देहरादून, दून की शांतवादियों में सड़क पर खुले आम शराब पीने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने वाले बाॕबी कटारिया पर लगातार पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है, अब पुलिस ने खुलेआम ट्रैफिक रुकवाकर शराब पीने के मामले में आरोपी यूट्यूबर बॉबी कटारिया के घर पर कुर्की वारंट चस्पा कर दिया है। अगर वह एक माह तक उपस्थित नहीं होता है, तो उसके घर की कुर्की के लिए पुलिस कोर्ट में पुलिस आवेदन करेगी। जबकि कटारिया अब भी फरार चल रहा है। हालांकि, उसके वीडियो लगातार इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं। 10 अगस्त को बॉबी कटारिया का एक वीडियो वायरल हुआ था।
इसमें वह सड़क पर ट्रैफिक रुकवाकर शराब पीता दिख रहा था। इस मामले में डीजीपी के आदेश पर 11 अगस्त को कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। पता चला कि यह वीडियो उसने 25 जुलाई को किमाड़ी मार्ग पर फिल्माया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद कटारिया ने सोशल मीडिया पर उत्तराखंड पुलिस को धमकी भी दी थी, इस मामले में उसे कई बार बुलाने के लिए नोटिस जारी किए गए, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। पिछले दिनों पुलिस ने गैर जमानती वारंट हासिल कर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू किया, लेकिन वह अंडरग्राउंड हो गया। दबिश के बाद पुलिस ने उसके कुर्की वारंट हासिल करने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। इंस्पेक्टर कैंट राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शनिवार को कोर्ट ने कुर्की वारंट जारी कर दिए थे। मंगलवार को उसके घर और दुकानों पर कुर्की वारंट चस्पा कर दिए गए हैं। इसके साथ ही उसके घर के आसपास के क्षेत्र में भी वारंट चस्पा किए गए हैं। यदि वह फिर भी उपस्थित नहीं होता है, तो उसके खिलाफ न्यायालय के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मामले पर एक नजर :
10 अगस्त को कटारिया का वीडियो वायरल हुआ।
11 अगस्त को उसके खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज।
12 अगस्त को पता चला कि वीडियो 25 जुलाई को किमाड़ी मार्ग का है।
12 अगस्त को उसे पूछताछ के लिए बुलाने को नोटिस जारी हुआ।
14 अगस्त को उसके वकील ने आने से इनकार कर दिया।
21 अगस्त को कटारिया के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ।
23 अगस्त को कटारिया ने सरेंडर की अर्जी लगाई और नहीं आया।
24 अगस्त को पुलिस ने उसके गुरुग्राम स्थित घर पर दबिश दी।
26 अगस्त को पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया।
अपने पैतृक गांव के लिए निकला किशोर लापता, 6 दिन बाद भी नहीं पहुंचा गांव, पुलिस में गुमशुदगी दर्ज
पिथौरागढ़, जनपद से एक युवक के गायब होने की खबर है, मिली जानकारी के मुताबिक अपने घर से पैतृक गांव के लिए निकले किशोर का छह दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। वह न तो घर ही लौटा और न ही अपने पैतृक गांव ही पहुंचा। हार कर उसके पिता ने पिथौरागढ़ कोतवाली में अपने बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराते हुए पुलिस से उसके बेटे को तलाशने की गुहार लगाई है। पुलिस को दी गई तहरीर में नई रई लुण्ठयूडा वार्ड निवासी हेम सिंह बिष्ट ने बताया है कि उनका 17 साल का बेटा बसन्त सिंह बिष्ट 6सितंबर को अपने घर नई रई लुण्ठयूडा वार्ड से अपने पैतृक गांव थाना क्षेत्र जौलजीवी के मेतली पट्टी के भटभटा गांव के लिए रवाना हुआ था।
कल शाम तक जब बसंत का कोई पता नहीं चला तो उसके पिता उसकी गुमशुदगी लिखाने के लिए कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करके उसकी तलाश शुरू कर दी है।
फ्रेंचाइजी के नाम पर ठगी : दिल्ली की फार्मा कंपनी ने डाक्टर को साढ़े 6 लाख की चपत
हल्द्वानी, दिल्ली की एक फार्मा कंपनी ने हल्द्वानी के एक चिकित्सक को साढ़े 6 लाख की चपत लगा दी। जब चिकित्सक ने अपने रूपये वापस मांगे तो कंपनी के सीईओ ने रूपये न लौटाने और जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दी। चिकिकत्सक की शिकायत पर पुलिस फार्मा कंपनी के सीईओ और सुपरवाइजर के खिलाफ धोखाधड़ी व धमकाने का केस दर्ज कर लिया है। कुसुमखेड़ा की जगन्नाथ कालोनी फेस 2निवासी डा. अंशुमन जोशी ने मुखानी पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि उन्होंने फेसबुक पर नेहरू विहार, मुखर्जी नगर,नई दिल्ली की सेलीब्रिटी फार्मा प्राइवेट लि. का एक विज्ञापन देखा था, जिसमें कहागया था कि कंपनी की आयुर्वेदिक दवाईयों के लिए फ्रेन्चाइजी की आवश्यकता है।
जिसमें दवार्ईयों की बिक्री की जिम्मेदारी कम्पनी की होगी। इस विज्ञापन को देखकर डा. जोशी ने सेलीब्रिटी फार्मा प्राईवेट लि.कंपनी के कार्यालय में संपर्क किया तो कम्पनी के सीईओ कमल आनन्द व सुपरवाईजर अमित आनन्द से बात हुई। जिन्होंने बताया कि यदि वे उनकी कंपनी की फ्रेन्चाइजी लेते हैं तो कंपनी उनसे जमानत के तौर पर 5 लाख व मैन्टेंनैंस कास्ट के रुप में डेढ़ लाख रुपये लेगी |
इस पर डा. जोशी ने कपंनी को आन लाइन व आफ लाइन साढ़े 6 लाख रूपये भेज दिए। इसके बाद कमल आनन्द ने डा. जोशी के साथ एग्रीमेंट किया था। एग्रीमेंट में लिखा गया था कि कम्पनी डा. जोशी को प्रत्येक 30 हजार रुपये या सकल लाभ का 30 प्रतिशत जो भी ज्यादा होगा देगी। यह धनराशि उन्हें पारिश्रमिक के तौर पर दी जाएगी। एग्रीमेंट के बाद 17 मार्च 2021 को कम्पनी द्वारा केवल 1 लाख 44 हजार . रुपये का माल डा. जोशी को भेजा। इन दवाओं को बेचने के बाद डा. जोशी ने सारा पैसा कंपनी को भेज दिया। परन्तु कम्पनी ने उन्हें माह के अन्त में कोई पैसा नहीं दिया। जब उन्होंने कम्पनी में फोन किया तो कम्पनी ने कहा कि अभी लक डाउन लगा है आप कुछ माह हमारे साथ कोआपरेट करें, आपका पेमेंन्ट हो जायेगा। जब उन्होंने समाप्त हो चुकी दवाओं को मंगाने की बात की तो कंपनी के प्रतिनिधि ने टालमटोल करनी शुरू कर दी। इसके बाद कंपनी ने कई माह तक माल नहीं भेजा और दिसम्बर माह में केवल 70 हजार रुपये का माल भेजा।
उसका भी पारिश्रमिक नहीं दिया। जब उन्होंने कम्पनी से अपने पारिश्रमिक की मांग की तो कम्पनी के सीईओ कमल आनंद ने पारिश्रमिक देने में आनाकानी करनी शुरू कर दी। कई बार फोन करने पर कमल आनंद ने उनके साथ गाली गलौच करते हुए कहा कि ’जो करना है कर ले हम तेरे पैसे नहीं देंगे और न ही तुझे माल भेजेंगे।’ जब उन्होंने अपने रूपये वापस मांगे तो कमल आनन्द व अमित आनन्द ने उन्हें जान से मरवाने की धमकियां दीं।
पुलिस ने डा. अंशुमन जोशी की तहरीर पर कंपनी के सीईओ कमल आनंद और सुपरवाइजर अमित आनंद के खिलाफ धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब मामले की पड़ताल में जुट गई है।
प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मुलाकात
नई दिल्ली, प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने दिल्ली प्रवास के दौरान मंगलवार को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उत्तराखंड में प्रादेशिक सेना की 127 और 130 पर्यावरण सेना और पूर्व सैनिकों के (ई०एस०एम०) के कल्याण के संबंध में विस्तार से अवगत कराया ।
मंत्री जोशी ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों की भूमिका उत्तराखंड में बेहद महत्वपूर्ण है और ये सेवानिवृत्त भूतपूर्व सैनिक देहरादून और पिथौरागढ स्थित प्रादेशिक सेना की 127 और 130 पर्यावरण सेना बल के माध्यम से सेवानिवृत्त के बाद राज्य में पर्यावरण संरक्षण के उत्थान में कार्यरत हैं। दोनो टास्क फोर्स की कंम्पनियां गढ़वाल और कुमांऊ में कार्यरत हैं एवं पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है जिसके लिए उन्हें विभिन्न संगठनों / एजेंसियों भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कई पुरस्कारों से अलंकृत किया गया है।
अभी तक यह दोनो टास्क फोर्स की कंम्पनियां करीब सोलह सौ हेक्टेअर बंजर क्षेत्र को जंगल में तब्दील कर दिया है। लाखों की संख्या में पेड़ लगाए जा चुके हैं और बंजर हो रहे पहाड़ फिर से हरे-भरे हो चुके हैं। ईको टास्क फोर्स समय-समय पर स्थानीय स्कूली बच्चों और स्थानीय सामाजिक संस्थाओं के साथ तालमेल करके पेड़ लगाने का अभियान भी चलाती है।
मंत्री जोशी ने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पर रक्षा मंत्रालय का 132 करोड रूपये की धनराशि बकाया है जोकि रक्षा मंत्रालय द्वारा भूतपूर्व सैनिक कर्मचारियों को भुगतान किया गया है। मंत्री जोशी ने कहा कि यदि राज्य सरकार बकाया भुगतान देने में असफल होती है तो रक्षा मंत्रालय राज्य सरकार द्वारा वित्त पोशित 127 एवं 130 पर्यावरण सेना बल की कम्पनियों को डिस्बैण्ड कर देगी जिससे कि लगभग 400 भूतपूर्व सैनिक बेरोजगार हो जायेंगे एवं इस कदम से उनके परिवारो पर भी गहरा आघात होगा तथा पर्यावरण संरक्षण योजना के माध्यम से रूके पलायन पर भी प्रतिकूल असर पडेगा ।
मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड सरकार पर बकाया ऋण को माफ करने या उपरोक्त धनराशि को सहायता अनुदान राशि में परिवर्तित करने का अनुरोध किया जिससे 127 एवं 130 पर्यावरण सेना बल में कार्यरत भूतपूर्व सैनिक पहले की भाँति पर्यावरण संरक्षण का कार्य करते रहे तथा 400 भूतपूर्व सैनिकों व उनके परिवारों पर कम्पनियों के डिस्बैण्ड होनें से कोई प्रतिकूल असर न पडें। जिस पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
सैनिक कल्याण मंत्री ने रक्षा मंत्री को उत्तराखंड में आयोजित होने वाले सैनिक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि हेतु समय प्रदान करने का अनुरोध किया।
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