“क्या होगा भविष्य युवाओं का, क्या फिर से अधिकारों की मचेगी लूट । क्या आंदोलन की राह पर चलकर एक फिर उत्तरखण्ड़ में मचेगा बवाल”
देहरादून, उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पूर्व घोषणा के तहत पूर्व की लम्बित मांगों के निस्तारण को लेकर सरकार को जगाने के लिये भीषण गर्मी में धरना देकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, धरने का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल ने किया जबकि अध्यक्षता वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पुष्पलता सिलमाणा ने किया।
दीनदयाल पार्क तहसील चौक में आयोजित धरने के दौरान भीषण गर्मी व बढ़ते पारे के होते हुये भी राज्य आंदोलनकारियों का जोश कम नहीं हुआ औऱ खूब नारे बाजी करते हुये वरिष्ठ लोगों ने मांगे पूरी ना होने पर आक्रोश व्यक्त करते हुये अपनी बात रखी।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व सम्मान परिषद के पूर्व अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा क़ि मुख्यमन्त्री ने दिल्ली प्रवासियों के चिन्हीकरण करने व मुजफ्फरनगर शहीद स्मारक के साथ ही विधानसभा में एवं राज्य स्थापना दिवस पर भी घोषणा करने के बावजूद आज तक ना तों 10% क्षैतिज आरक्षण दिया औऱ ना ही 31-दिसम्बर 2021 के शासनादेश पर प्रशासन द्वारा चिन्हीकरण का कार्य किया गया एवं ना ही एक समान पेंशन की मांग पूर्ण नहीं की।
प्रदेश अध्यक्ष जग मोहन सिंह नेगी व महेन्द्र रावत के साथ गम्भीर मेवाड़ ने कहा क़ि उत्तराखण्ड राज्य मंच माननीय मुख्यमन्त्री से अपील करता है कि वह शीघ्र राज्य आंदोलनकारियों की मांगों के साथ साथ सशक्त भू कानून व मूलनिवास लागू करें औऱ शहीदों का सपना पूर्ण करने की दिशा में आगे बढ़ने का कार्य करें। हर्ष प्रकाश काला व देवी गोदियाल के साथ मोनू नौटियाल ने कहा कि मुख्यमन्त्री एक आदेश देकर पुराने मामलों का निस्तारण कर उन सभी शहीदों व राज्य आंदोलन की मातृशक्ति व युवाओं को न्याय देने का कार्य करें वह हमें मुख्यमन्त्री आवास घिराव करने को मजबूर ना करें।
सुलोचना भट्ट व जबर सिंह पावेल ने मांग क़ि हैं क़ि राज्य आंदोलनकारियों की सम्मान पेंशन को ट्रेजरी के बजाय पूर्व की भांति ही जिलाधिकारी कार्यालयों से ही पेंशन का निस्तारण या भुगतान जिलाधिकारी कार्यालयों से किया जाय।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा क़ि आगामी 23-जून को शहीद स्मारक में उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच मुजफ्फरनगर काण्ड की निःशुल्क पैरवी करने वाले मुजफ्फनगर बार के दोनों अधिवक्ताओं का सम्मान करेगा |
धरने के अन्त में मंच के सलाहकार केशव उनियाल के द्वारा ज्ञापन पढ़कर सुनाया उनके साथ पुष्पलता सिलमाणा व सुलोचना भट्ट तहसीलदार अवस्थी के माध्यम माननीय मुख्यमन्त्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
धरने में विशेषकर केशव उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , धीरेन्द्र प्रताप , महेन्द्र रावत , प्रदीप कुकरेती , हर्ष प्रकाश काला , रुकम पोखरियाल , युद्धवीर सिंह चौहान , देवी गोदियाल , देवेन्द्र नौडीयाल मोनू , गम्भीर मेवाड़ , जबर सिंह पावेल , पूरण सिंह लिंगवाल , विशम्भर दत्त बौठीयाल , मेहर सिंह चौहान , अधिवक्ता शम्भू प्रसाद ममगांई , सूर्या बमराडा , सुनीता ठाकुर , रवीन्द्र दत्त सिल्वाल , वीर सिंह रावत , संगीता रावत , विनोद असवाल , वीर सिंह पयाल , लोक बहादुर थापा , मेहर सिंह चौहान , सुरेश नेगी , दलीप सिंह बिष्ट , बलबीर सिंह नेगी , क्रांति कुकरेती , पुष्पलता सिलमाणा , सुलोचना भट्ट , तारा पाण्डे , राधा तिवारी , माया खत्री , गणेश डंगवाल , प्रभात डण्डरियाल , प्रेम सिंह नेगी , पुष्पा नेगी , सरोज कण्डवाल , पुष्पा खत्री , एकादशी देवी , गुलाब सिंह , संजय कश्यप , आशीष चौहान , आदि शामिल थे।
Recent Comments