Monday, April 28, 2025
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जिला प्रशासन की टीम ने कूड़ा बिनते बच्चे को किया रेस्क्यू

देहरादून, जिलाधिकारी सविन बंसल ने चार्ज ग्रहण करते ही भिक्षावृति एवं बाल मजदूरी पर रोक लगाने हेतु निरंतर सख्त निर्णय लिए है। जिसके तहत भिक्षावृत्ति वाहन, चौराहों पर होमगार्ड की तैनाती, सक्रिय सचल टीमे कार्य कर रही हैं, जो शहर भर में निंरतर पेट्रोलिंग कर रही है। इसी का परिणाम है कि अभी तक लगभग 240 से अधिक बच्चों को भिक्षावृत्ति तथा बाल मजदूरी से रेस्क्यू किया गया है। यह कार्यवाही निरंतर जारी है। इसी क्रम में भिक्षावृत्ति टीम द्वारा बिन्दाल चौक से 1 बालक कूड़ा को बिनते हुए पाया तथा उसको रेस्क्यू किया गया सारी प्रक्रियाओं के बाद बालक को शिशु सदन में रखा गया है।
जिला प्रशासन की शहर में घुमतू बच्चों पर नजर है जिनको रेस्क्यू कर निर्धारित प्रक्रिया अपनाते हुए आधुनिक इनटेंसिव केयर सेन्टर में मांइड रिफार्म हेतु रखा जाता है। जहां विशेषज्ञ द्वारा उनको संगीत, खेल, अन्य गतिविधि, कम्प्यूटर के ज्ञान की आधुनिक तकनीकि की जानकारी के साथ ही शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। अभी हाल ही में आधुनिक इन्टेंसवि केयर सेंटर से 19 बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने हुए स्कूलों में दाखिला करवाया गया है।

 

यूसीसी के दुष्परिणाम एवं संस्कृति की रक्षा हेतु राज्य आंदोलनकारी मंच ने दिया धरना

देहरादून, रविवार को दीनदयाल पार्क में उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पूर्व घोषणा के तहत यूसीसी के दुष्परिणाम एवं संस्कृति की रक्षा हेतु धरना आयोजित किया गया। धरने का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल एवं अध्यक्षता जगमोहन सिंह नेगी द्वारा किया गया।
धरने में भाग लेने वाली वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पुष्पलता सिलमाणा एवं सुभागा फर्स्वाण कें साथ केशव उनियाल ने कहा कि हमारी देव भूमि की यें संस्कृति नहीं कि हम अपनी पीढ़ी कों लिविंग इन रिलेशनशिप जेसे सम्बन्धों की जानकारी दें औऱ घर औऱ समाज का माहौल खराब करें। सरकार तत्काल सामाजिक संगठनों व बौद्धिक समाज व धामों व पीठ कें पुजारियों से भी सम्पर्क कर लिविंग रिलेशनशिप शब्द कों हटाए जिससे समाज मॆं एक अच्छा सन्देश जायेगा औऱ देश प्रदेश की जनता सरकार का धन्यवाद औऱ स्वागत करेगी।
अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व सुलोचना भट्ट कें साथ उफ़तारा कें पूर्व अध्यक्ष एवं लिविंग इन रिलेशनशिप कें लेखक व निर्देशक प्रदीप भण्डारी ने जोर देते हुये कहा कि इस कच्ची उम्र कें इस दौर में हम उन्हें बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य व संस्कृति की रक्षा करना व उसका पालन करना साथ ही राज्य कें संघर्ष कों याद कर प्रदेश मॆं सर्वांगीण विकास की बात सिखाएं ना कि लिविंग रिलेशनशिप जेसी बातों मॆं धकेले। माननीय मुख्यमन्त्री जी कों अवगत कराते हुये कहा कि पूरे विश्व मॆं ऐसी कानून नहीं औऱ ना ही भारत कें किसी राज्य मॆं यें कानून बना तो देवभूमि क्यों इस शब्द कों लाकर शर्मिंदगी उठवा रही हैं। अतः इसे हटाया जाय अन्यथा जनजागरण कें माध्यम से प्रदेश वासी सड़कों पर होंगे।
प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती व महासचिव रामलाल खंडूड़ी कें साथ गणेश डंगवाल ने कहा कि सरकार इस विषय कों गंभीरता से पुनर्विचार करें औऱ बेहतरीन समझ कें अधिकारियों एवं संस्था कें प्रतिनिधियों कें साथ विचार विमर्श कर इस लिविंग रिलेशनशिप कों हटाए और बेहतरीन उदहारण प्रस्तुत करें। अन्यथा उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच जल्द सड़कों पर उतरने कों बाध्य होगा। संचालन करते हुये पूरण सिंह लिंगवाल ने सवाल करते हुये पूछा कि सरकार आखिर कब बदलेगी इसे ..? यें बड़ा सवाल हैं। हम पूर्व में भी इसका विरोध कर चुके हैं। अन्त मॆं सभी लिविंग रिलेशनशिप पर बनी फिल्म कों यू ट्यूब देखने की अपील की।
धरना देने वालों मॆं मुख्यतः केशव उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , आमोद पैन्युली , विशम्भर दत्त बौंठीयाल, चन्द्रकिरण राणा , पूरण सिंह लिंगवाल , गणेश डंगवाल , मनोज नौटियाल , बुद्धिराम रतूड़ी , हरी सिंह मेहर , धनंजय घिल्डियाल , विनोद असवाल , नरेन्द्र नौटियाल , पुष्पलता सिलमाणा , राधा तिवारी , सुलोचना भट्ट , तारा पाण्डे , संगीता रावत , अरुणा थपलियाल , शकुन्तला रावत , द्वारिका बिष्ट , सुभागा फर्स्वाण , प्रभात डण्डरियाल , रोशनी देवी , सरोजनी नौटियाल , देवेस्वरी रावत , पुष्पा रावत , विरेन्द्र सिंह , सुशीला चमोली , राजेश्वरी रावत , मीरा गुसांई , राजेश्वरी ममगांई , यशोदा रावत , सुनीता बहुगुणा , कल्पेस्वरी राणा , सुरेन्द्र नेगी , शिला जखमोला , राजेश्वरी देवी आदि।

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