देहरादून, पद्मश्री और सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश कौशल का मंगलवार की सुबह निधन हो गया। दून के मैक्स हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। 80 के दशक में दून-मसूरी के बीच लम्बे समय से चल रही चूना भट्टा खदानों को बंद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अवधेश कौशल “रुलेक” संस्था के जरिये शिक्षा, पर्यावरण आदि सामाजिक कार्य कर रहे थे। वर्ष 2003 में वीक पत्रिका ने उन्हें मैन आफ द ईयर सम्मान से नवाजा था।
उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिलने वाली सरकार की तरफ से फायदों को भी अवधेश कौशल ने ही बंद करवाया था | 86 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री अवधेश कौशल के निधन पर समाज के कई वर्गों ने दुख प्रकट किया।
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