नईदिल्ली । भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के बीच 25 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6.69 करोड़ टन पर पहुंच गया है। संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी दी गई है।
समीक्षा में कहा गया है कि इस अवधि में देश में तैयार इस्पात का उत्पादन एक वर्ष पहले की तुलना में 28.9 फीसदी की वृद्धि के साथ 6.23 करोड़ टन हो गया जबकि इसकी खपत 25 प्रतिशत बढक़र 5.73 करोड़ टन रही।
अर्थव्यवस्था की वृद्धि में इस्पात उद्योग के प्रदर्शन को महत्वूपर्ण बताते हुए समीक्षा में कहा गया है कि इस्पात उद्योग मजबूत स्थिति में लौटा है और कच्चे और तैयार इस्पात का कुल उत्पादन 2021-22 (अप्रैल-अक्टूबर) के दौरान 6.69 करोड़ टन और 6.23 करोड़ टन रहा जो क्रमश: 25 और 28.9 प्रतिशत की बढ़त को दिखाता है।
समीक्षा के मुताबिक, यहां यह बताना आवश्यक है कि वैश्विक स्तर पर इस्पात उत्पादन में नरमी आई है। नवंबर, 2021 में वैश्विक इस्पात उत्पादन 14.33 करोड़ टन था, जो नवंबर, 2020 के मुकाबले 9.9 प्रतिशत की गिरावट है।
आर्थिक पुनरुद्धार के साथ इस वर्ष और अगले वित्त वर्ष में भी इस्पात की वैश्विक मांग बढ़ेगी।
समीक्षा में कहा गया है कि विशेष इस्पात के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना भी बिलकुल उचित समय पर आई है जो मूल्यवर्धित इस्पात में निवेश के लिए आवश्यक प्रोत्साहन होगी।
Recent Comments