“अभिभावक संघ व छैत्रीय जनता ने विद्यालय भवन निर्माण के लिये मुख्यमंत्री से मिलने का किया फैसला।
(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- इसे तंत्र की खामी माने या शिक्षा विभाग की लापरवाही 14 वर्ष पूर्व निर्माण कार्य शुरू हुये विद्यालय भवन का कार्य आज तक अधर में लटका हुआ है स्थिति ये है कि जैसे तैसे लगभग 150 छात्र-छात्रायें विद्यालय के पूराने जीर्ण शीर्ण भवन में पठन पाठन के लिये विवश है।
अगस्त्यमुनी विकास खण्ड के अन्तर्गत राइका चमकोट का भववन विगत 14 वर्षों से अधर में लटका है पुराने विद्यालय भवन की जीर्ण शीर्ण स्थिति को देखते हुये छैत्रीय जनता की मॉग पर विद्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया लेकिन कुछ कार्य करने के बाद निर्माण दायी संस्था उत्तरप्रदेश निर्माण निगम कार्य को अधूरा छोड़ दिया लेकिन 14 साल गुजर जाने के बाद अभी तक विद्यालय भवन का निर्माण नहीं हो पाया । भवन का कार्य पूर्ण करने मे न तो शासन प्रशासन की ओर से कोई रुचि दिखाई गयी नाहीं शिक्षा विभाग आज तक इस विद्यालय भवन निर्माण को परा करवाने के लिये संजीदा दिखा। जिससे स्थानीय ग्रामीणों में भारी रोष ब्याप्त है।
विद्यालय में वर्तमान में लगभग 150 छात्र-छात्राएं पठन पाठन के लिये आते है जो कि पुराने जर्जर भवन मे पड़ने के लिये मजबूर है। विद्यालय भवन की दयनीय स्थिति से आक्रोशित ग्रामीणों व अभिभावक सघ ने बैठक कर फैसला किया कि अब वे विद्यालय भवन निर्माण के लिये सूबे के मुख्यमंत्री से मिलेंगे जिसके लिये एक प्रतिनिधि मंडल देहरादून जायेगा।
मुख्य शिक्षा अधिकारी चित्रानंद काला से जब इस संदर्भ में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि विद्यालय भवन निर्माण हेतु शासन से धनराशि की मॉग की गई है शासन से धन मिलते ही विद्यालय भवन का निर्माण किया जायेगा।
बैठक में ग्राम प्रधान जसोली अर्चना देवी , ग्राम प्रधान कोदिमा, ग्राम प्रधान कोट संरपच कोदिमा खुशहाल सिहं सहित स्थानीय ग्रामीणों ने बड़चड़ कर भागीदारी की।
Recent Comments