लातेहार, । TSPC Jharkhand झारखंड के लातेहार थाना पुलिस ने शनिवार को जिला मुख्यालय के चटनाही चौक से उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी वसूलने पहुंची एक महिला उग्रवादी के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से लेवी के 24 हजार 300 रुपए, 10 मोबाइल फोन, राकेश गंझू उर्फ विराज के 11 पहचान पत्र, जमीन से संबंधित कागजात, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, नेपाल की करंसी, नक्सली साहित्य, टीएसपीसी उग्रवादियों का नोटबुक और राडो घड़ी बरामद की गई।
पुलिस की गिरफ्त में आई महिला उग्रवादी की पहचान उग्रवादी संगठन टीपीसी टीएसपीसी के कमांडर राकेश गंझू उर्फ विराज की पत्नी प्रियंका देवी उर्फ सुषमा देवी और युवक की पहचान कमलेश यादव के रूप में की गई। शनिवार को लातेहार एसडीपीओ वीरेंद्र राम ने प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस को गुप्त सुचना मिली थी कि टीएसपीसी का कमांडर राकेश गंझू उर्फ विराज जी लातेहार के कई व्यापारियों और ठेकेदारों से लेवी मांग रहा है। लेवी वसूलने के लिए अपने लोगों को भेज रहा है।इसी सूचना पर लातेहार थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक महिला सहित दो लोगों को चटनाही चौक से पकड़ा।
प्रियंका की निशानदेही पर उसके रांची में किराए के मकान की तलाशी लेने पर नक्सली साहित्य, राकेश गंझू के नाम पर बनवाए गए ढेरों पहचान पत्र, जमीन के कागजात, बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड बरामद किए गए। एसडीपीओ ने बताया कि प्रियंका देवी उर्फ सुषमा देवी 2004 से ही माओवादी, जेजेएमपी, अमन साहू गिरोह, टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के लिए काम कर चुकी है।प्रियंका देवी 2011 एवं 2014 में माओवादी से सांठगांठ मामले में बरवाडीह थाना और अपहरण के मामले में चतरा थाना से 2019 में जेल भी जा चुकी है। प्रियंका चतरा के कुंदा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। वहीं कमलेश जिला मुख्यालय के डुरुआ का रहने वाला है। लातेहार पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता के नेतृत्व में गठित टीम में पुअनि सरज कुमार, महिला थाना प्रभारी सुनीता कुमारी समेत अन्य शामिल थे।(साभार -जेएनएन)
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