रुद्रपुर, प्रदेश के जनपद यूएस नगर के विकास खंड जसपुर के गांव रामजीवन पुर में हाईस्कूल और इंटर के फर्जीप्रमाण पत्रों के आधार पर पिछले कई सालों नौकरी कर रहा था लेकिन अब विभागीय जांच की गयी जिसमें प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा हरेन्द्र कुमार मिश्रा ने जांच के बाद आरोपी शिक्षक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त शिक्षक बीते 24 साल से राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामजीवनपुर में सहायक अध्यापक पद पर तैनात था । उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामजीवनपुर में जसपुर निवासी हरगोविंद सिंह की तैनाती 2000 में हुई थी। हरगोविंद ने नियुक्ति के दौरान हाईस्कूल, इंटर तथा अदीब, कामिल जामिया उर्दू अलीगढ़ के प्रमाण पत्र लगाए थे। फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी करने की शिकायत कुछ लोगों ने विभाग से की थी और विभाग से जांच की मांग की। जिसमे जांच में आरोपी शिक्षक के हाईस्कूल और इंटर के प्रमाणपत्र फर्जी मिले ।
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा हरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया की जसपुर में हरगोविंद सहायक अध्यापक पद पर तैनात थे जिनकी जांच चल रही थी कि इनके द्वारा जो नियुक्ति पाई गई है जिसमे हाईस्कूल ओर इंटरमीडिएट के अंकपत्र फर्जी है जिसकी जांच की गई थी जिसमे सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए थे जिसके बाद 2020 में इनको सेवा से बर्खास्त किया गया था फिर इनके द्वारा माननीय न्यायालय में अपील की गई थी जिसमे माननीय न्यायालय द्वारा कहा गया कि पुनः इसकी जांच की जाए जिसमे फिरसे जांच की गई जो इनकी नियुक्ति का आधार था वो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के हाईस्कूल ओर इंटरमीडिएट के अंकपत्र का हि आधार था जिसमे पुनः जांच करने के बाद अंक पत्र फर्जी पाए गए ओर इनका पक्ष भी जाना गया जिसमें इनका पक्ष कोई संतोषजनक नही था उस जांच आधार पर इनको सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
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