धर्मानन्द उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्रनगर में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर डॉ संजय सिंह ने सभी शैक्षणिक, शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण एवं छात्र छात्राओं को तम्बाकू सेवन न करने की सामूहिक शपथ दिलाई। इस अवसर पर धूम्रपान एवं मादक पदार्थ निषेध समिति के तत्वावधान में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
समिति की संयोजिका डॉ नूपुर गर्ग ने उपस्थित छात्र छात्राओं को इस वर्ष की थीम से अवगत करवाया। उन्होंने खुद के साथ ही परिवार और समाज को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ यू सी मैठाणी ने अपने उदबोधन में स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने आज तक के अपने जीवन में कभी इन पदार्थों का सेवन नहीं किया। इसके साथ ही ऐसे करने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति को महत्वपूर्ण बताया।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ सृचना सचदेवा ने ‘पर्यावरण की रक्षा करें’ थीम के विविध आयामों की चर्चा की।
इस अवसर पर डॉ ज्योति शैली ने बताया कि तम्बाकू के सेवन से प्रति वर्ष 80 से 90 प्रतिशत मौतें होती हैं और तंबाकू सेवन के दुष्परिणामों से मानवीय स्वास्थ्य और पर्यावरण को भारी क्षति उठानी पड़ रही है।
मंचासीन डॉ राकेश नौटियाल ने छात्रों से कहा कि छोटे छोटे प्रयास करके समाज में तम्बाकू निषेध के प्रति सामूहिक संचेतना पैदा की जा सकती है जिसका पहला कदम अपने को अनुशासित कर लिया जा सकता है।
बच्चों को संबोधित करते हुऐ, डॉ विजय प्रकाश भट्ट ने बताया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की शुरुआत वर्ष 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई जो लोगों को जागरूक बनाने के लिये प्रयासरत है।
इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
मंच का संचालन डॉ विजय प्रकाश भट्ट ने किया। डॉ नूपुर गर्ग ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में सभी शिक्षकगण, कर्मचारीगण और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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