-बीर बहादुर थापा की पत्नी ने बिना अभियुक्तों की गिरफ्तारी के अस्पताल से पार्थिव शरीर लेने से किया मना
-बीर बहादुर थापा की पत्नी ने सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग
-गौरव सैनानी एसोसिएशन उत्तराखंड ने की सरकार से जांच की मांग
देहरादून, जनपद के चंद्रबनी चोयला क्षेत्र में कल सुबह 5 बजे से जमीनी विवाद में मुजफ्फरनगर के कुछ अभियुक्तों द्वारा जानलेवा हमले में मारे गए बीर बहादुर थापा का पार्थिव शरीर अभी तक भी वेडमेड अस्पताल में ही है और परिवार पार्थिव शरीर को नहीं लेना चाहता है, जिससे पुलिस का घर पर आज बुधवार को पूरे दिन जमावड़ा लगा रहा और लगातार परिवार को मनाने की कोशिश नाकाम रही।
परिवार और बीर बहादुर की पत्नी राधा थापा का कहना है कि जब हमने अक्टूबर 2023 से पटेल नगर थाने में इन अभियुक्तों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर रखी है और मेरे पति ने पहले भी बार बार अपने परिवार की जान का खतरा बताया था और जमीन का मामला भी कोर्ट में लम्बित है जिस पर यथास्थिति बनाए रखने को कहा गया लेकिन मुजफ्फरनगर के कुछ बदमाश समय-समय पर जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे साथ मारपीट कर रहे हैं लेकिन पुलिस ने कभी भी हमारे परिवार का साथ नहीं दिया और अभियुक्तों को पनाह दी, यहां तक कि हमारे पास में किसी मकान मालिक ने उन्हें रहने को मकान देकर अपराधियों को संरक्षण दिया, लेकिन पुलिस ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की।
राधा थापा ने साफ शब्दों में कहा कल थाना पटेल नगर ने एक तरफा कहानी बनाकर आज के समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर है कि एस आई टी द्वारा जांच हो गई है और जमीन अभियुक्त पक्ष की सही पायी गई है जो कि आज तक तक कोई एस आई टी की टीम हमारे पास आई और न कोई जांच हुई पता नहीं कहां कैसे जांच हुई हम इसके खिलाफ रिपोर्ट करेंगे। परिवार व समर्थकों ने स्थानीय पार्षद व विधायक के कल से न पहुंचने पर विरोध प्रदर्शन किया बाद में फोन करने पर पार्षद आये और विरोध का सामना करना पड़ा हालांकि बाद में विधायक भी मौके पर पहुंचे और यथासंभव मदद का वादा किया और अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पुलिस प्रशासन को बताया।आज पूरे दिन बीर बहादुर के घर पर पूर्व सैनिकों व क्षेत्रीय जनता का जमावड़ा लगा रहा कई सामाजिक संगठन यहां पर पहुंचे।
परिवार ने विधायक व पुलिस प्रशासन को निकट भविष्य में अभियुक्तों से परिवार पर खतरे की आशंका जताई है और प्रशासन से मदद मांगी है।
राधा थापा ने कहा है कि मेरे पति को बुरी तरह मारा गया और उनकी जान चली गई मेरे बच्चे अनाथ हो गए। मैं अपने पति की लाश तब तक अस्पताल से नहीं लूंगी जब तक सभी अपराधी गिरफ्तार न हो जिसके कारण आज भी बीर बहादुर थापा का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया ।
शासन प्रशासन कितना संज्ञान लेता है इसकी खबर कल ही पता लगेगी। अभी भी घर पर लोगों का जमावड़ा लगा है। मामले पर शासन प्रशासन द्वारा समय पर संज्ञान न लेने से मामला काफी बढ़ रहा है लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
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