पौड़ी (श्रीनगर), कोरोना काल में एक तरफ उत्तराखंड़ शासन की ओर से स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा आयोजित कराई जा रही, दूसरी तरफ बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ ने इसके खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई है। संघ ने इन पदों पर एनएचएम व उपनल के माध्यम से तैनात नर्सेज को नियमित किए जाने की मांग की है। ऐसा न किए जाने पर महासंघ ने 25 मई से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
गौरतलब हो कि शासन की ओर से आगामी 28 मई को स्टाफ नर्स पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा की तिथि निर्धारित की गई है। भर्ती परीक्षा आयोजित कराए जाने पर बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ ने कड़ी नाराजगी जताई है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजल्वाण ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में एनएचएम व उपनल के माध्यम से बड़ी संख्या में नर्सेज तैनात है।
शासन को इस कोरोना काल में नर्सेज के पदों पर भर्ती परीक्षा करवाने के बजाय इन नर्सो को वरिष्ठता के आधार पर नियमित करना चाहिए। जिससे स्वास्थ्य विभाग को अनुभव वाली नर्सेज मिलेंगे। साथ ही परीक्षा में शामिल होने के लिए किसी भी नर्स को अवकाश नहीं लेना पड़ेगा। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं भी निरंतर बनी रहेंगी। महासंघ ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो 25 से 30 मई तक पूर्ण कार्य बहिष्कार किया जाएगा। महासंघ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन भी सौंपा है। ज्ञापन सौंपने वालों में रवि सिंह रावत, राकेश बडोनी, सुनील उपाध्याय, अलका चौहान, हेमा नेही, संगीता पाल, राखी, निकिता सिंह सुरजीत व अंजन गैरोला आदि शामिल थे।
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