देहरादून (दीपिका गौड़), पितृ पक्ष में उत्तराखंड़ के दिवंगत लोक कलाकारों को याद किया जायेगा, यह बीड़ा उठाया है ‘आवाज सुनो पहाड़ों की’ संस्था ने, स्थानीय प्रेस क्लब में संंस्था के संयोजक नरेन्द्र रौथाण ने पत्रकारों से रूबरू होते हुये कहा कि विश्व पटल पर हमारे कलाकारों ने सदैव ही उत्तराखण्ड का नाम गर्व से ऊंचा किया है, रौथाण ने कहा कि जीवन भर संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कार्य किया है और कर भी रहे हैं। किन्तु उनमें से बहुत सारे कलाकार अब हमारे बीच नहीं रहे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन संस्कृति के लिए समर्पित कर दिया, इसीलिए हम विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पितृपक्ष में आवाज सुनो पहाड़ों की कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें शांतिपाठ के माध्यम से श्रद्धाजंलि दी जायेगी l
आईआरडीटी ऑडिटोरियम सर्वे चौक रविवार 22 सितम्बर को आयोजित कार्यक्रम में दिवंगत कलाकारों की याद में एक श्रद्धा-सम्मान का आयोजन किया जा रह है, संस्था के संयोजक नरेन्द्र रौथाण ने इन महान कलाकारों को श्रद्धांजलि देने हेतु आम जनमानस के साथ-साथ सभी विधाओं के समस्त कलाकार पहुंच कर अपनी गरिमामय उपस्थिति से दर्ज कराने की अपील की है।
पत्रकारों से मुखातिब होते हुये नंदलाल भारती ने कहा कि उत्तराखंड़ की संस्कृति को जिंदा रखने के लिए लोक कलाकार लंबे वक्त से काम कर रहे हैं, संस्कृति को जिंदा रखने वाले लोक कलाकार आज भी जिंदा माने जाते हैं, चन्द्र सिंह राही, गोपाल बाबू गोस्वामी, मिनी उनियाल, प्रह्लाद मेहरा जैसे बड़े दिग्गजों को भी अपने बुजुर्गों की तरह पृितपक्ष में याद किया जाएगा, दिवंगत कलाकारों को याद करने के लिए श्रद्धा सम्मान के साथ उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा अर्चना की जाएगी l
वहीं इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड फिल्म नीति, शिक्षा, साहित्य, कला, कलाकार, संगीत, फिल्म, उद्योग, महत्वपूर्ण लघुउद्योग, स्वरोजगार, कृषि, बागवानी, खान-पान, रीति-रिवाज आदि सभी मूलभूत विषयों पर भी चर्चा परिचर्चा भी की जायेगी, जिसमें उत्तराखण्ड़ फिल्म नीति में कलाकारों भूमिका और संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन के लिये आम जनमानस के लिए किस कल्याणकारी होगी उस पर भी सार्थक मंथन भी होगा। कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सतपाल महाराज सहित विधायकगण, सामाजिक कार्यकर्ता एवं समस्त कलाकारों को भी आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम के आयोजन में शारदा स्वर संगम संस्था भी सकारात्मक सहयोग प्रदान कर रही है l
इस मौके पर श्री बलबीर सिंह पंवार, अनुसूया प्रसाद उनियाल, नन्दलाल भारती, संजय कुमोला, आनन्द सिंह रावत, शूरवीर सिंह मठूडा, आरती बडोला, पूजा चौहान, अमित आदि मौजूद थे।
उत्तराखण्ड़ प्रीमियर लीग के फाइनल में अब लोक कलाकारों का होगा कार्यक्रम
“मूल निवास संघर्ष समिति की चेतावनी के बाद दबाव में आया क्रिकेट एसोसिएशन”
देहरादून (हर्षित रावत), उत्तराखण्ड़ प्रीमियर लीग में लोक कलाकारों के न बुलाने से आक्रोशित मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति की चेतावनी के बाद क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड हरकत में आ गया है । अब 22 सितम्बर को राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में फाइनल मैच से पहले गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी और पाण्डवाज़ ग्रुप का कार्य्रकम आयोजित होगा ।
मूल निवास भू कानून समन्वय सँघर्ष समिति के सह संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा है कि मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति का संघर्ष रंग लाया है। दो दिन पहले संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी के नेतृत्व में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के कार्यालय में गए थे। हमने स्पष्ट कहा था कि लोक कलाकारों को समापन कार्यक्रम में निमंत्रण नहीं दिया गया तो फाइनल मुकाबले के दौरान स्टेडियम में प्रदर्शन करेंगे।
लुशुन ने बताया कि हमें क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड़ द्वारा सूचित किया गया है कि उत्तराखंड प्रीमियर लीग के समापन समारोह में उत्तराखंड के लोक कलाकारों पाण्डवाज़ ग्रुप और उत्तराखंड की संस्कृति के ध्वजवाहक श्री नरेंद्र सिंह नेगी जी को सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु आमंत्रित कर दिया गया है ।
टोडरिया ने कहा कि संघर्ष समिति क्रिकेट स्टेडियम में प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम को स्थगित करती है। संघर्ष समिति उत्तराखंड़ के लोक, संस्कृति, जल, जंगल,जमीन को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है । आगे भी ऐसे आयोजनों का संघर्ष समिति विश्लेषण करेगी और अगर लोक कलाकारों की उपेक्षा होगी तो उसको किसी भी हाल में बर्दाश्त नही किया जाएगा ।
टोडरिया ने पहाड़ी स्वाभिमान सेना संगठन और देवभूमि युवा संगठन का भी इस मुद्दे पर समर्थन के लिए आभार जताया ।
Recent Comments