देहरादून, उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स, साइबर क्राइम पुलिस सेल और दूरसंचार विभाग ने संयुक्त रूप से दून में फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर में छापेमारी की। टीम ने दून में बैठकर अमेरिका के लोगों से पुलिस और इंफोरसमेंट अधिकारी बनकर धोखाधड़ी और धमकी देकर रुपये वसूलने के आरोप में दिल्ली और देहरादून के पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। टीम ने कॉल सेंटर परिसर से नगदी, लग्जरी, कार, कंप्यूटर आदि सामान जब्त किया है।
जांच में गिरोह के दिल्ली और नोएडा में बैठे मास्टरमाइंड और आरोपियों के खातों में करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन की बात सामने आई है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि 14 जनवरी को सूचना मिली कि वसंत विहार क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर संचालित हो रहा है। ठग कॉल सेंटर के माध्यम से अमेरिका में रहने वाले दिव्यांग, सेना से रिटायर्ड अधिकारी आदि को फोन कर ठगी और वसूली कर रहे हैं। सूचना पर एएसपी स्वतंत्र कुमार, सीओ अंकुश मिश्रा, दूर संचार विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कॉल सेंटर में छापेमारी की। पाया कि कॉल सेंटर की तरह युवक कंप्यूटर में बैठकर कॉल कर रहे हैं। एसटीएफ की कार्रवाई से हड़कंप मच गया।
मौके से पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में नाम दानिश अत्री पुत्र चन्दू अत्री निवासी विष्णु गार्डन नई दिल्ली, संदीप गुप्ता पुत्र रामनैन गुप्ता निवासी मंगोलपुरी नई दिल्ली, अर्चित विलफ्रिड पुत्र सुरक्षित रोनेन निवासी शनि मन्दिर कैनाल रोड देहरादून, नारायण अधिकारी पुत्र जग पाराशर अधिकारी निवासी सेक्टर सात रोहिणी नई दिल्ली, आयुष्मान मल्होत्रा पुत्र अजय मल्होत्रा निवासी शहादरा नई दिल्ली बताए। टीम ने मौके से 21 कम्पयूटर मय सीपीयू, आठ मोबाईल फोन, एक आई पैड, चार लाख चैतीस हजार नकद, लग्जरी कार, तीन घड़ी को कब्जे में लिया है।
आरोपी विदेशों में रहने वाले विशेषकर सीनियर सिटिजन, दिव्यांग व सेना से रिटायर अधिकारियों-कर्मचारियों का सोशल सिकयोरिटी नंबर (जैसा कि भारत में आधार कार्ड नंबर है) हैकरों के द्वारा प्राप्त कर कॉल करते थे।आरोपी लोगों को एसएसएन नंबर से जुड़े पते और खाते में अवैध कार्य, तस्करी, अनाधिकृत लेनदेन, जुए आदि के कार्य होने और लेनेदेन का झांसा देकर वसूली करते थे। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।बताया कि दिल्ली और नोएडा में आरोपियों के तार जुड़े हैं। जल्द ही मास्टरमाइंडों को भी गिरफ्तारी होगी
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