हल्द्वानी, प्रदेश के हल्द्वानी में पुलिस ने नकल माफिया के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश कर सनसनी मचा दी है। नकल विरोधी कानून के तहत सख्ती बरतते हुए पुलिस ने टीपीनगर के एक होटल से 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया, जो SSC की आगामी ऑनलाइन परीक्षा में नकल करवाने की साजिश रच रहे थे।
इस कार्रवाई ने नकल मुक्त परीक्षाओं की दिशा में एक मजबूत कदम उठाया है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने 3 अगस्त 2025 को टीपीनगर के होटल जलविक के कमरा नंबर 103 से सुनील कुमार (30, बागपत), परविंदर कुमार (35, देहरादून), रमाकांत शर्मा (29, बुलंदशहर), अभिषेक कुमार (20, हाथरस), विशाल गिरी (29, हरिद्वार), आफताब खान (42, मुजफ्फरनगर), अरुण कुमार (33, मुजफ्फरनगर), शिव सिंह (32, हाथरस) और जसवीर सिंह (38, रोहतक) को नकल के उपकरणों सहित धर दबोचा। उनके कब्जे से दो लैपटॉप, एक वाई-फाई डोंगल, 11 मोबाइल फोन और एक चार्जर बरामद किया गया।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह लंबे समय से आपस में मिलकर काम कर रहा था। कर्ज के बोझ तले दबे इन अभियुक्तों ने दिसंबर 2024 में हल्द्वानी के मानपुर पश्चिम में ज्ञानकोश डिजिटल लाइब्रेरी को देहरादून के दीपक कन्नौजी से लीज पर लिया था। योजना थी कि 6 अगस्त से शुरू होने वाली SSC परीक्षा में AnyDesk और Ammy Admin जैसे रिमोट डेस्कटॉप ऐप्स के जरिए सॉल्वरों की मदद से उम्मीदवारों को नकल करवाकर 4-4 लाख रुपये वसूले जाएं।
पुलिस अधीक्षक (नगर) प्रकाश चंद्र और क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। अभियुक्तों के खिलाफ थाना हल्द्वानी में धारा 318(4), 319(2), 3(5) बीएनएस और धारा 66(D) आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सभी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। सुनील, परविंदर और जसवीर का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले शामिल हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस सफल कार्रवाई के लिए पुलिस टीम को 2,500 रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
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