रामनगर(सलीम मलिक)। चारधाम की यात्रा करने के लिए हर भक्त बेताब रहता है। जो भी अपनी इस चारधाम की यात्रा पर जाते हैं वह अधिकतर बस, कार, बाइक से इस यात्रा को पूरी करते हैं। लेकिन रामनगर के पांच जुनिनी युवाओं ने चारधाम का यह सफर साईकिल से पूरा किया है। 15 सौ किलोमीटर के इस सफर को 19 दिन में तय करके युवाओं का यह दल बुधवार को वापस लौट आया है। इस यात्रा से पहले यह पांचों युवा लेह लद्दाख सहित उत्तराखंड के अन्य दुर्गम क्षेत्रों में साइकिल से सफर तय कर चुके हैं। बुधवार को चारधाम की यात्रा कर वापस लौटे रामनगर निवासी भारत भट्ट, बबिता बिष्ट, दीपक सती लोकेश बिष्ट और संतोष बिष्ट (सोनू) ने चारधाम यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि पांचों लोगों ने रामनगर से बद्रीनाथ के लिए सितंबर के शुरू में साईकिल से अपने इस सफर तय करने के लिए पूरी यात्रा के 1500 किलोमीटर का रोड मैप तैयार किया था। जिसमें उन्होंने पहले बद्रीनाथ उसके बाद केदारनाथ फिर गंगोत्री और अंत में यमनोत्री की यात्रा की। इस दौरान पांचों लोगों ने पर्यावरण को बचाने का लोगों को संदेश दिया। साथ ही यात्रा में कई चुनौती मूसलाधार बारिश, भू स्खलन आदि का उन्हें सामना करना पड़ा। यात्रा के दौरान सभी लोग टेंट लगाकर ही रह रहे थे। यात्रा से लौटे इन युवाओं ने उत्तराखंड सरकार द्वारा चारधाम में हो रहे निर्माण कार्यो की भी प्रशंसा करते अपने इस सफर के कई संस्मरण भी साझा किए।
Recent Comments