देहरादून, उत्तराखण्ड़ में चारधाम यात्रा 2021 की तैयारियां शुरू हो गई हैं जिसको लेकर देवस्थानम् बोर्ड भी तैयारियों में जुटा गया देवस्थानम बोर्ड के धर्माचार्यों ने शनिवार को श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ से गाडू घड़ा डिमरी केंद्रीय पंचायत के सुपुर्द किया। पूजा-अर्चना के बाद घड़े को लेकर पंचायत प्रतिनिधि श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचे। श्री योगबदरी मन्दिर पाण्डुकेश्वर तत्पश्यात् श्री नृसिंह मन्दिर जोशीमठ में पूजा-अर्चना के साथ डिम्मर होते हुए तेलकलश (गाडू घड़ा) 15 फरवरी(सोमवार) को पहुंचेगा ऋषिकेश ।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि बसंत पंचमी 16 फरवरी को नरेन्द्रनगर राजदरबार में तय होगी । इसी दिन तेलकलश( गाडू घड़ा यात्रा) का दिन भी निश्चित होगा । शनिवार शाम श्री नृसिंह मन्दिर जोशीमठ से गाडू घड़ा डिमरी केंन्द्रीय पंचायत को सौंपा गया, श्री नृसिंह मन्दिर में पूजा-अर्चना पश्चात घड़े को लेकर पंचायत प्रतिनिधि श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचे, प्रात: पूजा-अर्चना के बाद गाडू घड़ा श्री नृसिंह मन्दिर जोशीमठ होते हुए श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, डिम्मर गांव के लिए रवाना हुआ ।
बसन्त पञ्चमी के दिन सभी सुहागन महिलाएं तिलों के तेल को निकालती हैं इस घड़े में तिलो के तेल को रखकर कपाट खुलने से पूर्व बदरीनाथ लाया जाता है इस घड़े में भगवान का 6 माह का तेल होता है जो भगवान के पट खुलने से लेकर पट बंद होने के अंतिम दिन तक अभिषेक के बाद नित्यरूप से लगाया जाता है ।
इस अवसर पर गाडू घड़े के साथ धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल, जयंती प्रसाद डिमरी, संजय डिमरी, विनोद डिमरी, आशुतोष डिमरी, पंकज डिमरी सहित डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत पदाधिकारी, एडवोकेट प्रकाश भंडारी, पुजारी परमेश्वर डिमरी आदि मौजूद रहे |
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