकने की तैयारियों पर चर्चा की गई।
अपर सचिव द्वारा इन्फ्लूएंजा वायरस के मद्देनजर सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। जिसपर मुख्य चिकित्साधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि मौसमी इन्फ्लुएंजा जैसे एच3एन2 इन्फ्लुएंजा, एच1एन1 इन्फ्लुएंजा, इन्फ्लुएंजा बी, आदि के बचाव हेतु स्वास्थ्य इकाइयों में समय रहते दवा, आईसोलेसन सुविधा, बैड, ऑक्सीजन, मास्क और अन्य जरूरतों के इंतजाम कर लिए गये हैं।
अपर सचिव ने बताया की राज्य स्तर से जनपदों द्वारा मौसमी इन्फ्लुएंजा के संबंध में किए जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि मौसमी इन्फ्लुएंजा के अधिकांश रोगियों में बुखार व खांसी के सामान्य लक्षण होते हैं, जो कि स्वत: ही ठीक हो जाते हैं। वर्चुअल बैठक के दौरान अन्य रोगों जैसे, मधुमेह, हृदय रोग, क्रोनिक रीनल और लीवर डिजीज आदि से ग्रसित लोग एवं अति संवेदनशील वर्ग जैसे वृद्ध लोग, गर्भवती महिलाएं, मोटापे से ग्रस्त एवं बच्चों आदि में विशेष सावधानियां बरतने पर भी बल दिया गया।
मौसमी इन्फ्लूएंजा (एच3एन2) के बारे मे जनमानस में व्याप्त भ्रान्तियों को दूर करने के लिए जागरूकता एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मौसमी इन्फ्लुएंजा (एच3एन2) से बचाव संबंधित जागरूकता के लिए आम जनमानस में क्या-करें, क्या ना करें पर आधारित सन्देशों को प्रसारित किया जाए।
बैठक के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में सामुदायिक जागरूकता जैसे- हाथ धोना, खांसी या छींक आने पर अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकना, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचना, भीड़भाड़ वाले वातावरण में मास्क का उपयोग करना आदि को आम जनमानस के बीच बढावा दिए जाने पर बल दिया गया।
साथ ही बैठक के दौरान सभी 13 जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों से अपेक्षा की गई कि इन्फ्लुएन्जा रोकथाम एवं बचाव हेतु जुड़ी जानकारियों को समय-समय पर अपने स्तर से मीडिया के माध्यम से जनमानस तक पुहंचाए जिससे सही सूचना सही समय पर समुदाय तक पहुंचे ताकि किसी भी प्रकार की भ्रांती न फैले।
वर्चुअल बैठक के दौरान एन.एच.एम. निदेशक डॉ सरोज नैथानी, राज्य नोडल अधिकारी आई.डी.एस.पी. डॉ. पकंज कुमार सिंह, जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारी, आई.डी.एस.पी. यूनिट के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रदेश के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है बजट : रेखा आर्या
गैरसैण(चमोली), ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में आज राज्य का बजट पेश किया गया। गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा भवन में वित्त मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कुल 77,407 करोड़ रुपये का बजट विधानसभा के पटल पर रखा।कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट में सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखा गया है।खासकर कि किसान, महिलाओ, युवाओ के लिए यह बजट लाभदायक सिद्ध होगा।कहीं ना कहीं आज के बजट में राज्य के सभी क्षेत्रों के लिए सरकार ने प्रावधान किया हुआ है। कहा कि यह बजट सशक्त उत्तराखण्ड का विकासोन्मुखी बजट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में आज प्रदेश के सर्वांगीण विकास एवं जनआकांक्षाओं को साकार करने के उद्देश्य से वर्ष 2023-24 के लिए सर्वस्पर्शी बजट पेश किया गया है। कैबिनेट मंत्री ने बजट पेश होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व धन्यवाद वक्त करने के साथ ही सभी प्रदेशवासियों को भी बधाई दी है साथ ही कहा कि यह बजट उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
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