फर्रुखाबाद: जिला जेल (Fatehgarh) फर्रुखाबाद में एक बीमार कैदी की मौत की खबर सुनने के बाद रविवार को आक्रोशित बंदियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया और जिला जेल में आग लगा दी, जिसमें डिप्टी जेलर और करीब 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि 1 कैदी की मौत हो गई. इस दौरान 2 अन्य कैदी भी घायल हुए हैं. जेल हिंसा में घायल हुए थाना राजेपुर क्षेत्र के ग्राम जैनापुर निवासी कैदी शिवम की सैफई मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई.
एक शख्स की गोली मारकर हत्या
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में शिवम कहते सुनाई दे रहे हैं कि बैरक का गेट बंद करते समय जेलर द्वारा कथित रूप से चलाई गई एक गोली उसे लगी. उसे याद नहीं आ रहा था कि घटना की शुरुआत कैसे हुई. मौत से पहले उसने जिला जेल के जेलर, 2 डिप्टी जेलर पर गोली मारने का आरोप लगाया था. हालांकि, जेल अधिकारी गोली मारने की बात को सिरे से खारिज कर रहे हैं. संपर्क करने पर पुलिस अधीक्षक ने पुष्टि की कि शिवम की मौत हो गई है. उन्होंने यह भी कहा कि शिवम की मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि बीमारियों से हुई है. शिवम चोरी के एक मामले में जेल में बंद था. इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि बवाल में 30 पुलिसकर्मी और 6 कैदी घायल हुए हैं.
गुस्साए कैदियों ने किया जेल में हंगामा
जेल सूत्रों के अनुसार जिला जेल के 1 डेंगू संक्रमित बंदी की सैफई स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती रहने के दौरान मौत हो जाने की खबर मिलने से बंदियों ने बवाल शुरू कर दिया. रविवार सुबह जिला जेल को बंदियों ने अपने कब्जे में ले लिया और बंदी रक्षकों पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर बुलाया गया लेकिन बंदी जेल के भीतर हंगामा करते रहे. जानकारों की मानें तो बंदियों ने जेल के अंदर आगजनी भी की. मौके पर पहुंचे अग्निशमन दल (Fire Team) को आग पर काबू पाने के लिए लगाया गया.
डेंगू से हुई एक कैदी की हत्या
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि सुबह करीब 8.45 बजे जिला जेल से पुलिस बल की मांग की गई. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तो पता चला कि संदीप यादव 2012 से दहेज हत्या के मामले में जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है और 5 नवंबर को वह डेंगू से ग्रस्त पाया गया था. संदीप को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था जहां 6 नवंबर को उसकी मौत हो गई. इसके बाद रविवार की सुबह करीब 8.30 बजे कैदियों को चाय बांटी गई तभी डिप्टी जेलर पर हमला किया गया. बाद में बैरक में पथराव और आगजनी हुई. यह कृत्य आपराधिक मानसिकता वाले कैदियों द्वारा किया गया.’
30 पुलिसकर्मी घायल
मीणा ने बताया कि जेल में पथराव के दौरान करीब 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं लेकिन अब जेल की स्थिति काबू में है और सब कुछ नियंत्रण में है. इस सिलसिले में जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कोई ब्योरा देने से इनकार कर दिया और कहा कि घटना की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, डीआईजी जेल वीपी त्रिपाठी रविवार शाम लगभग 4 बजे जिला जेल पहुंचे. जेल के दरवाजे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वह पहले पूरे मामले की तफ्तीश करेंगे, फिर उसके बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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