Wednesday, November 27, 2024
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केन्द्र की नई शिक्षा नीति का 14 नोडल अधिकारी करेंगे क्रियान्वयन,शिक्षा विभाग ने अधिकारियों को जारी किया पत्र

देहरादून, केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने 16 नोडल अधिकारी और 31 सहायक नोडल अधिकारियों को नामित किया है। ये अधिकारी नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किए जा रहे पाठ्यक्रमों को लेकर पूर्व में गठित राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रकोष्ठ के साथ समन्वय बनाएंगे। संपूर्ण पाठ्यक्रम को 16 अध्याय में बांटा गया है। एक नोडल अधिकारी व दो सहायक नोडल अधिकारी एक अध्याय की समीक्षा करेंगे।
महानिदेशक विद्यालय शिक्षा ने सोमवार को शिक्षा महानिदेशालय से जुड़े सभी उच्च अधिकारियों को इस आशय का पत्र जारी किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का प्रदेश में बेहतर क्रियान्वयन हो, इसके लिए वरिष्ठ शिक्षा अधिकारियों को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इनमें अत्रेश सयाना व प्रदीप रावत को दो-दो अध्याय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राय सिंह रावत, आकाश सारस्वत, पल्लवी जैन, आशारानी पैन्यूली, एसबी जोशी, कंचन देवराड़ी, डा. हेमलता, वर्षा भारद्वाज, एसपी सिंह, एमएम जोशी व कुलदीप गैरोला एक-एक अध्याय के नोडल अधिकारी होंगे। विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने निर्देश दिया है कि नामित नोडल अधिकारी सप्ताहवार कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रकोष्ठ के साथ समन्वय स्थापित कर इस बारे में प्रकोष्ठ को ई-मेल से जानकारी दें।

दून नगर महाविद्यालय में प्रवेश चार दिसम्बर तक

दून के नवसृजित राजकीय महाविद्यालय, में स्नातक में प्रवेश चार दिसंबर तक होंगे। हाल ही में सरकार ने दून शहर के लिए एक नए महाविद्यालय की घोषणा की। यहां प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति भी कर दी गई है। इस नए महाविद्यालय का अपना भवन नहीं है। लिहाजा इस विद्यालय के लिए बीए, बीएससी व बीकाम प्रथम वर्ष में प्रवेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर मालदेवता व राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में लिए जा रहे हैं। प्रभारी प्राचार्य डा. प्रभात द्विवेदी ने बताया कि इच्छुक छात्र-छात्राएं दोनों महाविद्यालय में प्रवेश ले सकते हैं। चार दिसंबर के बाद प्रवेश नहीं होंगे।

 

कोटद्वार में धार्मिक स्थल निर्माण पर भड़के हिंदू संगठन, पुलिस ने रुकवा निर्माण कार्य

पौड़ी, जनपद के कोटद्वार स्थित वार्ड नंबर चार गाड़ीघाट में एक समुदाय की ओर से करवाए जा रहे निर्माण कार्य पर हिंदू संगठन भड़क उठे। हिंदू संगठनों ने समुदाय के व्यक्तियों पर क्षेत्र में धार्मिक स्थल बनाने का आरोप लगाया है। वहीं, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवा दिया। हिंदू संगठनों ने पूरे मामले की जांच नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

बजरंग दल के जिला संयोजक आशीष सतीजा ने बताया कि गाड़ीघाट क्षेत्र में खोह नदी के तट पर पिछले कई दिनों से निर्माण कार्य चल रहा था। मंगलवार सुबह जब उन्होंने निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उक्त भूमि पर एक समुदाय की ओर से धार्मिक स्थल बनाया जा रहा है। आसपास मौजूद वार्डवासियों ने इसकी सूचना हिंदू संगठनों को दी। इसके बाद मौके पर विभिन्न हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता पहुंचने लगे। हिंदू संगठनों की भीड़ देख निर्माण कार्य कर रहे मजदूर भी वहां से भाग गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में किया।

वहीं, निर्माण करवा रहे गाड़ीघाट निवासी शाहीन ने बताया कि वह बच्चों को ट््यूशन पढ़ाने के लिए उक्त भूमि पर दो कमरे बनवा रहा है। उक्त निर्माण कार्य को धार्मिक स्थल से जोड़कर विवाद खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगमोहन रमोला ने बताया कि बढ़ते विवाद को देखते हुए फिलहाल निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। इस मौके पर बजरंग दल के नगर अध्यक्ष हर्ष भाटिया, हिंदू युवा वाहिनी के राजेश जदली, संजय थपलियाल, दुर्गेश ममगाईं, तेजपाल, मुकेश आदि मौजूद रहे।

 

बॉलीवुड फिल्म ‘बूंदी रायता’ और कोविड महामारी पर बनी ‘उखड़ी सांसे’ की चल रही दून में शूटिंग

देहरादून, उत्तराखंड़ की हसीन वादियां अब बाॕलीवुड को भाने लगी, कोरोना काल के बाद अब प्रदेश में लगातार फिल्मों की शूटिंग का सिलसिला जारी है, आजकल फिल्म बूंदी रायता की शूटिंग दून के विभिन्न स्थानों पर चल रही है, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों द् फिल्म का शुभारंभ किया गया, इस दौरान विधायक श्री विनोद चमोली भी मौजूद रहे | मूवी हिंदी फिल्म ‘बूंदी रायता’ राधिका जी फिल्म्स के बैनर तले बन रही है | इस फिल्म में स्टार कास्ट हिमांशु कोहली शिल्पा शिंदे रवि किशन और निर्देशन कमल चंद्रा कर रहे हैं || बॉलीवुड के फेमस कैमरामैन और फोटोग्राफर रामा भट्ट फिल्म का महत्वपूर्ण सहभागिता निभा रहे हैं, इसी के साथ ही एक अन्य फिल्म की शूटिंग भी साथ साथ चल रही चल रही है, रिद्धि सिद्धि फिल्म प्रोडक्शन एवं प्रतिमा फिल्म एंटरटेनमेंट बैनर तले
“उखड़ी सांसे ” फिल्म का निर्माण किया जा रहा है | “उखड़ी सांसे “फिल्म का डायरेक्शन बालकराम जी कर रहे हैं इस फिल्म में उत्तराखंड, मुंबई के काफी कलाकार को जगह दी गई है | दोनों ही फिल्में शानदार तरीके से शूट हो रही है जो की उत्तराखंड ऋषिकेश हरिद्वार टिहरी मसूरी हसीन पहाड़ी वादियों पर फिल्माई जा रही हैं, फिल्म ” बूंदी रायता ” कॉमेडी सब्जेक्ट है जबकि “उखड़ी सांसेे ” अंडर कोविड-19′ पर आधारित है, निर्माणधीन दोनों फिल्मों सशक्त कहानी दर्शकों को काफी पसंद आएंगी |

 

देवस्थानम बोर्ड भंग करने की घोषणा : केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने खुशी में निकाली विजयी रैली बांटी मिठाई

रुद्रप्रयाग, प्रदेश के मुख्यमंत्री की देवस्थानम बोर्ड भंग करने की घोषणा के बाद केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने खुशी में विजयी रैली निकालकर मिठाई बांटी। साथ ही एक-दूसरे को बधाई दी गई। दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार के इस फैसले को तीर्थ पुरोहित व हक-हकूकधारियों के संघर्षो की जीत बताया।

देवस्थानम बोर्ड भंग करने का फैसला आते ही पूरी केदारघाटी में तीर्थपुरोहित समाज और व्यापारियों में खुशी की लहर है। मंगलवार सुबह से ही तीर्थपुरोहित समाज सरकार के फैसले का इंतजार कर रहा था। ऊखीमठ एवं गुप्तकाशी में तीर्थ पुरोहित, हक-हकूकधारी, व्यापारी एवं स्थानीय जनता ने रैली निकालकर पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहित समाज के व्यक्तियों ने ऊखीमठ स्थित शहीद राज्य आंदोलनकारी अशोक कैशिव के चित्र पर फूल माला पहनाकर प्रसन्नता जताई। केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि सरकार का यह निर्णय सराहनीय है, तीर्थपुरोहित लंबे समय से अपनी मांग को लेकर आंदोलनरत थे। वहीं तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी, राजकुमार तिवारी एवं तेजप्रकाश त्रिवेदी ने कहा कि जब तक कैबिनेट के साथ ही विधानसभा में बिल लाकर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर सरकार प्रस्ताव नहीं लाती, तब तक प्रदेश सरकार को इसका श्रेय नहीं दिया जाएगा।
वहीं देवस्थानम बोर्ड के सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार ने तीर्थपुरोहितों की भावनाओं को ख्याल रखते हुए निर्णय लिया है। देवस्‍थानम बोर्ड भंग करने की घोषणा को लेकर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करना सरकार की मजबूरी थी और तीर्थपुरोहितों के आंदोलन से सरकार डर गई थी।

 

निगम पार्षदों ने दी चेतावनी, जल्द ठीक नहीं हुई स्ट्रीट लाइटें तो धरने पर बैठेंगे

देहरादून, नगर निगम द्वारा शहर को तकरीबन 80 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट की रोशनी से जगमग करने का जिम्मा जिस कंपनी को दिया उसकी लचर कार्यशैली पर पार्षदों ने सवाल खड़े कर दिये। पिछले महीने कंपनी के दफ्तर में ताला लगाने और उसके बाद निगम में हड़ताल के बाद महापौर सुनील उनियाल गामा व नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला की ओर से कंपनी को दी गई चेतावनी भी बेअसर साबित होने लगी है। इससे नाराज पार्षदों ने सोमवार को नगर आयुक्त से मुलाकात कर शिकायत की और चेतावनी दी कि यदि लाइटें जल्द ठीक नहीं हुई तो पार्षद धरने पर बैठ जाएंगे, नगर निगम की ओर से दिल्ली की एक कंपनी से शहर में पुराने साठ वार्डों में पुरानी सोडियम लाइटें हटाने एवं नईं एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने का करार किया गया था। उक्त कंपनी की कार्यशैली शुरुआत से विवादों में रही। निर्धारित समय के बजाए कंपनी ने दो साल की देरी से यह काम पूरा किया। नगर निगम ने इसके बावजूद नए 40 वार्डों में भी एलईडी लाइटें लगाने का काम इसी कंपनी को दे दिया। कंपनी को जुलाई में काम पूरा करना था, जो अब तक आधा भी नहीं हो पाया है। इधर, पुराने वार्डों में लगाई आधी से ज्यादा एलईडी लाइटें खराब हो चुकी हैं। पार्षद लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं, मगर निगम अधिकारी कुछ करने को तैयार नहीं। ज्यादातर वार्डों में लगी सैकड़ों स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं और कंपनी इन्हें ठीक ही नहीं कर रही। निगम के शिकायत प्रकोष्ठ में बंद स्ट्रीट लाइटों को लेकर रोजाना सौ से ज्यादा शिकायतें आ रही है |

सोमवार को निगम के नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में कुछ पार्षदों ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर वार्डों में नई लाइटों के खराब होने की समस्या उठाई व कंपनी से काम छीनने की मांग की। पार्षदों ने कहा कि लाइटें ठीक करने में कंपनी की लापरवाही से आमजन में नाराजगी है और पार्षदों को रोज खरी-खोटी सुननी पड़ रही है। इस दौरान पार्षद हरिप्रसाद भट्ट, राजेश परमार आदि मौजूद थे।

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