Thursday, December 26, 2024
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योग, मन, शरीर और आत्मा के संगठन का एक अद्वितीय और प्राकृतिक तरीका है : ऋतु खण्डूडी

देहरादून, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधान सभा भवन, देहरादून में विधानसभा के अधिकारियों एवं कर्मचारीयों के संग योगाभ्यास किया। इस वर्ष “वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’’ थीम को अपनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न आसनों के साथ योगाभ्यास किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि योग, मन, शरीर और आत्मा के संगठन का एक अद्वितीय और प्राकृतिक तरीका है। यह हमें स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन की ओर ले जाता है। योग का महत्व और लाभ आजकल दुनिया भर में मान्यता प्राप्त कर रहे हैं और इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी मान्यता दी है।
उन्होंने कहा की योग शरीर, मन और आत्मा को संयोजित करने का एक शानदार माध्यम है। इसके माध्यम से हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं, मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं और अपनी आत्मा को शांति और स्थिरता की ओर ले जा सकते हैं। योग आपकी सामरिक, मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति में मदद करता है और आपको अपने दैनिक जीवन में सुख और सफलता का अनुभव करने में सहायता प्रदान करता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की योग का अभ्यास करने से हम अपने अंतःकरण को शुद्ध करते हैं और सकारात्मकता, संयम, तत्परता और ध्यान के गुणों का विकास करते हैं। इसके अलावा, योग स्वास्थ्य सुधार, ताकत और स्थैर्य को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे हम अपने कार्यक्षमता को बेहतर बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति के इस अनमोल उपहार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रयासों से वैश्विक स्वीकृति प्रदान करवाई है।

इस अवसर पर योगाचार्या दयाशंकर जी ने योग के महत्व को जागृत करने के लिए योग के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने विधानसभा कर्मियों को योग के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता को सुधारने और शरीर, मन, और आत्मा के साथ संतुलन स्थापित करने के गुण सिखाए।
योगाचार्या जी ने योग के अलग-अलग प्रकारों पर बात की, जैसे कि आसन, प्राणायाम, ध्यान, और ध्यातृता। उन्होंने योग के फायदे पर भी जोर दिया, जैसे कि स्वास्थ्य, मानसिक तनाव कम करना, मन की शांति, और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना।
इस अवसर पर योगाचार्य दयाशंकर , प्रभारी सचिव हेम पन्त, उप सचिव नरेंद्र रावत, उप सचिव संजय रावत, हेम गुरानी,राजेंद्र चौधरी, अजय अग्रवाल,दीप चंद,राजेश थपलियाल,निशा दास,हरीश चौहान,राजीव बहुगुणा,रवि बिष्ट,मुकेश हटवाल,परवीन जोशी सहित अन्य कार्मिक मौजूद रहे|

 

प्रधानमंत्री का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग प्रदर्शन, भारत की बढ़ती ताकत का प्रमाण : महाराजMay be an image of 6 people, child and text

देहरादून, 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व करना भारत की बढ़ती ताकत और योग की शक्ति को दर्शाता है।

उक्त बात “विश्व योग दिवस” पर सहस्त्रधारा रोड स्थित दून डिफेंस ड्रीम्स परिसर में आयोजित योगाभ्यास के दौरान प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने देश एवं प्रदेश वासियों को विश्व योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कही।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दून डिफेंस ड्रीम्स परिसर में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को योग की महत्ता के विषय में बताते हुए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि “विश्व योग दिवस” की शुरुआत हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र में रखे गए प्रस्ताव से ही हुई थी।

इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है पूरी धरती ही एक परिवार है। अर्थात सभी लोग अपने स्वास्थ्य के लिए योग करें।

श्री महाराज ने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व कर रहे हैं। 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री द्वारा अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व करना भारत की बढ़ती ताकत और योग की शक्ति को दर्शाता है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2014 में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया था। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना के मसौदे का प्रस्ताव भारत द्वारा किया गया था। जिसका रिकॉर्ड 175 सदस्य देशों द्वारा समर्थन किया गया।
उन्होने कहा कि योग के अभ्यास होने वाले कई लाभों के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 मनाया जा रहा है।

श्री महाराज ने कहा कि हर दिन योग करने से आपको अनगिनत लाभ होते हैं। यह हमारी शारीरिक सुदृढ़ता को बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक चिंताओं को कम करने और तनाव से भी छुटकारा दिलाता है। आज की दुनिया में स्वस्थ रहना निश्चित रूप में सबसे बड़ा धन है। इसलिए हम सभी प्रधानमंत्री की अपील के अनुरूप योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ रहें।

इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, दून डिफेंस ड्रीम्स के निदेशक हरिओम चौधरी, अंकिता तनेजा एवं वेदिका मिश्रा सहित अनेक छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

राज्य सरकार द्वारा एडिड कॉलेजों के एफीलिएशन के संबंध में भ्रम की स्थिति तुरंत दूर की जाए : डॉ. सुनील अग्रवालMay be an image of 1 person and smiling

देहरादून, ऑल इंडिया अन एडिड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने एक वक्तव्य में कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा 30 मई 2023 को आयोजित एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में विश्वविद्यालय से संबद्ध राज्य सरकार द्वारा एडिड कॉलेजों को वर्तमान सत्र 2023- 24 से डी एफिलिएट करने का प्रस्ताव पास किया गया | विश्वविद्यालय का यह निर्णय समझ से परे है कि अगर कॉलेजों को डी एफिलिएट करना ही था तो उसके लिए उपयुक्त समय होना चाहिए था, अब जबकि इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों द्वारा सीयूईटी के फॉर्म भर कर परीक्षाएं दी जा चुकी हैं और वह प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं ऐसे समय पर कॉलेजों को डी एफिलिएट करना हजारों छात्रों को भ्रम में डालकर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वाला है | क्योंकि अब अगर यह कॉलेज श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से एफीलिएशन लेते हैं तो उसके लिए भी अब समय नहीं है, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में प्रवेश समर्थ पोर्टल के माध्यम से होने हैं और उसमें फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 24 जून निश्चित है अब जबकि 24 जून की तिथि निकट आ चुकी है | ऐसे में हजारों छात्र इस भ्रम में रहेंगे कि हम जिस कॉलेज में प्रवेश लेना चाहते हैं वह किस विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड है वैसे भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में यह प्रावधान था कि कॉलेजों का एफीलिएशन यथावत रहेगा और अभी तक सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है | श्री अग्रवाल ने कहा कि कॉलेजों को एफिलिएट या डि एफिलिएट करने का एक समय होता है और वह समय छात्रों के एडमिशन के समय तो बिल्कुल भी नहीं होता क्योंकि किसी विश्वविद्यालय से एफीलिएशन लेने की प्रक्रिया होती है जिसमें समय लगता है और अब जबकि प्रवेश शुरू हो रहे हो उस वक्त भ्रम की स्थिति छात्रों के हित में नहीं है, इस संबंध में विश्वविद्यालय एवं राज्य सरकार को तुरंत स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए |

विश्व योग दिवस पर महापौर ने आस्थापथ पर किया योगाभ्यास

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ऋषिकेश, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर महापौर अनिता ममगाई ने परिवार सहित गंगा तट स्थित आस्थापथ पर योगाभ्यास किया। इस दौरान उन्होंने कई योगासन भी किए।

विश्व योग दिवस पर तीर्थ नगरी में योग कार्यक्रमों की धूम के बीच नगर की प्रथम नागरिक महापौर ने विभिन्न कार्यक्रमों में सहभागिता के साथ आस्थापथ पर योगाभ्यास किया। नगर निगम स्थित पंडित दीन दयाल पार्क में निगम कर्मचारियों एवं अधिकारियों के साथ भी योग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग के जरिए स्वंय को स्वस्थ रखने के साथ काम के तनाव को भी दूर किया जा सकता है। नियमित योगाभ्यास करने से पब्लिक की तमाम समस्याओं का निस्तारण तनावपूर्ण छड़ों में भी शांतचित्त रहकर कार्य करने में मदद मिलती है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग भारत की प्राचीन परम्‍परा का एक अमूल्‍य उपहार है, यह मस्तिष्‍क और शरीर की एकता का प्रतीक है। स्वास्थ्य शरीर के साथ स्वास्थ्य मस्तिष्क केवल योग से ही संभव है। योग की विद्या से ही ऐसा हो सकता है।

महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में आज दुनिया के 200 देश अंतरराष्ट्रीय योग के अवसर पर योग के विभिन्न कार्यक्रमों के साथ जुड़े हैं। वसुदेव कुटुम्बकम के संदेश के साथ दुनियाभर में जिस प्रकार आज योग की गंगा बही है उससे विश्व गुरू बनने की और भारत देश ने एक मजबूत कदम आज आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि देश के लिए आज गौरवशाली दिन है जब दुनियाभर के योग जिज्ञासुओं ने योग की विभिन्न विद्याओं के साथ जुड़कर भारत की ऋषि परंपरा के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की है।

 

लंबे समय से भक्तों द्वारा सत्ता से बेदखल किये जाने का बदला अब कांग्रेसी, भगवान के दरबार की छवि खराब कर लेना चाह रहे हैं : सुरेश जोशी

 

देहरादून, भाजपा ने कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों पर राजनैतिक लाभ के लिए श्री केदार धाम की छवि को हानि पहुंचाने का आरोप लगाया है । जिसके लिए बाबा केदार 2014-19 की तरह इस बार भी 2024 में कांग्रेस को अवश्य दंडित करने वाली है ।

प्रदेश प्रवक्ता श्री सुरेश जोशी ने मंदिर गर्भगृह में स्वर्णमंडन पर हो रही बयानबाजियों को लेकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा, जिस दानदाता ने श्री केदारनाथ में स्वर्णजड़ित प्लेटें लगवाई हैं, उसी ने 2005 में समान प्रक्रिया के तहत कांग्रेस शासनकाल में भी श्री बद्रीनाथ मंदिर में स्वर्ण दान किया था । लेकिन तब कांग्रेस को कोई आपत्ति नही हुई । लेकिन लंबे समय से भक्तों द्वारा सत्ता से बेदखल किये जाने का बदला अब कांग्रेसी, भगवान के दरबार की छवि खराब कर लेना चाह रहे हैं ।

प्रदेश प्रवक्ता श्री जोशी ने स्वर्णमंडन की इस पूरी प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि बीकेटीसी की नियमावली के अनुशार समिति किसी भी दानदाता की इच्छानुसार दान लेने के लिए एक तरह से बाध्य है । इस बार की यह पूरी प्रक्रिया भी दस्तावेजों में स्पष्ट है कि दानदाता ने अपने ज्वैलरों के माध्यम से समिति और पुरातत्व विभाग की निगरानी में तांबे की प्लेटों के ऊपर सोने की परत चढ़ाकर, उन्हें गर्भगृह की दीवारों पर लगाया है । इसी तरह की प्रक्रिया समूचे देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों में अपनायी जाती है लेकिन वहां कोई विवाद नही उठता है । उन्होंने कहा, इस पूरे कार्य मे लगभग 14 करोड़ रुपये की लागत आयी है लेकिन उसे कई अरब रुपये बताकर जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है ।

श्री जोशी ने निशाना साधते हुए कहा, एक बार पुनः स्पष्ट हुआ है कि भाजपा विरोध में कांग्रेस सनातन धर्म और संस्कृति के पवित्र स्थलों पर भी कीचड़ उछालने से बाज नही आ रही है । दरअसल इन्हें श्री केदार धाम समेत चारो धामों में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्रियों का आना पच नही रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में धामी सरकार द्वारा की गई शानदार यात्रा व्यवस्था और केदारपुरी में की गई स्वर्ण सज्जा से यहां आने वाला प्रत्येक यात्री बेहद प्रसन्न व संतुष्ट है । उनके चेहरे की यही खुशी और देवभूमि की जनता के प्रति साधुवाद राज्य के विपक्षी दलों को हजम नही हो रहा है । यही वजह है कि सहुलियातवादी हिन्दू पार्टी कांग्रेस के साथ स्वयं को नास्तिक बताने वाले कम्युनिस्ट विचारधारा के लोग भी धार्मिक अपमान के झूठे आरोप लगा रहे हैं । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, बाबा केदार के धाम पर मिथ्या व अनर्गल आरोप लगाने वाली कांग्रेस को बाबा भोलेनाथ बख्शने वाले नही हैं । उन्होंने 2014 व 2019 में भी इन्हें दंड दिया था और 2024 में भी अवश्य दंडित करेगी।

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