ॠषिकेश, आखिरकार अंकिता के पिता की अपील करने के बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा शांत हुआ। अंकिता के अंतिम संस्कार के लिए सभी तैयार हो गए हैं। एनआईटी घाट पर अंकिता के भाई ने मुखाग्नि दी। वहीं दूसरी ओर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक में होगी। अंकिता के शव को ले जाने की आशंका पर लोग मोर्चेरी के आगे लेट गए। इस दौरान लोगों की पुलिस से झड़प भी हो गई।
पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन भीड़ जिद पर अड़ी रही। अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों में उबाल बना हुआ है। विभिन्न संगठनों के लोग सुबह बदरीनाथ हाईवे पर धरने पर बैठ गए। वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने प्रदेश सरकार पर सवाल किए खड़े। उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले से भाजपा विधायक गायब हैं। दो कैबिनेट मंत्री और स्पीकर हैं, लेकिन कोई भी लोगों से वार्ता करने नहीं पहुंचे।
इस दौरान अंकिता के पिता भी धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लोगों से जाम खोलने की अपील की। लेकिन लोग जाम खोलने को तैयार नहीं है। वहीं, लोगों ने पुलिस पर परिजनों पर दबाव डालने का आरोप लगाया। उधर, रुद्रप्रयाग के खांकरा से भी लोगों ने हाइवे पर जाम लगा दिया।
अंकिता भंडारी के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका अंदेशा है कि प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल हो सकता है। इसके चलते अंकिता के भाई ने सरकार से दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग उठाई है। वहीं, अंकिता के पिता का कहना है कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया। उसमें सबूत हो सकते थे। अब जब पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी। वहीं, प्रशासन की टीम अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनानाने में जुटी है।
जेसीबी चलाकर वाहवाही लूटने के चक्कर में मिटाए साक्ष्य
वनंत्रा रिजॉर्ट में जेसीबी चलाकर आगे के कमरे को तोड़ दिया गया। इसी कमरे में अंकिता रहती थी। जांच के लिए पुलिस ने इस कमरे का सील किया था। लेकिन वाहवाही लूटने के चक्कर में कमरे को तोड़ कर सारे सबूत नष्ट कर दिए गए।
शुक्रवार रात को वनंत्रा रिजॉर्ट पर जेेसीबी चला दी गई। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है। ऐसे में रिजॉर्ट और अंकिता के कमरे से पुलिस ने फोरेंसिक नमूने एकत्र कर सील कर दिया था। मृतक और अपराधी जिस स्थान पर अंतिम बार दिखाई दिए, वहां फोरेंसिक और मैटेरियल साक्ष्य मिलने की प्रबल संभावना होती है। यही कारण था कि प्रशासन ने रिजॉर्ट को सील करने के आदेश दिए थे। लेकिन रिजॉर्ट को जेसीबी से तोड़ दिया। जेसीबी ने पहला कमरा वह तोड़ा, जिसमें अंकिता रहती थी। अब पूरा कमरा खुला पड़ा है, सारा सामान जमीन पर बिखरा है और कमरा मलबे से भरा पड़ा है। ऐसे में अब पुलिस के लिए मौके से साक्ष्य एकत्र करना आसान नहीं है। ऐसे में नियमानुसार साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करना एक अपराध है। हालांकि प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। एएसपी शेखर सुयाल ने बताया कि प्रशासन की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सुबह खड़ी मिली जेसीबी
वनंत्रा रिजॉर्ट का आगे का ढांचा तोड़ने के बाद जेसीबी को रुक गया। उसके बाद सुबह जेसीबी रिजॉर्ट के बाहर खड़ी रही। लेकिन रिजॉर्ट के बाकी बचे हिस्से को नहीं तोड़ा। इसके बाद जेसीबी चली गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जेसीबी से रिजॉर्ट गिराकर साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया है।
राज्य पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उठाए सवाल :
अंकिता हत्याकांड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किए क्या ?
+जब चीला से अंकिता नहीं लौटी, अभियुक्त अकेले आया तो सारे रिजॉर्ट और आस-पास ये चर्चा हो गई कि अंकिता को नहर में डाल दिया गया है, फिर भी स्थानीय पटवारी को छुट्टी पर क्यों जाने दिया?
+प्रशासन को मीडिया के सारे घटनाक्रम छपने के बाद भी अभियुक्त को गिरफ्तार करने में इतना वक्त क्यों लगा ?
+अभियुक्त को पुलिस कस्टडी के बजाए ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का निर्णय किस स्तर पर लिया गया ?
+अंकिता का शव खोजने में जो विलंब हुआ, वह साक्ष्य मिटाने की कड़ी तो नही है ?
+अपराधी के कहीं अपराधों के साक्ष्य स्थल पर बुलडोजर फिराने और लोगों को आग लगाने के लिए उकसाने के पीछे कौन है और यह कृत्य किसके हाथों से हुआ?
+अभियुक्त को छात्र जीवन से ही मिले राजनीतिक संरक्षण देने वाले संरक्षकों के चेहरे भी क्या बेनकाब होंगे ?
+पुलिस ने अभी अभियुक्त का पुलिस रिमांड क्यों नहीं मांगा ?
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