देहरादून, मार्च आते आते जहां बजट को खपाने की कवायद हषशुरू हो जाती है, वहीं नगर निगम के वार्डों में बजट के न होने से विकास कार्यों पर करीब तीन माह से ब्रेक लग गया है। बजट के अभाव में करीब 34 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित नालियों, पुश्तों, सड़कों आदि का काम धरातल पर शुरू नहीं हो पाया। जिसे लेकर जनता और पार्षर्दों में नाराजगी बढ़ रही है।
अब जबकि राज्य में निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। राजनैतिक दलों की ओर से बैठकें आयोजित कर रणनीति बनाई जा रही है। नगर निगम के वार्डों में 34 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित विकास कार्यों का काम शुरू होना था। जिसकी कवायद दिसंबर माह से चल रही है। सूत्रों के मुताबिक बजट के अभाव में निगम टेंडर जारी नहीं कर पा रहा। निगम पर करीब 70 करोड़ की देनदारी है। शासन की ओर से विकास कार्यों के लिए आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही। ऐसे में निगम ने फिलहाल विकास कार्यों पर बजट खर्च से हाथ खींच लिए हैं। नगर आयुक्त ने लोक निर्माण अनुभाग से अब तक हुए विकास कार्यों का पूरा ब्यौरा तलब किया है। ताकि पहले ठेकेदारों को पूर्व में हुए कार्यों का भुगतान हो सके और आगे योजनाबद्ध तरीके से कार्य हो सकें, नगर निगम के वार्डों में नई स्वच्छता समितियों में शामिल 900 से ज्यादा कर्मचारियों को वेतन का भुगतान पार्षदों के माध्यम से होता है। लेकिन जनवरी माह का वेतन मंगलवार सुबह तक भी जारी नहीं हो पाया था। इस बात को लेकर पार्षदों ने निगम आकर कड़ी नाराजगी जताई,धरना प्रदर्शन की भी चेतावनी दी। जिसके बाद वित्त अनुभाग ने वेतन जारी करने की प्रक्रिया शुरू की, इधर
आईटीबीपी निरंजनपुर में मिनी झील के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास अक्तूबर 2021 में हो चुका है। पहले चरण का काम करीब 12 करोड़ रुपये के बजट से होना है। शासन को डीपीआर भेजी गई है, लेकिन बजट के अभाव में धरातल पर काम शुरू नहीं हो पा रहा। इसके साथ ही यमुना कालोनी में एक करोड़ 71 लाख रुपये की लागत से पार्क का सौंदर्यीकरण होना है। इस साल दो जनवरी को इस योजना का शिलान्यास हुआ था। लेकिन बजट के अभाव में फिलहाल ये योजना भी कागजों पर ही दौड़ रही है, मेहूंवाला वार्ड में मछली तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य होना है। यहां 1 करोड़ 74 लाख के बजट से काम होने हैं। निगम के अधिकारियों का कहना है कि बजट प्राप्त होने के साथ ही इस कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया को जारी किया जाएगा।
प्रदेश में हुई तमाम भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग लेकर तीन बेरोजगार युवा उपवास पर बैठे
देहरादून, बेरोजगार युवा लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुई तमाम भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग लेकर बुधवार को घंटाघर स्थित इंद्रमणि बडोनी के मूर्ति के नीचे उपवास पर बैठ गए।
उपवास पर बैठे तीन बेरोजगार युवाओं का कहना है कि शहीद स्थल से उनका धरना समाप्त हो गया था, लेकिन आंदोलन लगातार जारी है। बेरोजगार अभी भी दोनों आयोगों की सभी भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग पर अड़े हैं। उपवास पर बैठे सुरेश सिंह ने बताया कि उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार व देवभूमि बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल सहित जेल गए तमाम बेरोजगार नेताओं को धरना प्रदर्शन या उपवास की अनुमति नहीं है। ऐसे में युवा बेरोजगार अपने स्तर से उपवास या धरने प्रदर्शन कर आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। वहीं उपवास पर बैठे आशीष शाह और अभिषेक तोमर ने बताया कि वह बुधवार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपवास पर बैठे रहेंगे। इसके बाद गुरुवार को भी सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपवास होगा। इस दौरान वे आंदोलन को आगे जारी रखने की रणनीति बनाएंगे।
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