Thursday, April 3, 2025
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साइबर ठगी के मामले में गिरोह के सरगना सहित दो लोगों की हुई गिरफ्तारी, उत्तराखण्ड़ एसटीएफ ने राजस्थान से दबोचा

देहरादून, एसटीएफ ने साईबर ठगी के मामले में गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया, जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया गया कि एक प्रकरण जनपद नैनीताल निवासी पीड़ित द्वारा माह सितम्बर 2024 में दर्ज कराया जिसमें उन्होंने माह अगस्त-सितम्बर 2024 में उन्हें फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा जिसमें क्लिक करते ही एक अज्ञात व्हाटसपग्रुप जे 07 फ्यूचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट ग्रुप एम. स्टोक से जुडना बताया गया। तथा इस ग्रुप में ऑनलाईन शेयर ट्रेडिंग के लिएण् प्रशिक्षित किया जाना बताया। ग्रुप में पूर्व से जुडे लोगों ने अपने प्रॉफिट की धनराशि संबंधी स्क्रीनशॉट शेयर किये जाते थे।

शिकायतकर्ता को ऑनलाईन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेण्ट करने के लिये आरोंपियो ने व्हाटसप के माध्यम से उपलब्ध कराये गये विभिन्न बैंक खातो में लगभग 90 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा करायी गयी। प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उत्तराखण्ड के दिशा निर्देशन में विवेचना शरद चौधरी निरीक्षक, साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, कुमाऊँ परिक्षेत्र, रूद्रपुर के सुपुर्द कर घटना के जल्द खुलासे के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। साईबर क्राईम पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों व व्हाट्सअप की जानकारी के लिए सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचार कर कर डेटा प्राप्त किया गया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो ने घटना में पीड़ित से शेयर ट्रेडिंग में लाभ कमाने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी। जांच के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम ने मुकदमें में प्रकाश में आए बैंक खातों तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया।

पुलिस टीम ने तकनीकी व डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपी संतोष कुमार मीणा पुत्र शिवराम मीणा निवासी ग्राम कटकड खेडा, थाना सदर, हिंडोन सिटी, जिला करौली, राजस्थान, नीरज कुमार मीणा पुत्र लाखन लाल मीणा निवासी ग्राम घाटियाँन का पुरा, कटकड़ थाना सदर, हिंडोन सिटी, जिला करौली, राजस्थान को चिन्ह्ति करते हुये आरोपियों की तलाश जारी की तथा उनकी गिरफ्तारी के लिए कई स्थानो पर दबिशें दी गयी। साईबर टीम ने अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये साक्ष्य एकत्रित कर मुकदमें में प्रकाश में आये संतोष कुमार मीणा पुत्र शिवराम मीणा, नीरज कुमार मीणा पुत्र लाखन लाल मीणा निवासी उपरोक्त को जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया। आरोपी फेसबुकपर विज्ञापन प्रकाशित करते जिसमें क्लिक करने पर पीडित स्वतः ऑनलाईन ट्रेडिंग सम्बन्धी व्हाटसप ग्रुपों जुड जाते थे जिसमें ऑनलाईन ट्रेडिंग करने पर शार्ट टर्म में अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर इन्वेस्ट के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही थी।

जिन्होंने व्हाटसप ग्रुपों में अलग-अलग शेयर में इन्वेस्ट करने के नाम पर लाभ प्राप्त होने के फर्जी स्क्रीनशॉट भेजकर खुद को अधिक लाभ होने की बातें करते थे। जिससे ग्रुप में जुडे अन्य पीड़ित इनके झांसे में आकर धनराशि इन्वेस्ट कर देते थे। पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

 

मेट्रो अस्पताल के टॉयलेट में मिला नर्स का शव, टैंक में मृत मिला कर्मी

हरिद्वार, बीती रात मेट्रो अस्पताल के टॉयलेट में एक नर्स मृत पाई गई। वहीं सिडकुल थाना क्षेत्र की दवा कंपनी एकम्स के प्लांट में पम्प ऑपरेटर की मौत हो गई, दोनों ही मामलों में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
बीते रोज सिडकुल में अलग अलग जगहों पर मिली दो लाशों से हड़कंप मच गया। पहली घटना दवा कंपनी के प्लांट नंबर 3 में हुई, यहां मशीनों को ठंडा करने वाले पानी के टैंक में कर्मचारी जितेंद्र सिंह नेगी की लाश मिली। जितेंद्र सिंह नेगी मूल रूप से पौड़ी जनपद में सतपुली के संतुधार के रहने वाले थे और यहां बहादराबाद में रह रहे थे।
वहीं दूसरी ओर बीती रात मेट्रो अस्पताल के टॉयलेट में एक नर्स मृत पाई गई। बताया जा रहा है कि जमालपुर निवासी नर्स सलोनी की गुरुवार को दोपहर 2 से रात्रि 8 बजे तक ड्यूटी थी। संदिग्ध परिस्थितियों में वह शाम 5 बजे ही लापता हो गई। देर रात सलोनी का शव मेट्रो अस्पताल के एक टॉयलेट में पाया गया। मौके पर पहुंचे परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या किए जाने की बात कही है। वहीं पुलिस दोनो मामलों की जांच मेंं जुटी हुई है।

 

भाजपा के चुनावी वादे याद दिलाने विधानसभा जाएगी संघर्ष समिति

-दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड के लोगों को भी मिले फ्री बिजली-पानी

-विधायकों और पूर्व विधायकों के वेतन-भत्ते और पेंशन बढ़ाने पर उठाए सवाल

-अल्प मानदेय में काम कर रहे कर्मचारियों के हित में निर्णय ले सरकार

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने भाजपा द्वारा 2022 विधानसभा चुनाव में जनता से किए वादों को पूरा करने की मांग की। साथ ही दिल्ली की तरह उत्तराखंड के लोगों को भी बिजली और पानी फ्री देने की वकालत की। उन्होंने मौजूदा विधायकों के वेतन भत्ते बढ़ाने और पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ोतरी पर भी सवाल खड़े किए। समिति ने जनता से किये वादों को याद दिलाने के लिए 18 फरवरी को बजट सत्र के दौरान विधानसभा जाने का निर्णय लिया है।

देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में मूल निवास, भू-क़ानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि भाजपा ने 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान एक दृष्टिपत्र जारी किया था। उस दृष्टिपत्र में जनता से कई लुभावने वादे किए गए। जिसमें से 90 प्रतिशत वादे आज तक पूरे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री प्रशिक्षु योजना शुरू करने की बात कही थी। जिसके तहत प्रत्येक बेरोजगार को एक साल तक तीन हजार रुपए देने का वादा शामिल था। सरकार बताए कि कितने युवाओं को प्रतिवर्ष यह धनराशि दी जा रही है।
इसके साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि की तर्ज पर सीएम किसान प्रोत्साहन निधि में प्रतिवर्ष दो हजार देने की भी बात कही थी। हर जनपद में मेडिकल कॉलेज देने और जिले में एक अस्पताल को सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में परिवर्तित करने की भी घोषणा की थी। यही नहीं वीर चंद्र सिंह गढ़वाली व्यावसायिक शिक्षा मिशन के तहत प्रत्येक ब्लॉक में एक कॉलेज की स्थापना होनी थी। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए जनरल विपिन रावत पूर्व सैनिक क्रेडिट गारंटी फण्ड ट्रस्ट स्थापित करने की भी घोषणा अधूरी है। इस ट्रस्ट के माध्यम से पांच लाख रुपए तक के ऋण के लिए पूर्व सैनिकों को 50 प्रतिशत की सीमा तक गारंटीकृत कवर दिया जाना था। इसके अलावा भी भाजपा द्वारा की गई अधिकतर घोषणाएं जमीन पर नहीं उतरी हैं।
मोहित डिमरी ने कहा कि भाजपा द्वारा दिल्ली की जनता को पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी सरकार की शुरू की गई फ्री बिजली और पानी की लाभ दिया जा रहा है। उत्तराखंड की जनता को भी फ्री बिजली और पानी दिया जाय। बिजली उत्पादन के बावजूद उत्तराखंड की जनता को महंगी दरों पर बिजली दी जा रही है। हिमालयी राज्य उत्तराखंड में पानी का भंडार होने के बावजूद जनता पानी का बिल भरने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में महिला समृद्धि योजना के तरह गरीब महिलाओं को 2500 रुपए देने का वादा किया गया है। इस योजना से उत्तराखंड की मातृशक्ति को लाभान्वित किया जाय।
संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने विधायकों और पूर्व विधायकों के वेतन-भत्ते और पेंशन के मुद्दे को भी जोरशोर से उठाया। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में हुए विधानसभा सत्र में विधायकों का वेतन भट्ट चार लाख तक किया गया और अब बजट सत्र में पूर्व विधायकों को 60 हजार रुपये पेंशन देने का प्रस्ताव पारित होगा। उन्होंने कहा कि क्या सिर्फ विधायकों और पूर्व विधायकों के ऐशोआराम के लिए ही सत्र आयोजित हो रहे हैं ? जनता के मुद्दों पर काम क्यों नहीं किया जा रहा ? उपनल और आउटसोर्स कर्मचारी समान कार्य के लिए समान वेतन देने की मांग को लेकर सड़कों पर लड़ रहे हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारी पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग कर रहे हैं। आशा, आंगनबाड़ी और भोजनमाताएं मानदेय बढ़ाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं। पीआरडी और पुलिस के जवान अपनी मांगों को लेकर कई बार गुहार लगा चुके हैं। अल्प मानदेय पर काम कर रहे अन्य कर्मचारी भी आंदोलित हैं। बेरोजगार युवा रोजगार के लिए भटक रहा है। लेकिन सरकार को सिर्फ अपने विधायकों और पूर्व विधायकों की चिंता है। कभी सरकार ने नहीं सोचा कि अल्प मानदेय में काम करने वाले कर्मचारी कैसे अपने परिवार का पेट पाल रहे होंगे। उन्होंने कहा कि 80 हजार करोड़ के कर्ज में डूबे राज्य की जनता के टैक्स का पैसा माननीय अपनी सुविधा के लिए खर्च कर रहे हैं। इसका संघर्ष समिति पुरजोर विरोध करेगी।
उन्होंने कहा कि 18 फरवरी से शुरू होने जा रहे बजट सत्र में संघर्ष समिति की टीम मूल निवास, भू-क़ानून के साथ ही इन तमाम मुद्दों को लेकर विधानसभा जाएगी और सरकार से सवाल करेगी। पत्रकार वार्ता में संघर्ष समिति के कॉर्डिनेट प्रमोद काला, कोर मेंबर विपिन नेगी, युवा प्रभारी आशीष नौटियाल, अनूप गोदियाल आदि मौजूद थे।

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