देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण और चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की मांग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन धरना आठवें दिवस भी जारी रहा। आज यमुना घाटी के वरिष्ठ आंदोलनकारी बाल गोविंद डोभाल व राम चन्द्र नौटियाल शहीद स्मारक पहुंच कर धरने को अपना समर्थन दिया।
वरिष्ठ आंदोलनकारी बाल गोविंद डोभाल ने कहा कि पूरी यमुना घाटी के आंदोलनकारियों में मुख्यमंत्री के झूठे आश्वासनों से हताश का माहौल है। वह समझ नहीं पा रहें हैं कि मुख्यमंत्री के पद पर बैठा व्यक्ति इस तरह की हरकत कैसे कर सकता है। उन्होंने यमुना घाटी के आंदोलनकारियों से अपील करी की वह तैयार रहें, इस बार बिना एक्ट बने वह वापस नहीं आने वाले। उत्तरकाशी से आये 75 वर्षीय खुशपाल सिंह परमार ने भी हामी भरी कि वह भी देहरादून के चक्कर लगा लगा कर परेशान हो चुके हैं वह “अब की बार- आर या पार” के मूड से यहाँ पहुंचे हैं।
धरने के संयोजक क्रांति कुकरेती ने बताया कि अन्य जिलों के आंदोलनकारी भी उनके संपर्क में हैं और वह भी जल्द अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने शहीद स्मारक में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। उन्होंने सभी आंदोलनकारी साथियों का आह्वान करते हुऐ कहा कि आगामी 10 अगस्त शनिवार को प्रातः 11बजे से एक बैठक शहीद स्मारक में आहूत की जायेगी, जिसमें इस आंदोलन के दूसरे चरण की रूपरेखा तैयार की जायेगी।
आज के धरने में प्रतापनगर से शिवराज सिंह रावत, उत्तरकाशी से खुशपाल सिंह परमार,शैलेंद्र सिंह, क्रांति कुकरेती,सुरेंद्र सिंह पवार,ललित चंद्र जोशी, रामचंद्र भट्ट, क्रांति अभिषेक बिष्ट, खुशपाल सिंह पवार, रामचंद्र नौटियाल, रामचंद्र भट्ट,विनोद असवाल, शैलेंद्र सिंह,कौशल्या देवी, अंबुज शर्मा, पूरन सिंह लिंगवाल, सुधीर नारायण शर्मा, दुर्गा बहादुर क्षेत्री, ललित मोहन गैरोला, सुरेंद्र सिंह रावत, सुनीता ठाकुर, हरीश पंत, बाल गोविंद,ओमी उनियाल,जगदीश चौहान,रेनू नेगी, शेर सिंह रावत, पुष्प राज बहुगुणा, प्रदीप कुकरेती आदि उपस्थित रहे।
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