हरिद्वार 1 अगस्त (कुलभूषण) प्रेमनगर आश्रम मे आयोजित कोविड .19 वैक्सीनेशन कैम्प में 212 पात्र लाभार्थियों को प्रीकोशन डोज बूस्टर डोज लगाई गयी।
प्रेम नगर आश्रम में वैक्सीनेशन कैम्प में 212 लाभार्थियों ने कोविड.19 वैक्सीन की प्रीकोशन ;बूस्टर डोजद्ध लगवाकर अपने आप को कोविड.19 महामारी से सुरक्षित किया। रेडक्रास के सचिव डा0 नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि ऋषिकुल जम्बो साइट वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगाने का अभियान लगातार जारी है इसके अतिरिक्त आश्रम धर्मशाला स्कूल.कालेज में ज्यादा अगर लाभार्थी हैं तो आवश्यकतानुसार वहीं पर वैक्सीनेशन कैम्प लगाकर पंजीकरण उपरान्त कोविड.19 वैक्सीन की सभी पात्र डोज लगा दी जाती हैए कुछ लाभार्थी तो ऐसे भी मिलते हैं जो चलने फिरने में असमर्थ हैं तो उनको उनके निवास स्थान पर ही कोविड.19 वैक्सीन लगवाने की सुविधा दी जाती है जिससे सभी लाभार्थियों में विशेष उत्सुक्ता और उत्साह हैए ऐसे लाभार्थी प्रेम नगर आश्रम की संत कुटिया में भी थे तो उन सभी को उनकी कुटिया में ही पात्र कोविड.19 वैक्सीन की डोज लगवा दी गयी जिससे उन सभी ने रेड क्रास टीम का विशेष दुआएं देते हुए आभार व्यक्त किया। डा0 नरेश चौधरी ने कहा कि जब से 18 से 60 आयु वर्ग के लाभार्थियों को भी वैक्सीन की प्रीकोशन डोज निःशुल्क की गयी है तब से वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थियों की संख्या भी बढ़ी है तथा वैक्सीन लगवाने के उपरान्त सभी लाभार्थियों द्वारा इण्डियन रेडक्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी एवं उनकी सम्पूर्ण टीम द्वारा की गयी उत्कृष्ठ व्यवस्थाओं के लिये सराहना भी की जा रही है। वैक्सीनेशन कैम्प में विकास देशवालएडा0 चारूल सैनीए पूनमए विशाखा चौधरीए असमा परवीनए वसुन्धरा सिंहए वर्षाए मीनाक्षी नेगी ने सक्रिय सहभागिता की। प्रेम नगर आश्रम के व्यवस्थापक रमणीक पवन शंकरलाल शर्मा ने डा0 नरेश चौधरी एवं रेडक्रास की सम्पूर्ण टीम का विशेष आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
गुरूकुल आयुर्वेद कालेज में चरक जयंती पर किया जायेगा विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन
हरिद्वार 1 अगस्त (कुलभूषण) श्रावण पक्ष की शुक्ल पंचमी नाग पंचमी के दिन 2 अगस्त को उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर हरिद्वार में चरक जयंती कार्यक्रम मनाया जाएगा। महर्षि चरक द्वारा लिखित ग्रंथ चरक संहिता काय चिकित्सा का एक अग्रणी ग्रंथ है।आचार्य चरक द्वारा लिखित ग्रंथ रोगों की चिकित्सा के साथ ही संपूर्ण जीवन दर्शन पर आधारित है इसमें वर्णित सूत्र रोगी व्यक्ति के रोग को ठीक करने के साथ ही स्वस्थ व्यक्ति अपने जीवन को स्वस्थ कैसे कर सकता है इसका भी विस्तार से वर्णन मिलता है। आज की इस तनावपूर्ण जीवनशैली में हम किस प्रकार अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकते है इसका उल्लेख है व्यक्ति न केवल शारीरिक अपितु मानसिकए सामाजिक एवं आध्यात्मिक रूप से कैसे स्वस्थ होना चाहिए इसका भी समावेश इनके लिखित सूत्रों में प्राप्त होता हैं। संस्था के मौलिक सिद्धांत विभाग के डॉ विपिन अरोड़ा असिस्टेंट प्रोफेसर ने बताया की इस उपलक्ष्य में चरक क्विज प्रतियोगिताए श्लोक अंतराक्षरी प्रतियोगिताए हृदय रोगों की चिकित्सा विषय पर अतिथि व्याख्यान आदि कार्यक्रम परिसर निदेशक डॉक्टर प्रोफेसर पंकज शर्मा की अध्यक्षता में किए जाएंगे।
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