(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- बीते बुधवार रात्रि केदारघाटी में हुए जल प्रलय के बाद आज भी राहत एँव बचाव कार्य जारी रहा। जिला प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुशार आज शुक्रवार को जिला प्रशासन की निगरानी में 599 लोगों को हेली सेवाओं से एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किया गया, जबकि सोनप्रयाग से जंगलचट्टी के बीच फंसे 2024 तथा चौमासी से 161 तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया गया। आपदा के बाद अब तक 1353 लोगों को हेली सेवा व 5324 लोगों को पैदल मार्गो से सुरक्षित निकाला गया साथ ही 303 लोगों को चौमासी से सुरक्षित रेसक्यू किया गया कुल 6,980 यात्रियों रेस्क्यू हो चुका है।
जल प्रलय के बाद लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिये जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। तीर्थयत्रियों के परिजन जानकारी के लिए इन नंबरों हेल्पलाइन नंबर संपर्क कर जानकारी ले सकते है। संपर्क न. 7579257572, 01364- 233387, 8958757335, 01364-297878, 01364-297879, 918078687829, 917579104738, 01364- 233727, 01364- 2331077 ।
आज दूसरे दिन बीत जाने के बाद भी आपदा को लेकर शंका, आशंका का बाजार गर्म है। भले ही जिला प्रशासन ओर सरकार द्वारा अभी तक किसी प्रकार के मानव छति की अधिकारिक सूचना नहीं दी गयी। लेकिन स्थानीय जनता व विपक्षी पार्टियाँ इस आपदा में जान के नुकसान को लेकर आशंकित है व सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की माँग कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज रुद्रप्रयाग में पत्रकार वार्ता कर केदारनाथ यात्रा मार्ग में हुये जल प्रलय पर हुये जान माल के नुकसान पर शंका जताते हुये सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की माँग की है। उन्होने कहा कि बाड़ का नुकसान तो दिख रहा पर जान का नुकसान क्या है सरकार स्थिति स्पष्ट करे। वहीं काँग्रेस नेता गणेश गोदियाल इस आपदा में जान की आशंका जताई है व सरकार पर स्थिति स्पष्ट न करने का आरोप लगाया। आपदा के बाद राहत एँव बचाव कार्य जारी है यात्रा मार्ग में फँसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानो पर पहुँचाने का कार्य जारी है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग की देखरेख में राहत एँव बचाव कार्य लगातार जारी है।
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