रूड़की। तीन वर्षीय समझौते को लेकर लक्सर टायर फैक्ट्री के श्रमिकों और प्रबंधन के बीच चल रहे विवाद का हल नजर नहीं आ रहा है। उधर, 5 दिन से अनशन पर बैठे चारों श्रमिकों की तबीयत खराब होने लगी है। उन्हें हाई ब्लडप्रेशर और कमजोरी की शिकायत बताई जा रही है। सीएचसी की टीम रोज दो बार उनके स्वास्थ्य की जांच कर रही है।
हर तीन साल बाद होने वाले समझौते की शर्तों से लक्सर टायर फैक्ट्री की छह ट्रेड यूनियन के श्रमिक 23 सितंबर की शाम से आंदोलन पर हैं।
सकारात्मक वार्ता न होने पर सोमवार से पंकज चौधरी, जयविंद्र खटाणा, सुधीर पंवार और पंकज शर्मा आमरण अनशन पर बैठे हैं। श्रमिक नेता अशोक कुमार, सहीपाल, कप्तान सिंह ने बताया कि श्रमिक पांच दिन से पूरी तरह भूखे प्यासे बैठे हैं। इससे इन चारों की तबीयत लगातार बिगड़ रही है। बताया कि अनशन पर बैठे श्रमिकों का वजन कम हो रहा है। साथ ही इन्हें हाई ब्लडप्रेशर कमजोरी और खड़े होने में चक्कर आने की शिकायत हो रही है। एसडीएम वैभव गुप्ता ने बताया कि लक्सर सीएचसी की टीम रोज दो बार अनशनरत श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है। उनकी रिपोर्ट के मुताबिक प्रशासन कार्रवाई करेगा। शुक्रवार को सोहनवीर और अशोक कुमार भी अनशन पर रहे। उनके साथ रामकुमार, बलदेव पाल, राजीव कौशिक, गोविंद सिंह, चैनपाल, निशांत कुमार, अंकित नागर, गुणांक त्यागी, ठाकुर विजय सिंह, जितेंद्र कुमार, विरेंद्र सिंह, अवनीश शर्मा, विजय शर्मा, राकेश कुमार, प्रवेश कुमार, अंचल कुमार, सोनू कुमार, सुभाष कुमार, अमित झा, रविपाल सिंह, महकार सिंह सहित काफी श्रमिक धरनास्थल पर मौजूद रहे।
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