देहरादून, ग्राम सभा रायवाला में सीलिग भूमि पर हुए अवैध निर्माण को तहसील प्रशासन ने जेसीबी के माध्यम से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान चार पक्के निर्माण व तारबाड़ को भी तोड़ा गया।
सोमवार को तहसीलदार रेखा आर्य के नेतृत्व में पहुंची तहसील टीम ने वासंती मंदिर के समीप सीलिग भूमि का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां बने तीन घर व गोशाला को जेसीबी के माध्यम से ध्वस्त कर दिया। तहसीलदार ने बताया कि अतिक्रमण करने वालों को पूर्व में नोटिस दिया गया था कि वह सीलिग भूमि से स्वयं निर्माण हटा ले, लेकिन उसके द्वारा ऐसा नहीं किया गया। लिहाजा प्रशासन ने स्वयं अतिक्रमण हटा दिया। उन्होंने बताया कि अब अतिक्रमण करने वाले से नियमानुसार ध्वस्तीकरण का हर्जाना भी वसूला जाएगा।
लेकिन बिजली के कनेक्शन वाले मकान को नहीं तोड़ा संबंधित व्यक्ति से मकान के दस्तावेज मांगे गए हैं। इनकी जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की एगी |
सीलिग भूमि में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन ने तब कार्रवाई शुरू की जब कई पक्के मकान बन गए। मकानों में जब लिटर डालने की तैयारी हो रही थी। यदि समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई की होती तो अवैध निर्माण इतना आगे न बढ़ता।
रायवाला व गौहरीमाफी ने बड़े पैमाने पर सार्वजनिक भूमि खुर्द-बुर्द हो रही है। यहां नदी नालों की जमीन पर कई जगह तारबाड़ लगाकर कब्जे किए जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि तहसील प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है। संबंधित ग्राम पंचायतों ने इन अतिक्रमणों की लिखित सूचना तहसील प्रशासन को दी हुई हैं, इसके बावजूद इन अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी से यह बात सामने आई है कि जमीनों के इस काले धंधे में कई सफेदपोश शामिल हैं। कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। सांठगांठ से इन जमीनों की अवैध ढंग से खरीद-फरोख्त भी हो रही है।
Recent Comments