उत्तरकाशी(जानकीचट्ठी), उत्तराखंड चारधाम यात्रा के प्रथम धाम यमुनोत्री में शासन प्रशासन द्वारा किये गये नियमों के बदलाव से यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों में आक्रोश ब्याप्त है, हालांकि प्रशासन का कहना है कि सुगम व सुरक्षित यात्रा संचालन के लिए ब्यवस्था बनाई गई है।
यमुनोत्री धाम के आखिरी पड़ाव जानकीचट्टी में यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों ने स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ आज रविवार सुबह धरना प्रदर्शन किया |
प्रदर्शनकारियों ने यमुनोत्री धाम से धारा 144 हटाने, ऑफलाइन पंजीकरण शुरू करने, गेट सिस्टम बंद कर जगह-जगह वाहनों को रोकने के विरोध में बस पार्किंग के पास धरना पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष स्व राजेंद्र सिंह रावत की मूर्ति के समक्ष प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
यात्रा व्यवसाय से जुड़े प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को जगह-जगह रोक कर परेशान किया जा रहा है, जबकि जानकीचट्टी की बस पार्किंग में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ समय नारेबाजी करने के बाद उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश रमोला व पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भंडारी के आश्वासन पर श्रमिकों व ब्यवसाइयो ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया ।तथा विभिन्न मांगो के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री को स्म्भोदित् ज्ञापन भी दिया।
आंदोलन में यमुनाघाटी होटल ऐशोसियेशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा , महाबीर पंवार माही,आनंद राणा ,नारायण पुरी ग्राम प्रधान नितिन रावत, भगवती प्रसाद बिजलवान, घनश्याम नौटियाल, रणबीर राणा, संदीप राणा, चैन सिंह रावत, शैलेंद्र राणा, पंकज रावत, पपीन तोमर, दीपक रावत,सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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