पिथौरागढ़, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया का दबाव आखिरकार कारगार सिद्ध हो ही गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी को एक साथ दो महिला चिकित्सक मिल गये है। सीएचसी में वर्तमान में एक भी महिला चिकित्सक नहीं थी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने मंगलवार को जिला अधिकारी रीना जोशी से भी इसी संदर्भ में मुलाकात की थी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी में दो महिला चिकित्सक तैनात थे। एक पीजी डिप्लोमा के लिए चयनित हो गई तथा एक पारिवारिक समस्या के कारण अवकाश पर है। 55 हजार की आबादी वाले विकास खंड मुनस्यारी के लिए बनें एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी में वर्तमान में एक भी चिकित्साधिकारी नहीं थी। मुनस्यारी के ग्राम पंचायत ढिमढिमिया की निवासी एक गर्भवती महिला को रैफर कर दिया था, कनालीछीना के पास 108 एम्बुलेंस में नवजात शिशु पैदा हुआ। कनालीछीना अस्पताल से सही राय नहीं मिलने के कारण नवजात शिशु को मां सहित परिजन मुनस्यारी ले गये। तीसरे दिन नवजात शिशु ने दम तोड दिया। महिला के भाई ने इस घटनाक्रम पर एक मार्मिक अपील जारी किया था, जो सोशियल मीडिया में जमकर फारवर्ड हुआ।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने इसका संज्ञान लेते हुए जिला अधिकारी पिथौरागढ़ को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने जिला पंचायत की सामान्य तथा बोर्ड बैठक में इस मामले को उठाते हुए नव नियुक्त चिकित्साधिकारी तथा एएनएमो को जिला मुख्यालय के आस पास सुविधा जनक स्थानों पर तैनात करने का आरोप लगाते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी पिथौरागढ़ के कार्यालय में तालाबंदी करने की धमकी दी थी।
मंगलवार को जिला अधिकारी रीना जोशी ने स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया था। जिपंस जगत मर्तोलिया के आंदोलन की घोषणा के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एचएस ह्यंकि ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी में डां ज्योति आर्या,डां. पूजा गोस्वामी की तैनाती कर दी है। उन्होंने बताया कि आगे भी सीमांत क्षेत्र में मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों के सापेक्ष नियुक्ति पर वरियता दी जाएगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने क्षेत्र की जनता की ओर से जिला अधिकारी रीना जोशी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एचएस ह्यंकि का आभार व्यक्त किया। कहा कि आगे सीमांत क्षेत्र को वरियता नहीं मिला तो फिर आंदोलन का रुख अपनाया जाएगा।
Recent Comments