“ईको ग्रुप के अध्यक्ष आशीष गर्ग ने प्रतिभागियों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसानों के संबंध में किया जागरूक”
देहरादून। उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी परिषद (यूकॉस्ट) एवं अभिव्यक्ति सोसाइटी की संयुक्त पहल से आयोजित कार्यशाला में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को ‘सामूहिक भागीदारी के माध्यम से उचित प्रबन्धन के साथ अपशिष्ट को कम करना’ (Reducing waste with proper Management through community participation) विषय पर चर्चा एवं जानकारियां साझा की गईं।
शनिवार को रायपुर विकासखण्ड के सभागार में आयोजित कार्यशाला में कचरे को उचित प्रबन्धन के साथ कम करने को लेकर प्रतिभागियों को अभिव्यक्ति सोसाइटी, स्पेक्स, वेस्ट वॉरियर एवं ईको ग्रुप के प्रतिनिधियों ने जागरूक किया। कार्यशाला में अभिव्यक्ति सोसाइटी की अध्यक्षा दामिनी ममगाईं ने संस्था द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन को लेकर किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी मानसिकता में बदलाव लाकर सही तरीके से कचरा निस्तारण करने को अपनी जिम्मेदारी समझना होगा।
कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि रायपुर विकासखण्ड के मुख्य विकास अधिकारी धीरज सिंह रावत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमें कचरे के सही प्रबन्धन के लिए हमें अपने घर से ही शुरूआत करनी होगी। उन्होंने कहा कि आज अधिकतर बीमारियां कूड़ा कचरे से होने वाली गंदगी की देन बन गईं हैं। पर्यावरण और अपने परिवेश को बचाने के लिए हमें आज से ही शुरूआत करनी होगी।
कचरा प्रबन्धन की दिशा में दून की स्पेक्स संस्था के डॉ ब्रिज मोहन ने बताया कि स्पेक्स सामुहिक सहभागिता के माध्यम से चयनित प्रतिभागियों को ई कचरे का वैज्ञानिक तरीके से इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षित कर आयसर्जन के साधनों के लिए प्रयासरत है। संस्था द्वारा ई कचरे को दोबारा इस्तेमाल योग्य बनाने के साथ ही एलईडी बल्ब एवं ट्यूबलाइट रिपेयरिंग, डेकोरिटिव झालर आदि बनाने का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है।
वेस्ट वॉरियर संस्था के नवीन थडाना ने संस्था के माध्यम से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए कूड़ेकचरे के प्रति लापरवाह रवैये को भविष्य के लिए बेहद खौफनाक बताया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी आदतों को समय रहते सुधारना होगा वर्ना दुष्परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।
ईको ग्रुप के अध्यक्ष आशीष ग्रुप ने प्रभिागियों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसानों के सम्बंध मंे जागरूक किया। उन्होंने प्लास्टिक के कचरे से ईको ब्रिक बनाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कचरा प्रबन्धन केवल सफाईकर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है, हम सभी लोगों को मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कदम बढ़ाना होगा।
इस मौके पर टीम अभिव्यक्ति की लक्ष्मी मिश्रा, गीतांजलि ढौंढियाल, शालिनी सुरीरा, बसन्त शर्मा, ईको गु्रप के संजय भार्गव, एके मेहता आदि ने भी अपने विचार रखे। कार्यशाला का संचालन टीम अभिव्यक्ति की डॉ प्रिया जाडू ने किया।
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