नई दिल्ली. अगर आप कम निवेश में बिजनेस (How to start my own business) करने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. देश में 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस होने के बावजूद कई इलाके ऐसे हैं जहां पोस्ट ऑफिस (Post office franchise) नहीं है. इस जरूरत को देखते हुए पोस्टल डिपार्टमेंट इंडिया पोस्ट (India Post) पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी खोलने (How to open Post office franchise?) का और कमाई (Earn money) करने का मौका उपलब्ध कराता है.
अगर आप भी यह फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं तो आपको मात्र 5000 रुपये का सिक्योरिटी डिपॉजिट करना होगा. फ्रेंचाइजी के जरिए आप स्टांप, स्टेशनरी, स्पीड पोस्ट आर्टिकल्स, मनी ऑर्डर की बुकिंग की सुविधाएं मिलेंगी और यही सुविधाएं एक तय कमीशन के साथ फ्रेंचाइजी लेने वाले की रेगुलर इनकम का जरिया बनेगी.
कौन ले सकता है फ्रेंचाइजी- कोई भी व्यक्ति, इंस्टीट्यूशंस, ऑर्गेनाइजेशंस या अन्य एंटिटीज जैसे कॉर्नर शॉप, पान वाले, किराने वाले, स्टेशनरी शॉप, स्मॉल शॉपकीपर आदि पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी ले सकते हैं. इसके अलावा नई शुरू होने वाली शहरी टाउनशिप, स्पेशल इकोनॉमिक जोन, नए शुरू होने वाले इंडस्ट्रियल सेंटर, कॉलेज, पॉलिटेक्निक्स, यूनिवर्सिटीज, प्रोफेशनल कॉलेज आदि भी फ्रेंचाइजी का काम ले सकते हैं. फ्रेंचाइजी लेने के लिए फॉर्म सबमिट करना होता है. सिलेक्ट हुए लोगों को डिपार्टमेंट के साथ MoU साइन करना होगा. फ्रेंचाइजी लेने के लिए इंडिया पोस्ट ने मिनिमम क्वालिफिकेशन 8वीं पास तय की है. व्यक्ति की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए.
कैसे होता है सिलेक्शन- फ्रेंचाइजी लेने वाले का सिलेक्शन सबंधित डिविजनल हेड द्वारा किया जाता है, जो एप्लीकेशन मिलने के 14 दिनों के अंदर ASP /SDl की रिपोर्ट पर आधारित होता है. यह जान लेना जरूरी है कि फ्रेंचाइजी खोलने की अनुमति ऐसी ग्राम पंचायतों में नहीं मिलती है, जहां पंचायत संचार सेवा योजना स्कीम के तहत पंचायत संचार सेवा केंद्र मौजूद हैं.
कौन नहीं ले सकता फ्रैंचाइजी- पोस्ट ऑफिस इंप्लॉइज के परिवार के सदस्य उसी डिवीजन में फ्रेंचाइजी नहीं ले सकते, जहां वह इंप्लॉई काम कर रहे हैं. परिवार के सदस्यों में इंप्लॉई की पत्नी, सगे व सौतेले बच्चे और ऐसे लोग जो पोस्टल इंप्लॉई पर निर्भर हों या उनके साथ ही रहते हों, फ्रेंचाइजी ले सकते हैं.
कितना सिक्योरिटी डिपॉजिट- पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी लेने के लिए मिनिमम सिक्योरिटी डिपॉजिट 5000 रुपये है. यह फ्रेंचाइजी द्वारा एक दिन में किए जाने वाले फाइनेंशियल ट्रान्जेक्शंस के संभावित अधिकतम स्तर पर आधारित है. बाद में यह एवरेज डेली रेवेन्यू के आधार पर बढ़ जाता है. सिक्योरिटी डिपॉजिट NSC की फॉर्म में लिया जाता है.
पोस्ट ऑफिस में मिलेंगी ये सर्विस और प्रोडक्ट- स्टांप और स्टेशनरी, रजिस्टर्ड आर्टिकल्स, स्पीड पोस्ट आर्टिकल्स, मनी ऑर्डर की बुकिंग. हालांकि 100 रुपए से कम का मनी ऑर्डर नहीं होगा बुक, पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (PLI) के लिए एजेंट की तरह करेगा काम, साथ ही इससे जुड़ी आफ्टर सेल सर्विस जैसे प्रीमियम का कलेक्शन भी कराएगा उपलब्ध, बिल/टैक्स/जुर्माने का कलेक्शन और पेमेंट जैसी रिटेल सर्विस, ई-गवर्नेंस और सिटीजन सेंट्रिक सर्विस, ऐसे प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग, जिसके लिए डिपार्टमेंट ने कारपोरेट एजेंसी हायर की हुई हो या टाई-अप किया हुआ हो. साथ ही इससे जुड़ी सेवाएं, भविष्य में डिपार्टमेंट द्वारा पेश की जाने वाली सर्विस.
कैसे होगी कमाई- फ्रेंचाइजी की कमाई उनके द्वारा दी जाने वाली पोस्टल सर्विसेज पर मिलने वाले कमीशन द्वारा होती है. यह कमीशन MOU में तय होता है. रजिस्टर्ड आर्टिकल्स की बुकिंग पर 3 रुपए, स्पीड पोस्ट आर्टिकल्स की बुकिंग पर 5 रुपए, 100 से 200 रुपए के मनी ऑर्डर की बुकिंग पर 3.50 रुपए, 200 रुपए से ज्यादा के मनी ऑर्डर पर 5 रुपए, हर माह रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के 1000 से ज्यादा आर्टिकल्स की बुकिंग पर 20 फीसदी अतिरिक्त कमीशन, पोस्टेज स्टांप, पोस्टल स्टेशनरी और मनी ऑर्डर फॉर्म की बिक्री पर सेल अमाउंट का 5 फीसदी, रेवेन्यू स्टांप, सेंट्रल रिक्रूटमेंट फी स्टांप्स आदि की बिक्री समेत रिटेल सर्विसेज पर पोस्टल डिपार्टमेंट को हुई कमाई का 40 फीसदी.
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