देहरादून, देवस्थानम् बोर्ड को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहरकांत ध्यानी की अध्यक्षता में गठित समिति जल्द सक्रिय होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ध्यानी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने को मंजूरी दी। समिति में सदस्य सचिव के रूप में अपर सचिव धर्मस्व को नामित करने के निर्देश उन्होंने दिए। उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड को लेकर पंडा-पुरोहितों के विरोध का मामला तूल पकड़ चुका है। प्रदेश सरकार ने चार धामों समेत 51 प्रमुख मंदिरों की व्यवस्था के लिए देवस्थानम बोर्ड का गठन किया है। चारों धामों में पुरोहित समाज बोर्ड को उनके हक-हकूकों पर प्रहार के रूप में देख रहे हैं। इस मुद्दे पर सूबे की सियासत भी गर्मा चुकी है। प्रमुख प्रतिपक्षी दल कांग्रेस देवस्थानम बोर्ड का विरोध तो कर रही ही रहा है, साथ में 2022 में सरकार बनने पर बोर्ड को रद करने की घोषणा कर चुका है।
चुनावी साल में सरकार पुरोहित समाज की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। इसे ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुरोहित समाज से जुड़े और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहरकांत ध्यानी की अध्यक्षता में समिति गठित करने की घोषणा की थी। समिति देवस्थानम बोर्ड को लेकर सभी पक्षों से बातचीत करने के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने गुरुवार को समिति के अध्यक्ष मनोहरकांत ध्यानी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने को स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री के इस कदम के सियासी निहितार्थ भी तलाश किए जा रहे हैं। समिति में सदस्य सचिव को नामित किए जाने को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी गई है। माना जा रहा है बोर्ड को लेकर असंतोष दूर करने के लिए समिति की रिपोर्ट के आधार पर महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।
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