Friday, April 11, 2025
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सात मार्च से उत्तरकाशी के मथोली में होगा तीन दिवसीय ‘घसियारी महोत्सव’

“दिवंगत सविता कंसवाल की स्मृति में आयोजित किया जा रहा इस वर्ष का घसियारी महोत्सव”

देहरादून, बकरीछाप एथो टूरिज्म एंड नेचुरल प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड के संस्थापक रूपेश राय ने कहा है कि उत्तराखंड़ के उत्तरकाशी में बहुप्रतीक्षित ‘घसियारी महोत्सव 2025’ जिले के मथोली गांव में सात मार्च से नौ मार्च 2025 तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह महोत्सव एक अनूठी सांस्कृतिक पहल है जिसका ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना, उत्तराखंड की पारंपरिक जीवनशैली को सरक्षित करना और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाना प्रमुख उद्देश्य है।
स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रूपेश राय ने कहा कि घसियारी महोत्सव पर्वतीय महिलाओं की उस परंपरा से जुड़ा है और जिसमें वह कृषि और पशुपालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव उनके संघर्ष, मेहनत और प्रकृति से गहरे संबंध का उत्सव है। बकरीछाप एथो टूरिज्म एंड नेचुरल प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड और स्थानीय हितधारकों के सहयोग से आयोजित यह महोत्सव उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा।
उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में घास काटने की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. जो ग्रामीण महिलाओं के परिश्रम और कौशल का सम्मान करता है। उनका कहना है कि इसके साथ ही आगंतुक प्राचीन पारंपरिक खेलों का अनुभव करेंगें, जो कभी उत्तराखंड की सास्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करते थे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, साइकिल रैली का भी आयोजन किया जाएगा, जो सतत यात्रा और पर्यावरणीय पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की जा रही है।
उन्होंने बताया कि महोत्सव की सांस्कृतिक भव्यता को बढ़ाने के लिए पारंपरिक लोक प्रदर्शन भी होंगे, जिसमें आकर्षक गढ़वाली, संगीत और नृत्य शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में आने वाले लोग ग्रामीण और सांस्कृतिक पर्यटन का अनुभव ले सकेंगें जहां उन्हें पारंपरिक घर, जैविक खेती के तरीके और गढ़वाली समुदायों के दैनिक जीवन की झलक मिलेगी।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त स्थानीय कारीगरों और महिला उद्यमियों को हस्तशिल्प और पारंपरिक व्यंजनों के प्रदर्शन के माध्घ्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में संस्टेनेबल लिविंग और ग्रामीण उद्यमिता पुर कार्यशालाएं एवं कहानियों का आदान-प्रदान भी शामिल होगा साथ ही हैरिटेज वॉक और इको-टूर का आयोजन किया जाएगा, जिससे प्रतिभागियों को पारंपरिक घसियारी जीवन शैली को करीब से देखने और समझने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष का घसियारी महोत्सव दिवंगत सविता कंसवाल की स्मृति में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित सविता कंसवाल उत्तराखंड की बेटी और एक अद्वितीय पर्वतारोही थी, जिन्होंने अपनी उपलब्धियों से अनगिनत महिलाओं को प्रेरित किया। उन्होंने घसियारी 2022 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इस महोत्सव के महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण पर्यटन के उघ्द्देश्य को आगे बढ़ाने में मदद की। उनकी विरासत आज भी लोगों को प्रेरित कर रही है और यह महोत्सव उनकी स्मृति और उनके अवस्थ गृहस को समर्पित है।
उन्होंने कहा कि आठ मार्च 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मथोली ग्राम पंचायत और बकरीछाप एग्रो टूरिज्म के सहयोग से घसियारी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मथोली गांव को महिला पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित करना और ग्रामीण महिलाओं को उनके कठिन परिश्रम और योगदान के लिए सम्मानित करना था।
पत्रकार वार्ता में रूपेश राय संस्थापक बकरी छाप, मयंक पंत, अविनाश आनंद, तरित मोहन, आशीष गर्ग, दाना आदि उपस्थित रहे।

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