Sunday, November 24, 2024
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उत्तराखंड़ बोर्ड परीक्षाएं अब 28 मार्च से प्रारंभ होंगी, 18 अप्रैल तक चलेगी

देहरादून, उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाएं कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इसके लिए पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। कल ही उत्तराखंड बोर्ड रामनगर ने अपने 10वीं व 12वीं के परीक्षा कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया। जिसके बाद अब हाईस्कूल और इंटरमीडियट परीक्षा 28 मार्च से प्रारंभ होगी और 18 अप्रैल तक चलेगी।
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से बोर्ड परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम जारी किया गया। अब 19 अप्रैल को परीक्षा खत्म होगी। इससे पहले 11 फरवरी को जारी कार्यक्रम में यह 18 अप्रैल को खत्म हो रही थी।

उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं की परीक्षा के लिए 1,29,785 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें रेगुलर छात्रों की संख्या 1,27,414 और प्राइवेट की 2371 है |

12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 1,13,170 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करा है. इसमें 1,10,204 छात्र रेगुलर और 2966 प्राइवेट हैं, उत्तराखंड बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए 1333 परीक्षा केंद्र बनाए हैं | इसमें 191 संवेदनशील और 18 अतिसंवेदनशील घोषित किए गए हैं |

 

स्मार्ट सिटी के नाम पर किया जा रहा उत्पीड़न, व्यापरियों में भारी रोष व्याप्त

देहरादून, दून उद्योग व्यापार मण्डल के प्रतिनिधि मण्डल ने पलटन बाजार के सभी व्यापारियों के साथ जंगम शिवालय, पलटन बाजार में बैठक की ।
बैठक में स्मार्ट सिटी के कार्यौं को सही प्रकार से करवाने हेतु, आपसी विचार विमर्श किया गया, बैठक में यह बात भी सामने आयी कि स्मार्ट सिटी के अधिकारियों द्वारा कार्यो में अनिमियत्तायें बरती जा रही हैं, हल्की क्वालिटी का माल लगाया जा रहा है, क़्वालिटी कंस्ट्रक्शन नहीं हो रहा है और व्यापारियों की दुकानों के आगे बिजली विभाग द्वारा बिना व्यापारियों की सहमति के 5 फुट X 6 फुट के बड़े बड़े बस-वार लगा कर व्यापारियों की दुकानें छुपाई जा रही है और कम्पनियों द्वारा सरकारी पैसे को हल्की क्वालिटी का माल लगा कर हड़पा जा रहा है, उस पर व्यापारियों द्वारा भारी रोष व्यक्त किया गया | बैठक में प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा प्रस्ताव पास किया गया।

ड्रेनेज : फुटपाथ और सड़क 1 फुट नीचे किये जायें ताकि ड्रेनेज सिस्टम में किसी भी अपरिहार्य स्तिथि उतपन्न होने पर बारिश और नाली का पानी किसी स्तिथि दुकानों में ना घुसे और व्यापारियों का माल खराब ना हो और नालियों का निर्माण दुरुस्त तरीके से किया जाए के बारिश का पानी सड़क पर नहर की तरह बहने के स्थान पर सीधा नालियों में जाये ।

सीवर : बीच वाली डक्ट में सीवर बह रहा है ऐसी जानकारी स्थानीय व्यापारियों द्वारा मिली है, अतः उसे तुरंत साफ किया जाना और सीवर की सही प्रकार से मैनेजमेंट की जानी अति आवश्यक है इसे तत्काल प्रभाव से किया जाए ।
जल पूर्ति : मौके पर उपस्थित स्थानीय पूर्व पार्षद श्री संतोख नागपाल जी ने कहा कि
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत जो पानी के पाइप डाले गए हैं वह अभी तक चालू नहीं किये गए हैं जिससे इस क्षेत्र में पीने योग्य पानी का जल संकट हो रहा है । आगे गर्मियां आ रहीं है तो जल आपूर्ति को तत्काल प्रभाव से चालु किए जाएं, टाइल्स और फुटपाथ 1 फुट नीचे किए जाएं और टाइल्स की जो घटिया क्वालिटी स्मार्ट सिटी द्वारा लगा कर जनता और व्यापारियों के साथ छल किया गया है उसे तत्काल प्रभाव से बदल कर उच्च कोटि की सुन्दर टाइल्स लगाई जाएं या वही पुरानी सड़क बना दी जाए। श्री अजय डोरा जी ने कहा कि यह बस-वार तुरंत हटने चाहिए।

इनसे एक ओर जहां पलटन बाजार में आने वाले ग्राहकों और उनके बच्चों की जान को खतरा है वहीं दूसरी ओर यह दुकानदारों की दुकानें छुपाने औऱ पलटन बाजार के व्यापारियों का व्यापार चौपट करने के उद्देश्य से लगाये गए लगते हैं, नाकि बाजार को स्मार्ट बनाने के उद्देश्य से। इससे अच्छा तो पुराने खम्बे थे जिनसे व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ता था, ना ही जनमानस की जान को खतरा उतपन्न होता था। बिजली विभाग द्वारा व्यापारियों को साथ लेकर कार्य नहीं किया जा रहा है और अपने मनमाने तरीके से व्यापारियों और जनमानस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से और सरकारी पैसे को नाश करने के उद्देश्य से किया जा रहा प्रतीत होता है । यह बस-वार तत्काल हटने चाहिए और कोई भी निर्णय करने से पहले व्यापारियों को बुला कर आपसी तालमेल बैठा कर ही कार्य करना चाहिए और व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं करना चाहिए ।
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत बाजारों में जो कुर्सियां लगाने का प्रावधान है वह जिसकी दुकान के आगे सड़क पर लगेगी उसी को ऐतराज होगा। अत: यह निवेदन है कि बाजार में ऐसी कुर्सियां लगाने का कोई प्रावधान नही होना चाहिए, यदि ऐसा प्रावधान है वह है तो उसे हटा दिया जाए क्योंकि यही कुर्सियां कल अतिक्रमण को उत्पन्न करने का साधन बनेंगी ।

बाजारों में जो लोगों के ही दुकानों के छज्जे तोड़े गए हैं उस पर यह तय हुआ था कि सरकार द्वारा यहां पर साइन बोर्ड बनाए जाएंगे ताकि पूरे बाजार में एकरूपता आए और बाजार सुंदर लगे । 2 वर्ष बीत चुके हैं वायदा किये हुए और बरसात का मौसम फिर आने वाला है और लोगों की दुकानों में बारिश की बौछार का पानी जाता है । अतः यह साइन बोर्ड तत्काल प्रभाव से बनवाये जाए ।
समयबद्ध कार्य हो और पहले घण्टाघर से कोतवाली तक का काम पहले खत्म किया जाए और इस क्षेत्र को पहले रोल मॉडल की तरह व्यापारियों को दिखाया जाए, तदुपरांत ही कोतवाली से नीचे किसी भी स्मार्ट सिटी के कार्य को आरंभ किया जाए तब तक कोतवाली के नीचे कोई कार्य न किया जाए जब तक पलटन बाजार का रोल मॉडल दिखा कर व्यापारियों को संतुष्ट नहीं किया जाता है । अभी तक स्मार्ट सिटी के नाम पर घंटाघर से कोतवाली तक के क्षेत्र का जो रोल मॉडल दिखाया गया है उसे देखकर व्यापारियों में बहुत रोष व्याप्त है व्यापारियों में भय है और व्यापारियों का यह कहना है कि इससे बेहतर तो हमारा पुराना पलटन बाजार ही था जिसे स्मार्ट सिटी के नाम पर तबाह कर दिया गया है । ना तो दुकानदारों को और ना ही बाजार में आने वाले ग्राहकों व आम जनमानस को इस स्मार्ट सिटी का कोई लाभ हो रहा है अपितु बाजार में आने वाले ग्राहक और टूरिस्ट सभी हैरान परेशान है कि पलटन बाजार का क्या हाल कर दिया गया और पूरा बाजार तहस-नहस कर दिया गया है ।
कोतवाली से नीचे के क्षेत्र में सड़क को एक फुट खोद कर बनाकर फिलहाल सड़क का काम कंप्लीट करा जाए ताकि बाजार के लोगों को धूल मिट्टी से राहत मिल सके । आए दिन बाजार में लोग धूल मिट्टी खा रहे हैं सड़कों पर गिरकर चोटिल हो रहे हैं और यह जो अंडर ग्राउंड डक्ट के नाम पर सड़क के बीचो बीच तंदूर नुमा ढक्कन मैनहाल लगा दिया गए हैं इनकी ऊंचाई से कई लोगों की टांग में फ्रैक्चर हो चुकी हैं और दूसरी ओर सरकार यह तंदूर नुमा चैम्बर के आसपास की जगह को खोल कर देख ले कि किस घटिया क्वालिटी के मेटेरियल का उपयोग इस डक्ट के आसपास तंदूर नुमा चैम्बर बनाने में किया गया है ।

दून उद्योग व्यापार मण्डल के संरक्षक अनिल गोयल ने कहा कि स्मार्ट सिटी के अधिकारी कृपया स्मार्ट सिटी का कार्य संबंधित बाजार के व्यापारी प्रतिनिधियौं से तालमेल बनाकर करें ताके सही प्रकार से बिना व्यवधान के कार्य सही व व्यवस्थित हो।

दून उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में पल्टन बाजार हो या अन्य बाजार स्मार्ट सिटि के द्वारा हो रहै कार्यौं से व्यापारी वर्ग व बाजारों में आ रहे खरीददारों को भी समस्याओं से सामना करना पड़ रहा है जोकि अनुचित है।

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