Saturday, November 23, 2024
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देवभूमि का मूल स्वरूप किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जायेगा : धामी

-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल जिले को दी करोड़ों की सैगात
-काठगोदाम के बस टार्मिनल से पूरे कुमाऊं के लोगों को मिलेगा लाभ
-हल्द्वानी जैसी हिंसा दुबारा न हो सरकार ने उठाए कड़े कदम

हल्द्वानी,काठगोदाम रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय व अन्य कार्यों के 778.14 करोड़ के शिलान्यास व लोकार्पण के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाशिवरात्रि व महिला दिवस पर प्रदेश वासियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि देवभूमि का मूल स्वरूप किसी भी कीमत पर बिगड़ने नही दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि बनभूलपुरा घटना को अंजाम देने वाले एक-एक दंगाई को जब तक सलाखों के पीछे नहीं डाल दिया जाता, तब तक हमारी सरकार चैन से नहीं बैठेगी। जिन लोगों ने कानून के काम को रोकने का कार्य किया है जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ जांच होगी। उन्हांने कहा प्रदेश में जिन लोगों ने सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुचाया है वसूली भी उन्ही दंगाईयों से होगा।

उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय, ड्राइविंग सेंटर सहित यह निर्माण कार्य कई साल पहले तैयार हो जाने चाहिए थे, लेकिन सरकार द्वारा तमाम ऐसे कार्य किये जा रहे हैं, जो पूर्व की सरकारों ने इच्छाशक्ति की कमी के कारण नहीं किए। आज यह पुनीत कार्य मां शीतला देवी की कृपा से उनके द्वारा किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि जैसे पवित्र स्थान पर लंबे समय से सरकारी भूमि पर लैंड जिहाद का खतरनाक षड़यंत्र रचा जा रहा है। सिंचाई विभाग, वन विभाग, नगर निगम सहित अन्य विभागों की सरकारी भूमि पर कब्जे की नीयत से कथित धार्मिक स्थल बनाकर उन्हें कब्जाया जा रहा था। सरकार द्वारा अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाकर लगभग 3500 एकड अधिक भूमि से अतिक्रमण मुक्त कराया है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में अतिक्रमण अभियान भविष्य में भी चलता रहेगा। पुष्कर सिंह धामी ने कहा सरकार जनता का दुखदर्द समझती है सरकार द्वारा व्यापारियों हेतु वैडिंग जोन बनाये जा रहे है।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लैंड जिहाद पर कार्यवाही, नकल विरोधी कानून, समान नागरिक संहिता और धर्मांतरण को लेकर बनाए गए कानूनों पर कुछ लोगों द्वारा काफी बोला गया लेकिन इनके परिणाम आने के पश्चात लोग कानूनों की सच्चाई से रूबरू होकर आज कहा रहे हैं कि देवभूमि में वर्षो के पश्चात अच्छा हो रहा है।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार द्वारा केवल फैसले ही नहीं लिये जा रहे है, बल्कि सभी योजनाओं को धरातल पर भी उतार रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है समयावधि के भीतर उन योजनाओं को पूर्ण कर लोकार्पण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा आज रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय व अन्य कार्यों का शिलान्यास उनके द्वारा किया गया है मां शीतला देवी के आर्शीवाद से लोकार्पण भी उन्ही के द्वारा किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का हमेशा से ये लक्ष्य रहा है कि उत्तराखण्ड का सर्वांगीण विकास हो और उत्तराखंड प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़े।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड के अंतिम छोर पर खडे़ व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए दिनरात प्रयासरत हैं। सरकार का लक्ष्य विकास की धारा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है, इसके लिए ही सरकार दिन-रात प्रयत्नशील हैं। एक विकसित उत्तराखंड निर्माण का जो स्वप्न हमने देखा है, उसके लिए हम ’’स्पष्ट विजन’’ को लेकर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। सरकार की नीति और नियत दोनों स्पष्ट हैं, इसीलिए आज उत्तराखंड में विकास आधारित राजनीति की एक नई शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि पूर्ण विश्वास है कि हमारी ये विकास यात्रा आगे भी निरंतर जारी रहेगी।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज प्रदेश में इन्फ्रास्क्टचर, पर्यावरण सुरक्षा एवं आधुनिक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास के लिए भी विशेष अभियानों को चलाया जा रहा है। राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए, राज्य में पलायन को रोकने के लिए, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और राज्य की आधारभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सरकार द्वारा नीतिगत योजनाओं का खाका तैयार कर रहे हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रोडवेज बस टर्मिनल, आरटीओ कार्यालय, ड्राइविंग स्कूल का निर्माण होने से जहां रोजगार के अवसर बढेंगे, वही इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा आम जनता को वाहनों से सम्बन्धित कार्यों के लिए इधर उधर चक्कर काटने से आपको मुक्ति भी मिलेगी। उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने का जो ’’विकल्प रहित संकल्प’’ सरकार द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता के विश्वास और सहयोग से सभी समस्याओं को पार कर विकास के पथ पर अग्रसर हो रहे हैं।

अपने सम्बोधन में केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आज प्रदेश में विकास की लहर चल रही है और प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा हल्द्वानी शहर की फिजा भी परिवर्तित होने वाली है। देश के प्रधानमंत्री का देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए अनेकों कार्यों का जो संकल्प लिया है जल्द ही धरातल पर उतरने वाले है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के 10 लाभार्थियो को चैक प्रदान किये गये। साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत लखपति दीदी योजना के अन्तर्गत 10 स्वयं सेवी संस्थाओं को 4 करोड 6 लाख 50 हजार के चैक प्रदान किये गये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत जनपद की 40 बालिकाओं 10-10 हजार के चैक दिये गये। समाज कल्याण विभाग द्वारा 7 दिव्यांगजनों को मोटराईजड ट्रायसाईकिल तथा 10 दिव्यांगजनों को व्हील चेयर दी गई। कृषि विभाग के 25 कृषको को सम्मानित किया गया। बनभूलपुरा घटना मे पत्रकारों के दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री विवेकाधीन राहत कोष से 10 लाख का चैक प्रदान किया। इस अवसर पर ईजा बैंणी महोत्सव पर वीडीयो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लांच की गई। कार्यक्रम में सुनिधि एवं छोलिया सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन नवीन पांडेय ने किया।

कार्यक्रम में विधायक बंशीधर भगत, दीवान सिंह बिष्ट, डा0 मोहन सिंह बिष्ट, सरिता आर्या, रामसिंह कैडा, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, दर्जा राज्यमंत्री डा0 अनिल कपूर डब्बू, सुरेश भट्ट, दीपक मेहरा, दिनेश आर्या, मजहर नईम नवाब, जिला पंचायत उपाध्यक्ष आनंद सिंह दरम्वाल, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, साकेत अग्रवाल, पूर्व मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, मुकेश बोरा, नवीन भट्ट, रंजन बर्गली, ध्रुव रौतेला, विनीत अग्रवाल, जेड ए वारसी, प्रताप बोरा, प्रकाश हर्बोला के साथ ही सचिव परिवहन अरविंद सिंह हयांकी, जिलाधिकारी वन्दना सिंह, एसएसपी पीएन मीणा, नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट ए पी बाजपेई, प्रबंध निदेशक दीपक जैन, एसडीएम हलद्वानी परितोष वर्मा, रामनगर राहुल शाह, तहसीलदार सचिन के साथ ही मातृशक्ति, गणमान्य उपस्थित थे।

 

उत्तराखंड़ की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं पहाड़ की नारियां : स्वाति एस. भदौरिया

एन0एच0एम0 उत्तराखण्ड ने किया मातृशक्ति के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन -  देव भूमि समीक्षा
-राज्य एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को किया गया सम्मानित
-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड ने किया मातृशक्ति के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून, भारतीय ग्रंथों में महिला को लेकर कहा गया है ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’ अर्थात जहाँ नारियों को पूजा जाता है वहां देवता निवास करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ’’अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2024’’ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड के द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने और मातृ स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने व बेहत्तर बनाने के उद्देश्य को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड के मातृ स्वास्थ्य अनुभाग द्वारा ’’स्वस्थ महिला स्वस्थ बच्चा’’ थीम पर आधारित रहा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड की मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया के गतिशील नेतृत्व में इस कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर की आशा कार्यकत्री से लेकर राज्य एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली सभी महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करना था। मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया और मातृ स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए गर्भवती महिलाओं को पोषण किट का वितरण किया गया। इस अवसर पर एनएचएम के निदेशक डाॅ आर के सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का धन्यवाद अदा किया गया। राज्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय में आयोजित इस उत्सव में निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, निदेशक एनएचएम, समस्त प्रभारी अधिकारी एवं यूएसएआईडी टीम, एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली सभी महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के अलावा गणमान्य व्यक्तियों और कार्यालय की समस्त महिला और पुरुष कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।

 

उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में पहाड़ की नारी की अहम भूमिका :

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड की मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने कहा महिलाएं आज जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता के नए कीर्तिमान रच रही हैं। “महिलाऐं समाज, राष्ट्र और सृष्टि की सृजनकर्ता है। हम एक दिन क्या पूरे वर्ष भी महिलाओं के लिए आयोजन करें तो कम है। उन्होंने कहा कि महिलाएं पुरूषों के बराबर ही नहीं बल्कि उनसे कहीं आगे हैं। वैसे तो महिलाएं स्वयं काफी सशक्त हैं लेकिन आज के इस कार्यक्रम से महिलाओं में और जागरूकता आएगी। उन्होंने कहा कि यदि एक बालिका पढ़ लिख लेती है तो वह अपने परिवार का ही नहीं संपूर्ण समाज का भला करती है। आज हमारे सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं जिसमें सबसे बड़ी लिंगानुपात है। इसे बराबर करने में प्रत्येक महिला एवं पुरूष की बराबर भागीदारी है। महिलाओं के प्रति समाज में अच्छी सोच बनाने के लिए आवश्यक है कि महिलाओं की सफलता की कहानियों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। हमारे देश में आदिकाल से ही नारी शक्ति को पूजनीय माना गया है। आप पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाएं भी पीछे नहीं है वह कृषि, पशुपालन, सिलाई, मशरूम उत्पादन आदि का व्यवसाय कर अपने परिवारों को समृद्ध बनाने के साथ-साथ रोजगार सृजन और वित्तीय आधार को मजबूत करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्क्ष पर मातृ एवं बाल स्वास्थ्य की प्रभारी अधिकारी डॉ. उमा रावत द्वारा स्वस्थ महिला, स्वस्थ बच्चा के बारे में तथा महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और महिलाओं के स्वास्थ्य और अगली पीढ़ी के उज्जवल भविश्य की षुभ-कामना की गयी।
मातृ स्वास्थ्य के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. नितिन अरोड़ा द्वारा मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बहुमुखी आयामों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम में योगदान दिया। उपस्थित लोगों को शामिल करने और शिक्षित करने के लिए उन्होंने एक व्यावहारिक प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया, जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य और मातृ कल्याण के ऐसे पहलुओं पर चर्चा की गयी, जिन पर कम वार्ता होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखंड के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह ने हर स्तर पर महिलाओं को पहचानने, सराहना करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए और स्वस्थ महिलाओं और स्वस्थ बच्चों के बीच अभिन्न संबंध पर जोर देकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड ने पूरे राज्य में मातृ कल्याण को बढ़ावा देने के लिए अपना समर्पण दोहराया।
इस मौके स्वास्थ्य महानिदेशालय की निदेशक डाॅ सुनीता टम्टा ने कहा जैसा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड महिलाओं के स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखता है, यह आयोजन एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता प्रदर्षित करता है और समग्र स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने के व्यापक लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।

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