Saturday, November 30, 2024
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जोशीमठ में मौसम खुलने के बाद आज मनोहर बाग वार्ड के दूसरे असुरक्षित भवन को तोड़ने का कार्य भी हुआ शुरू

चमोली(जोशीमठ), मौसम खुलने के बाद आज शनिवार को मनोहर बाग वार्ड का दूसरा असुरक्षित भवन को तोड़ने का कार्य भी शुरू हो गया है। भवन स्वामी के द्वारा इस असुरक्षित भवम को तोड़ने की स्वीकृति दे दी गई थी। मौसम की मार के बीच जोशीमठ शहर में दारार वाले भवनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को 14 और भवन इस सूची में जुड़ गए। कुल दरार वाले भवनों की संख्या बढ़कर अब 863 हो गई है। वहीं 181 भवनों को पूरी तरह से असुरक्षित घोषित किया गया है। सरकार की मानें तो ध्वस्त किए जाने वाले भवनों की संख्या और बढ़ सकती है। सीबीआरआई की ओर से सर्वेक्षण का काम पूरा होने के बाद इनकी सूची जारी की जाएगी।

वहीं, शुक्रवार को हुई बारिश और बर्फबारी के बाद जेपी कॉलोनी में हो रहे भूजल रिसाव की गति भी बढ़ गई है। एक दिन पहले यहा 150 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) रिसाव हो रहा था, जो शुक्रवार को 250 एलपीएम दर्ज किया गया। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि संभवतः बारिश के कारण रिसाव बढ़ गया है। लेकिन इसका वैज्ञानिक पहलू क्या है, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। वहीं बारिश और बर्फबारी ने राहत शिविरों में रहने वाले प्रभावित परिवारों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।

सबसे ज्यादा परेशान नगर पालिका के एक हॉल में रखे गए नौ परिवारों के लोग हैं। इस हॉल में नौ परिवारों के करीब 29 सदस्य रह रहे हैं और प्रशासन ने एक ही रूम हीटर दिया हुआ है।इतने बड़े हॉल में एक हीटर से लोगों को कोई राहत नहीं मिल पा रही है। ऐसे में बड़ों के साथ बच्चे भी ठंड में ठिठुर रहे हैं।

 

जोशीमठ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज घटकर 136 एलपीएम हुआ : डा.सिन्हा

देहरादून, आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत व बचाव तथा स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए बताया है कि जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3.62 करोड़ रूपये की धनराशि 242 प्रभावित परिवारों को वितरित की गई है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी है कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 136 एलपीएम हो गया है। अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 650 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2919 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 274 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 921 है।

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