Wednesday, July 3, 2024
HomeStatesUttarakhandड्यूटी जा रही युवती के हाथ से दिनदहाड़े मोबाइल फोन छीन कर...

ड्यूटी जा रही युवती के हाथ से दिनदहाड़े मोबाइल फोन छीन कर भाग गए दो बदमाश

– पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटे में दबोच लिया एक आरोपी
– कब्जे से लूटा मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त स्कूटी बरामद
– दूसरा बदमाश पुलिस के सामने ही स्कूटी से कूद कर फरार

देहरादून, वादिनी संजना शर्मा पुत्री बलवीर शर्मा निवासी ग्राम खराया पो.ओ. घराना कालसी हाल पता ले.नं.-08 चमन विहार जनपद देहरादून द्वारा रविवार 30 जून को एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि सुबह ड्यूटी पर जाते समय स्कूटी सवार 02 लडके आईटीआई से पहले चमन विहार के मेन गेट के पास उनके हाथ से उनका मोबाइल फोन रियल मी-सी2 (रंग नीला) छीन कर भाग गये। प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली पटेलनगर पर तत्काल मु0अ0सं0-412/24 धारा- 392 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल का मुआयना कर आस-पास व आने जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का गहनता से अवलोकन किया गया, साथ ही पीड़िता से पूछताछ एंव सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों से प्राप्त संदिग्धों के हुलिये के आधार पर पुलिस टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी करते हुए स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
पुलिस के मुताबिक पुलिस टीम द्वारा किये जा रहे प्रयासों के परिणाम स्वरूप आज दिनांक 30-06-2024 को मुखबिर खास की सूचना पर घटना को अंजाम देने वाले 01 अभियुक्त शिबू राम पुत्र संजय राम निवासी 146 ब्रहमपुरी, थाना पटेलनगर, जनपद देहरादून, उम्र- 20 वर्ष को चक्की टोला के पास से महिला से छीने गये मोबाइल फोन रीयल मी सी-2 रंग नीला व घटना मे प्रयुक्त स्कूटी सं0- यू0के0-07-9425 सहित गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार अभियुक्त के साथ पीछे बैठा दूसरा व्यक्ति, जो घटना के समय अभियुक्त के साथ शामिल था, मौके का फायदा उठाकर पुलिस टीम को देख कर स्कूटी से कूदकर भागने मे कामयाब हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्त:
शिबू राम पुत्र संजय राम निवासी 146 ब्रहमपुरी, थाना पटेलनगर जनपद देहरादून, उम्र- 20 वर्ष ।

बरामदगी का विवरण :
01 अदद मोबाइल फोन Real me C-2 रंग नीला
-घटना मे प्रयुक्त स्कूटी यू0के0-07-9425

पुलिस टीम :
उ0नि0 कैलाश चन्द्र
कानि0 आशीष नैनवाल
कानि0 संजीव कुमार

 

वरिष्ठ नागरिक से एक करोड़ 13 लाख की साइबर ठगी, एसटीएफ ने आरोपी को दबोचा

 

– एसटीएफ ने कस्टम डिपार्टमैन्ट व क्राइम ब्रांच मुम्बई के नाम से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के अन्य एक सदस्य को बहराइच से किया गिरफ्तार

–कस्टम डिपार्टमैन्ट व क्राइम ब्रांच मुम्बई के नाम से करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार सदस्य अब तक इस अभियोग में गिरफ्तार

देहरादून, जनपद के एक वरिष्ठ नागरिक को साइबर अपराधियों ने अपने जाल में फंसा कर उनसे एक करोड़ 13 लाख रुपये ठग लिए। राजधानी में इतनी बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आते ही उत्तराखंड की एसटीएफ की टीम, साइबर अपराधियों के पीछे लग गई। इस मामले में कार्रवाई करते हुए एसटीएफ को सफलता मिली और एक अभियुक्त को बहराइच से गिरफ्तार कर लिया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया एक प्रकरण कुछ दिवस पूर्व साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून निवासी का प्राप्त हुआ। एक वरिष्ठ नागरिक द्वारा सूचना दर्ज कराई कि अज्ञात साइबर अपराधियों द्वारा वादी के मोबाईल पर सम्पर्क कर स्वंय को FEDEX कोरियर कम्पनी तथा CRIME BRANCH MUMBAI अन्धेरी से बताकर मुम्बई कस्टम द्वारा वादी के नाम से अवैध पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड आदि सीज करने की जानकारी देकर मुम्बई क्राईम ब्रॉच अंधेरी से सम्पर्क करवाकर व आवेदक को स्काईप ऐप पर जोडकर वीडियो कॉल पर पुलिस थाना दर्शाकर पार्सल के सम्बन्ध में पूछताछ कर आवेदक को मनी लान्ड्रिंग, ड्रग्स तस्करी, व पहचान छुपाने का संदिग्ध बताकर व फर्जी नोटिस भेजकर शिकायकर्ता के नाम से चल रहे खातो में 38 मिलीयन का अवैध ट्रांजैक्शन होना बताकर पासपोर्ट कार्यालय व मुम्बई क्राइम ब्रॉच से किल्यरेन्स प्रदान करने का झांसा देकर व जांच के नाम पर आवेदक से धोखाधडी से 1,13,00,000/- (1 करोड़ 13 लाख रू0) भिन्न भिन्न बैंक खातो में स्थानान्तिरित करवाये गये।
इस शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 23/2024 धारा 420,120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल के अनुसार घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर व सम्बन्धित खातों आदि की जानकारी व तकनीकी विश्लेषण किया गया तो उक्त अपराध में संलिप्त अपराधियों का राजस्थान से सम्बन्ध होना पाया गया। जिसमें तकनीकी विश्लेषण व साक्ष्य संकलन कर पूर्व में अपराध में संलिप्त 03 अभियुक्तगण को कोटा राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया इस मामले में अभियुक्तों द्वारा वादी को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये गये थे व धोखाधड़ी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैक खातों में प्राप्त की गयी थी। उनका तकनीकी विश्लेषण व साक्ष्य संकलन कर 01 अन्य अभियुक्त को बहराइच उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से 01 मोबाईल फोन, 02 सिम कार्ड, 06 एटीएम कार्ड, 01 चैक बुक, पैन कार्ड एवं आधार कार्ड बरामद हुये।

अपराध का तरीका :
पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा कुरियर कम्पनी, कस्टम डिपार्टमेन्ट तथा मुम्बई क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर भोली भाली जनता से मुम्बई कस्टम द्वारा अवैध पासपोर्ट, अवैध ड्रग्स, क्रेडिट कार्ड सीज करने की जानकारी देकर जनता के लोगों को मनीलांड्रिंग, ड्रग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर केस का निपटारा करने के नाम पर धोखाधड़ी की जाती है, जिसके लिये उनके द्वारा स्वयं को मुम्बई क्राईम ब्रांच का अधिकारी बनकर लोगों को झांसा देकर भिन्न भिन्न एकाउन्ट में धनराशि जमा कराकर ठगी की गई है। उक्त अपराधियों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों को मनीलांड्रिंग, ड्रग्स तस्करी का संदिग्ध बताकर व लोगों को फर्जी नोटिस भेजकर धोखाधड़ी की जाती है।

एक अपील आपके लिये :

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन कम्पनी की फ्रैन्चाईजी लेने, यात्रा टिकट आदि को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से पूर्ण वैरीफिकेशन व भली-भाँति जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर का नम्बर सर्च न करें तथा शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन से सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें।
इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगों द्वारा देख कर शेयर किया गया है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments