रुद्रपुर,। मोटीवेटर परमप्रीत कौर सिक्का ने कहा है कि पीरियड्स आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसे रोका या बाधित नहीं किया जा सकता है लेकिन इससे उत्पन्न दर्द एवं दूसरी असुविधाओं को कम जरूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं कुछ सावधानियां व परहेज करेंगी तो पीरियड से होने वाली परेशानियों से छुटकारा पा सकती हैं।
महावारी के दौरान महिलाओं को संक्रमण से बचाने के लिए ग्राम किरतपुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय परिसर में जागरूकता अभियान चलाया गया। रुद्रपुर राइजिंग फाउंडेशन द्वारा चलाए गए इस अभियान में परमप्रीत ने कहा कि मासिक धर्म की स्वच्छता बनाए रखने के लिए खुद की सफाई रखनी बहुत जरूरी है। इसलिए 4 से 6 घंटे के भीतर सेनेटरी पैड बदलने की जरूरत होती है क्योंकि पूरे दिन एक ही पैड का इस्तेमाल करना सेहत के लिए हानिकारक होता है तथा जलन में इंफेक्शन की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने कहा कि पीरियड के दौरान एनर्जी व् न्यूट्रिएंट की जरूरत पड़ती है, इसलिए नियमित रूप से अच्छा व पौष्टिक भोजन लेना चाहिए। चॉकलेट, केक, बिस्कुट आदि मिठास पदार्थों का कम प्रयोग तथा खट्टी चीजों का परहेज करना चाहिए क्योंकि यह शरीर के अंगों में सूजन पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि दिनचर्या में बदलाव व खानपान में संतुलन रखकर पीरियड्स में होने वाली समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता।
फाउंडेशन की महिला अध्यक्ष चन्द्रकला राय ने कहा है कि लड़कियों में किशोर अवस्था में हारमोन बढ़ने शुरू हो जाते हैं और शरीर का आंतरिक व बाहरी विकास होता है। किशोरियों को माहवारी (मासिक धर्म) के दौरान घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि शरीर की स्वच्छता और खान-पान का ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि किशोरियों को बेझिझक होकर अपनी मां, भाभी, बहन, बुआ, स्कूल में महिला, शिक्षक व आंगनबाड़ी वर्कर, स्वास्थ्य केंद्र जाकर महिला विशेषज्ञ को पीरियड्स के बारे में बताएं। ये प्राकृतिक है। इसलिए इससे शर्माने की जरूरत नहीं है।इस दौरान किशोरियों को निशुल्क पैड भी वितरित किये गए।इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्रीमती निर्मला सिंह,सुमन मिश्रा, मैरी थापा, मीनू जोशी,अर्चना राय,सुमन तिवारी,अनिता मिश्रा, रुनु शर्मा आदि मौजूद थे। अभियान में करीब 70 किशोरियों व महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
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