देहरादून, उत्तराखंड में एक और विषय को 12 वीं तक के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, वो विषय ‘स्वास्थ्य एवं स्वच्छता’ है | शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने आदेश जारी किये, कोरोना काल के बाद से ही देश भर में स्वच्छता जागरूकता की जरूरत महसूस की जा रही थी |
बीते दिनों धामी कैबिनेट ने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय को उत्तराखंड बोर्ड के सभी स्कूलों में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी |
प्रीति को बंधक बनाकर दर्दनाक पिटाई, महिला आयोग ने लिया संज्ञान, आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने हेतु डीआईजी को भेजा पत्र
टिहरी, केन्द्र प्रशासक वन स्टॉप सेंटर बाल विकास टिहरी गढ़वाल रश्मि बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि रिंडोल गांव प्रतापनगर टिहरी गढ़वाल की प्रीति की विकासनगर देहरादून में 15 दिनों से बंधक बनाकर दर्दनाक पिटाई की घटना का उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कण्डवाल द्वारा संज्ञान लेते हुए मामले की पूरी जानकारी पीड़िता व उसके परिजनों से ली।
महिला आयोग अध्यक्षा श्रीमती कण्डवाल द्वारा इस संबंध में डीआईजी पी. रेणुका देवी से बिना लापरवाही बरतते हुए आरोपियों के विरुद्ध त्वरित कठोर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिये गये। डीआईजी पी. रेणुका देवी के निर्देश पर एसएसपी टिहरी ने इस मामले में अध्यक्षा
श्रीमती कण्डवाल बात कर पीड़िता को सुरक्षित उचित उपचार हेतु देहरादून भेजा गया है। प्रीति के परिजनों ने बताया कि प्रीति पुत्री चिरंजीलाल की शादी 10 साल पहले देहरादून के विकासनगर जीवनगढ़ में हुई, शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष वाले प्रीति को परेशान करने लगे, उस समय जैसे तैसे ससुराल और मायके पक्ष के लोगों की आपसी सहमति से प्रीति ससुराल में ही रहने लगी।
कुछ दिन पूर्व जब प्रीति की मां के बार-बार फोन करने पर प्रीति का काफी दिन से फोन न लगने और उससे बात न हो पाने पर उसकी मां को कुछ शक हुआ और वह अचानक प्रीति के ससुराल विकासनगर जीवनगढ़ चली गई, वहां पहुंचने पर जब उन्होंने प्रीति के बारे में पूछा तो ससुराल वाले टालमटोल करने लगे, जब वह अंदर कमरे में गई तो उसने देखा कि ससुराल वालों ने प्रीति को पीटा है, उसके शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान पड़े हैं। उसके बाद वह प्रीति को लेकर वापस टिहरी आ गई।
पीड़िता के देहरादून पहुँचने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कुसुम कंडवाल ने कोरोनेशन अस्पताल के सीएमएस से बात की और पीड़ित महिला को वहां बेड देने एवं तत्काल उत्तम इलाज मुहैया कराने के लिए निर्देश दिए।
उनके आदेश पर पीड़िता का उपचार कोरोनेशन अस्तपाल में शुरू हो गया है। महिला आयोग की अध्यक्षा ने कहा कि देवभूमि में भी इन मामलों से वह बहुत आहत है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले के आरोपियों को बिल्कुल भी बख्शा नही जाएगा। राज्य महिला आयोग ऐसे आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलायेगा।
Recent Comments