भोपाल, मध्य प्रदेश में भाजपा का किला और अपनी कुर्सी बचाने में एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज चाैहान सफल रहे। चुनाव के दाैरान उनकी हार के कई कयास लगाए जा रहे थे और भाजपा ने यहां पर केंद्रीय सिपाहसालार भी उतार दिए थे। सभी कयासों को दरकिनार कर भाजपा यहां प्रचंड जीत हासिल करने में कामयाब रही।
शिवराज चाैहान की जीत के कई कारण हैं लेकिन सबसे मुख्य कारण है लाडली बहना स्कीम। मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना के तहत 1.31 करोड़ महिलाओं को 1250 रुपये प्रतिमाह मिल रहे हैं। इस योजना ने शिवराज के लिए गेम चेंजर का काम किया। 7 करोड़ की आबादी वाले मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना की लाभार्थियों ने बीजेपी को जमकर वोट किया है।
मध्य प्रदेश आरएसएस का गढ़ रहा है। पूरे राज्य में आरएसएस कैडर की बहुत पैठ है। लोगों को प्रभावित करने और अपने पक्ष के वोटरों को पोलिंग बूथ तक लाने में इस कैडर की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। भाजपा सरकारों का जोर हिन्दू धार्मिक स्थलों को आध्यात्मिकता के साथ साथ आधुनिकता का कलेवर देने पर रहा। उज्जैन कॉरिडोर इसी का उदाहरण है। इसके अलावा शिवराज ने राज्य के चार मंदिरों- सलकनपुर में देवीलोक, ओरछा में रामलोक, सागर में श्री रविदास स्मारक और चित्रकूट में दिव्य वनवासी लोक के विस्तार और स्थापना के लिए 358 करोड़ रुपये का बजट दिया है। इन सभी योजनाओं ने हिन्दुत्व के पक्ष में माहौल बनाया, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिला। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभाएं एवं अपील जनता के दिल को छू गईं और ये रुझान उसका परिणाम है। चौहान ने भोपाल में मीडिया से कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में भाजपा की यह शानदार विजय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति असीम श्रद्धा और अकाट्य विश्वास को दर्शाते हैं। उन्होंने (मोदी) जो सभाएं कीं, जनता से अपील की, वे जनता के दिल को छू गईं. उसी की वजह से यह परिणाम एवं रुझान आ रहे हैं।”
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