देहरादून, प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिए देहरादून स्थित सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन का जन समुदाय आधारित प्लास्टिक बैंक जनपद देहरादून के विकास भवन में भी स्थापित किया गया है।
देहरादून की मुख्य विकास अधिकारी झरना कामठान ने इसे जनपद के विकास खण्डों के साथ मिलकर अमलीजामा पहनाने की बात कही है। उन्होंने बल दिया की आने वाले दिनों में देहरादून के विकास खण्ड मुख्यालयों में भी प्लास्टिक बैंक से संबंधित जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएं
जनपद देहरादून के विकास भवन के सभागार में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर आयोजित कार्यक्रम में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, क्लाइमेट चेंज और उत्तराखंड प्रदेश के समसामयिक मुद्दों पर कार्यरत एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने प्लास्टिक बैंक अभियान को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं विकास भवन में स्थापित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में अनूप नौटियाल ने कहा कि प्लास्टिक बैंक अभियान के माध्यम से उनकी संस्था द्वारा देहरादून में पिछले 8 महीनों में 140 प्लास्टिक बैंकों की स्थापना की गयी है। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वर्तमान में एसडीसी फाउंडेशन 41 स्कूलों के 25,000 से ज्यादा छात्र- छात्राओं, 37 मैगी प्वाइंट, 31 हॉस्टल, 7 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, 7 शोरूम, 6 विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और बहुत से अन्य संस्थानों के साथ प्लास्टिक बैंकों को संचालित कर रही है।
अनूप नौटियाल ने अपने प्रस्तुतीकरण में प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट को प्लास्टिक कचरे से सेग्रेगेशन, कलेक्शन और रीसाइक्लिंग की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास बताया और कहा कि स्कूलों, विश्वविद्यालय, दुकानों और शोरूम, दफ्तरों, हॉस्टल, अस्पताल और सरकारी विभागों के माध्यम से इस अभियान को जन समुदाय तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि विकास भवन अथवा विकास खण्ड मुख्यालयों को इस अभियान को लागू करने में एसडीसी फाउंडेशन की जरूरत हो तो उनकी संस्था हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम के दौरान विकास भवन में स्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन पर विभाग के द्वारा किये जा रहे प्रोग्राम के बारे में भी विस्तृत जानकारी साझा की गयी। उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिनिधियों के द्वारा प्लास्टिक बैंक अभियान की अवधारणा की सराहना करते हुए इसे विस्तार देने हेतु अभिरुचि व्यक्त की गयी। उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा इस अभियान के बारे में कई अन्य जानकारियां लेने के साथ ही अपने विभागों के अंतर्गत इसे तत्काल शुरू करने की भी बात की गई।
कार्यक्रम का संचालन एसडीसी फाउंडेशन के दिनेश सेमवाल ने किया। उन्होंने कहा कि इस प्लास्टिक बैंक में विकास भवन में संचालित विभिन्न विभागों से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे के अलावा इस परिसर में कार्यरत समस्त कार्मिकों के घरों का प्लास्टिक कचरा भी कलेक्ट एवं रीसायकल किया जायेगा। इस कार्यक्रम में एसडीसी फाउंडेशन से प्यारे लाल एवं गौतम भी मौजूद रहे ।
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