देहरादून, राज्य में 2024-25 का शिक्षा सत्र चालू हो गया और सभी विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो गयी है, लेकिन निजी स्कूलों द्वारा प्रवेश शुल्क, गणवेश, किताबों आदि मामलों में अभिभावकों पर दबाव बनाकर मनमानी की जाती है, जिस पर अब शिक्षा विभाग लगाम लगायेगा जिसके तहत निजी स्कूलों की मनमानी अब नहीं चलेगी। इसके लिये मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) दून प्रदीप रावत ने एक सकारात्मक पहल के तहत अभिभावकों के लिए शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया है, प्रवेश शुल्क, गणवेश, किताबों है।
इसके लिए दूरभाष नंबर 0135-2787028 व ईमेल आइडी [email protected] भी जारी की गई है। इस प्रकोष्ठ में अभिभावक प्रवेश शुल्क, पाठ्य पुस्तक, स्कूल वैन, गणवेश आदि से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इन शिकायत पर विभाग जल्द से जल्द कार्रवाई करेगा।
मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत ने शनिवार को एक बयान जारी कर अभिभावकों को बड़ी राहत दी। पहली अप्रैल से सभी निजी, सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालय व शासकीय विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इस दौरान प्रवेश शुल्क, गणवेश, किताबों आदि को किसी एक बुक सेलर से खरीदने का निजी स्कूल अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं। वहीं कुछ विद्यालय हर साल यूनिफार्म में बदलाव कर रहे हैं। इससे जिन गरीब और मध्यवर्गीय परिवार के दो से तीन बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं वह इस प्रकार का खर्चा वहन करने की स्थिति में नहीं है। निजी स्कूल के खिलाफ विरोध करने का साहस कोई अभिभावक नहीं उठा सकता है।
अभिभावकों की इस परेशानी के समाधान को मुख्य शिक्षा अधिकारी आगे आए है और सकारात्मक पहल को लेकर शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का गठन किया है। इसके माध्यम से अब मुख्यत: निजी विद्यालयों की ओर से की जाने वाली मनमानियों पर रोक लगेगी।
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