मुनस्यारी, । विकास प्राधिकरण पर विधायक चंदन राम दास कमेटी की रिर्पोट लागू करने की मांग को लेकर आज चीन सीमा के अंतिम तहसील में पंचायत प्रतिनिधि के साथ आम नागरिको ने धरना प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इस विनाश प्राधिकरण को हटाने की मांग का पत्र पुनः मुख्यमंत्री को भेजा। एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में चीन सीमा क्षेत्र से पलायन में वृद्धि करने का आरोप भी लगाया गया।
भारतीय राजनीति में सादगी के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री की प्रतिमा के आगे “मैं मुनस्यारी हूं” के बैनर तले आज हुए धरना प्रदर्शन में उत्तराखंड सरकार को अभ्यारण के मामले में घेरा गया। शास्त्री चौक पर विकास प्राधिकरण वापस लो, मुख्यमंत्री होश में आओं, विधान सभा द्धारा गठित समिति की सिफारिशो को लागू करने के नारे लगाये गए।शास्त्री चौक में हुई सभा चीन सीमा से लगे क्षेत्र के सीमावासी सरकार से बेहद गुस्से में है।
सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि चीन सीमा से पलायन होने पर सरकार को चिंता होनी चाहिए, लेकिन प्राधिकरण के कारण आम आदमी सीमा क्षेत्र में घर नहीं बना पा रहे है, जिनका यहां से पलायन तेज गति से हो रहा है। सभा में यह शंका जाहिर किया गया कि सरकार यहां जन शून्य करने की साजिश रच रही है। जिसका पुरजोर विरोध किया जायेगा.जिला पंचायत सदस्य व त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगत मर्तोलिया ने बताया कि 2017 से प्राधिकरण का कानून लागू होने के बाद आम आदमी एक घर तक नहीं बना पा रहा है। इस कानून की आड़ में आम आदमी का मानसिक व शारीरिक शोषण किया जा रहा है। कहा कि कमेटी ने सिफारिश कर दी है कि प्राधिकरण को हटा दिया जाय। सरकार से यह सवाल किया कि इसे लागू करने के लिए तैयार नहीं है, तो कमेटी क्यों बनाई।
धरना प्रदर्शन में एड़वोकेट नाथू राम वर्मा, महेश रावत, पुष्कर नित्वाल, राजेन्द्र गनघरिया, कुदंन पांगती, धाम सिंह पंचपाल, धाम सिंह मर्तोलिया, इन्द्र सिंह बृजवाल, धाम सिंह निर्खुपा, मंगल सिंह राणा, चंचल सिंह पंवार, हयात सिंह रावत, मनोज मर्तोलिया, मोहन दोसाद आदि मौजूद रहे.धरने के बाद उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर चीन सीमा क्षेत्र को प्राधिकरण से मुक्त करने की मांग की है.
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