Sunday, April 27, 2025
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उत्तराखंड पहुंचकर भावुक हुए योगी आदित्यनाथ, मां का आशीष लेकर हुए भावुक

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ऋषिकेश। जीवन में संन्यास लेने के बाद किसी संन्यासी के लिए समाजिक रिश्ते बदल जाते हैं, मगर मां का रिश्ता सदैव बना रहता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आज उनके भाई, बहन व अन्य लोग महाराज कहकर संबोधित करते हैं, मगर मां सावित्री देवी के लिए वह आज भी वही अजय हैं, जो उनके आंचल में पले और बढ़े थे।

योगी ने अपनी मां के पैर छूकर लिया आशीष

यही वजह रही कि पांच साल बाद जब एक योगी अपनी जन्मदात्री से मिले तो उनके मुख से भी मां का संबोधन निकला। योगी ने अपनी मां के पैर छूकर आशीष लिया। मां का ममतामयी हाथ सिर पर आया तो योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए।

11 फरवरी 2017 को आए थे गांव, एक रात भी थे रुके

मंगलवार को अक्षय तृतीय का पुण्य पर्व 83 वर्षीय सावित्री देवी के लिए सबसे अहम था। वह इसलिए कि उनसे मिलने उनके पुत्र अजय बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) आ रहे थे। योगी आदित्यनाथ आखिरी बार 11 फरवरी 2017 को अपने गांव आए थे। तब भी वह एक रात अपने पैतृक आवस में रुके थे। अब वह करीब पांच वर्ष बाद अपने गांव पहुंचे थे।

सबसे पहले अपनी मां सवित्री देवी के पास पहुंचे

सायं छह बजे योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक आवास पर पहुंचे तो यहां वह देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री नहीं थे, बल्कि इस घर में जन्में और पले-बढ़े अजय थे। घर पहुंचने पर योगी आदित्यनाथ सबसे पहले अपनी वयोवृद्ध मां सवित्री देवी के पास पहुंचे। उन्‍होंने मां के चरण छूए तो मां का आशीष भरा हाथ योगी के सिर पर आ गया।

योगी ने मां से पूछा कि क्या वह उन्हें पहचान रही हैं

योगी आदित्यनाथ ने मां से पूछा कि क्या वह उन्हें पहचान रही हैं, मां की ओर से जब कोई जवाब नहीं आया तो योगी आदित्यनाथ ने इस वाक्य को तीन बार दोहराया। जिसके बाद मां ने सिर हिलाकर अपनी भावनाएं व्यक्त की। योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद मां की कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान योगी आदित्यनाथ और उनकी मां सावित्री देवी का कई बार गला भर आया।

करीब आधा घंटा मां के कमरे में बिताया

उन्होंने अपने भाइयों से मां के स्वास्थ्य तथा उपचार आदि की जानकारी ली। इसके बाद करीब आधा घंटा योगी आदित्यनाथ ने मां के कमरे में ही अपने भाई-बहनों और अन्य स्वजन के साथ बिताया।

भतीजे को जन्‍मदिन पर दिया आशीर्वाद

मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे अनंत का जन्मदिन भी था। उन्होंने भतीजे से मुलाकात कुर उन्हें आशीर्वाद भी दिया। इसके बाद योगी घर के बाहर लगे पंडाल में पहुंचे, जहां उन्होंने एक-एक कर गांव के नागरिकों, बुजुर्गों तथा महिलाओं से भी मुलाकात की। उनसे मिलने पहुंचे बच्चों को भी उन्होंने मिठाई खिलाई और गर्मजोशी के साथ उनके साथ संवाद कर फोटो भी खिंचवाई।

योगी आज भी अपने गांव में ही रुकेंगे

योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने पैतृक आवास पर ही रुके हैं। यहां उनके लिए उनका एक कमरा हमेशा सुरक्षित रखा जाता है। बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ बुधवार को भी अपने गांव में ही रुकेंगे। हालांकि अभी उनका कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।

डाक विभाग में बंपर वैकेंसी, 10वीं पास को यहां मिल रहीं 39 हजार नौकरियां, ऐसे करें अप्लाई

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10वीं पास युवाओं के लिए करीब 39 हजार नौकरियां निकली हैं। इन नौकरियों के उन्हें किसी प्रकार की कोई परीक्षा भी नहीं देनी है। यानी कि डायरेक्ट नौकरी मिलेगी। जी हां, इस भर्ती के तहत 10वीं पास उम्मीदवारों को देशभर में सरकारी नौकरी मिलेगी, वह भी बगैर परीक्षा दिए। इसके लिए आपको बस दी गई जानकारी के अनुसार ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
डाक विभाग में मिलेंगी नौकरियां

भारतीय डाक (India Post) ने 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए बंपर भर्ती निकाली है। इस भर्ती के तहत भारतीय डाक विभाग की ओर से ग्रामीण डाक सेवक (GDS) पद पर देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में नौकरियां दी जा रही है। डाक विभाग की तरफ से इस भर्ती के लिए आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। भारतीय डाक ने इस पद के लिए 38926 खाली पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
पांच जून तक कर सकेंगे आवेदन

भारतीय डाक द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, सभी योग्य उम्मीदवार ग्रामीण डाक सेवा के लिए आधिकारिक वेबसाइट indiapostgdsonline.gov.in पर पांच जून, 2022 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। हालांकि, आवेदक की उम्र निर्धारित आयु सीमा 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
ब्रांच पोस्ट मास्टर बनने का मौका

खास बात ये है कि ग्रामीण डाक सेवा के पद के लिए कोई भी 10वीं पास उम्मीदवार आवेदन कर सकता है। आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, इस प्रक्रिया के द्वारा भारतीय डाक में ब्रांच पोस्ट मास्टर (BPM), असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर (ABPM) और डाक सेवक के 38,926 रिक्त पदों पर भर्ती की जा रही है। ब्रांच पोस्ट मास्टर पदों पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों को 12,000 रुपये महीने का वेतन दिया जाएगा। जबकि, अन्य पदों के लिए उम्मीदवारों को 10,000 रुपये महीने तक का वेतन मिलेगा।
आवेदन के लिए देना होगा इतना शुल्क

भारतीय डाक विभाग की भर्ती के तहत आवेदन के इच्छुक उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट indiapostgdsonline.gov.in पर जाकर संबंधित पद के लिए आवेदन कर होगा। डाक विभाग की भर्ती में आवेदन के लिए आवेदन शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है। चूंकि, चयन सीधे यानी बिना परीक्षा के होना है तो उम्मीदवार की योग्यता और पदों की वरीयता के आधार पर सिस्टम जनरेटेड मेरिट सूची तैयार की जाएगी। इसी मेरिट सूची के आधार पर योग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाएगी।

अनियंत्रित ट्रक कार और जीप पर पलटा

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ऋषिकेश। नीलकंठ मार्ग पर घास से भरा एक ट्रक अनियंत्रित होकर वहां से गुजर रही एक कार और एक जीप पर पलट गया। गनीमत यह रही कार और जीप में बैठी सवारियों को किसी प्रकार की चोट नहीं आई। लक्ष्मणझूला थाना पुलिस के मुताबिक यमकेश्वर के फूलचट्टी रत्तापानी के बीच एक घास से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क पर अचानक से पलट गया। इसके नीचे आने से एक कार और जीप दब गईं। हालांकि कार और जीप में बैठे लोगों ने आनन-फानन में अपनी जान बचा ली । इस दौरान मार्ग पर दोनों और वाहनों का लंबा जाम लगा। पुलिस ने किसी तरह से मार्ग से ट्रक को हटाया, तब जाकर मार्ग पर यातायात फिर से चालू किया गया। लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक संतोष कुंवर ने बताया की यातायात को सुचारु कर दिया गया है।

युवक ने फांसी का फंदा लगाकर की जीवन लीला समाप्त

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ऋषिकेश। रानीपोखरी क्षेत्र के इठारना गांव में एक युवक ने संदिग्ध हालत में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है। रानीपोखरी थाना पुलिस के मुताबिक मंगलवार सुबह 7 बजे पुलिस को सूचना मिली कि इठारना में एक व्यक्ति ने पंखे से लटकर फांसी लगा ली है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पंखे से नीचे उतारा और पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया। रानीपोखरी थानाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राणा ने बताया मृतक की पहचान अजय रावत (37) पुत्र स्व. वीर सिंह रावत निवासी ग्राम इठारना के रूप में हुई है। परिजनों ने पूछताछ के दौरान बताया कि युवक सोमवार रात शादी समारोह में शामिल होकर देर रात घर लौटा था। सुबह कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। अंदर वहफांसी के फंदे पर झूलता मिला। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथमदृष्टया अधिक शराब का सेवन करने का कारण सामने आया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ की मूर्ति का किया अनावरण

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यमकेश्‍वर(पौड़ी) । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण भी किया।यमकेश्वर में ब्रह्मालीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण  किया गया
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी की प्रेरणा से ही यहां महाविद्यालय की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि ग्राम कांडी में ही महंत अवैद्यनाथ जी का जन्म हुआ था किंतु ज्यादा समय तक नहीं रुक सके थे। कहा कि वे यहां की शिक्षा व्यवस्था के बारे में पूछते रहते थे। मैंने उन्हें अवगत कराया था कि यहां कोई डिग्री कॉलेज नहीं है, यहां के निवासियों ने समिति बनाकर कॉलेज के लिए जमीन दी और यहां कुछ कक्षाओं का प्रारंभ हो सका था। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं अपने स्कूली गुरुजनों का सम्मान कर पा रहा हूं। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है।  यहां अच्छी शिक्षा अच्छा माहौल सौंदर्य और संभावनाएं हैं l उत्तराखंड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। कहा कि देश 2014 के बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा हैl  कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है लेकिन भारत का सबसे बढ़िया प्रबंधन पूरे विश्व में सराहा गया,  पहले महामारी में मौतें बीमारी से ज्यादा भुखमरी से होती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश बदल चुका है,सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है । उन्होंने कहा कि देश को बचाना है तो उत्तराखंड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखंड देश की उत्तरी सीमा है। वृक्षारोपण, जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उत्तराखंड मे आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगाlजन्मभूमि को नमन कर गुरुओं का लिया आशीर्वाद - Avikal Uttarakhand योगी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगा  जहां अन्य राज्यों में अव्यवस्था फैली है वही उत्तर प्रदेश में कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में व्यक्तिगत आस्था पर कोई प्रतिबंध नहीं है किंतु उससे किसी अन्य को असुविधा नहीं होनी चाहिए। कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है, जन भावना के साथ आस्था के नाम पर खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। कहा कि हमने उत्तर प्रदेश से लगभग एक लाख अनावश्यक माइक हटवाए हैं और कहीं कोई विवाद नहीं है। योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड की 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण पर है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ करिश्माई व्यक्तित्व है। योगी जी जन्म भूमि में लंबे वक्त बाद आए है। उन्होंने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी का संबंध हिंदू धर्म, भाई चारे को मजबूत करने व जो पीछे छूट गए हैं उन्हें मुख्य धारा में लाने का रहा है। उनका राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कहा कि पहले अयोध्या में भगवान राम टेंट में थे वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार बनने के बाद वहाँ भव्य मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। कहा कि मोदी-योगी के नेतृत्व में अयोध्या भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मार्ग भव्य हुआ है जिससे लोगों को जल चढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। मोदी जी ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। उत्तराखंड में आजादी के बाद जितने पर्यटक चार धाम की यात्रा पर आए हैं इन 10 सालों में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।  मुख्यमंत्री ने कहा कि  चार धाम यात्रा मार्गों पर होटल, परिवहन व यात्रा से जुड़े लोगों से जानकारी मिली है कि आने वाले 2 माह के लिए सारे होटलों की बुकिंग फुल हो गई है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी जी का जन्म उत्तराखंड में हुआ है किंतु वे अब पूरे देश की धरोहर बन चुके हैं। कहा कि 21 सालों से उत्तराखंड-यूपी का परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित मामले का मात्र 20 मिनट की बैठक में ही हल निकल गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विद्यालय में विज्ञान की कक्षाएं चलाई जाएंगी, साथ ही  जो भी अन्य संसाधनों की आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जाएगा।  इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने गुरुजनों   राजेंद्र सिंह रावत,   राजेंद्र सिंह भंडारी,   महिमानंंद बड़थ्वाल,   सत्य प्रसाद बड़थ्वाल को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री  सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री  तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक रेणु बिष्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए जनपदों में वन विभाग के नोडल अधिकारी तैनात किये जाए- मुख्यमंत्री

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• शीतलाखेत (अल्मोड़ा) मॉडल को अपनाया जाय।

• अनुसंधान से जुड़े संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों के सहयोग से वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए दीर्घकालिक योजना बनाई जाए।

• वन सम्पदाओं से लोगों की आर्थिकी को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किये जाए।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में वनाग्नि की रोकथाम के संबंध में समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि वनाग्नि को रोकने के लिए वनाग्नि से प्रभावित जनपदों में शीघ्र वन विभाग के उच्चाधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया जाय। जनपदों में डीएफओ द्वारा लगातार क्षेत्रों का भ्रमण किया जाए। वन विभाग, राजस्व, पुलिस एवं अन्य संबंधित विभागों के साथ ही जन सहयोग लिया जाए। महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, स्वयं सहायता समूहों एवं आपदा मित्रों से भी वनाग्नि को रोकने में सहयोग लिया जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग किया जाए। रिस्पांस टाइम कम से कम किया जाए। चारधाम यात्रा के दौरान वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए शीतलाखेत (अल्मोड़ा) मॉडल को अपनाया जाय। शीतलाखेत के लोगों ने जंगलों और वन संपदा को आग से बचाने के शपथ ली। उन्होंने संकल्प लिया कि वे पूरे फायर सीजन में वे अपने खेतों में कूड़ा और कृषि अवशेष नहीं जलायेंगे। इस क्षेत्र में ग्रामीणों महिला मंगल दल और युवक मंगल दल ने ओण दिवस के रूप में जंगल बचाओ, पर्यावरण बचाओ की शपथ ली। वनाग्नि को रोकने के लिए दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक दोनों योजनाएं बनाई जाए। दीर्घकालिक योजनाओं के लिए अनुसंधान से जुड़े संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों से समन्वय स्थापित कर योजना बनाई जाए। इकोनॉमी और ईकॉलॉजी का समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किये जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए एक नई कार्य संस्कृति एवं कार्य व्यवहार से सभी को कार्य करना होगा। वन सम्पदाओं के संरक्षण के साथ ही वन सम्पदाओं से लोगों की आजीविका को कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पिरूल के एकत्रीकरण एवं उससे लोगों की आजीविका कैसे बढ़ाई जा सकती है, इसके लिए ठोस नीति बनाई जाए। राज्य में वन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए ऐसा मॉडल तैयार किया जाए कि इसका संदेश देश-दुनिया तक जाए। वन्य जीवों की सुरक्षा एवं जल स्रोतों के संरक्षण के लिए प्रभावी प्रयासों की जरूरत है। वनाग्नि को रोकने एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता के लिए स्कूलों में करिकुलर एक्टिविटी करवाई जाए।

वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारी जन सहभागिता पर विशेष ध्यान दें। वन सम्पदाओं से लोगों की आर्थिकी को जोड़ने के लिए सुनियोजित रणनीति बनाई जाए। वन पंचायतों में फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट कमेटी बनाई जाए।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक श्री विनोद कुमार सिंघल, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, वर्चुअल माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर श्री सुशील कुमार एवं सभी जनपदों से जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं डीएफओ उपस्थित थे।

हल्द्वानी पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी सरकारी नौकरी के नाम पर करोड़ों की जालसाज़ी करने वाला महाठग पुलिस की गिरफ्त में

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(चंदन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, नैनीताल पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है नौकरी के नाम पर लोगों को करोड़ों की चोट पहुचा चुका महा जालसाज आखिरकार पुलिस के शिकंजे में फस ही गया हल्द्वानी में पुलिस ने विधानसभा, सचिवालय और अन्य सरकारी सेवा में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन करोड़ से अधिक की ठगी के करने वाले एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है, अभियुक्त द्वारा विधानसभा सचिवालय समेत कई सरकारी नौकरी लगाए जाने के नाम पर लोगों से तीन करोड़ की ठगी की है।वहीं जांच में यह भी पता चला है कि इसके द्वारा 90 से अधिक लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लिए गए हैं, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे कई सारी जानकारियां निकलकर सामने आएगी। अभी तक यह उत्तराखंड की सबसे बड़ी ठगी में से एक है, इस अभियुक्त के कनेक्शन राजनीतिक लोगों के साथ भी हैं, ऐसे में पुलिस इस पहलू की भी जांच करेगी।

अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर खुले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट, पहली पूजा पीएम मोदी के नाम से की गई

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उत्तरकाशी, अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिये गये हैं। इसी के साथ चार धाम यात्रा प्रारंभ हो गई है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के अवसर पर उपस्थित रहे। पहली पूजा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से की गई। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री में पूजा अर्चना की और प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि  “आज से चारधाम यात्रा विधिवत रूप से शुरू हो रही है, मैं सभी श्रद्धालुओं का उत्तराखंड देवभूमि आगमन पर स्वागत करता हूं.ये यात्रा ऐतिहासिक हो, सबकी यात्रा सरल व सुगम हो, सबके मंगल की कामना करता हू। हमारी सरकार सुगम एवं सुरक्षित चार धाम यात्रा हेतु वचनबद्ध है।”

मुख्यमंत्री ने फोन के माध्यम से यमुनोत्री धाम के मुख्य पुजारियों एवं वहां उपस्थित समस्त श्रद्धालुजनों को अक्षय तृतीया एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के शुभ अवसर की शुभकामनाएं प्रेषित की।

सार्थक पहल : कठिन परिस्थितियों में रहने वाले सीमांत के शिक्षक लेंगे एक गांव को गोद

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दो साल में सरकारी विद्यालयों में होंगे नवाचार के नये आयाम

उत्कृष्ट कार्य तथा अत्यधिक ठहराव वाले शिक्षकों को मिलेगा जिपं सदस्य सम्मान
पहली बार देख इस बैठक को उत्साहित दिखे शिक्षक

पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल पर पहली बार आयोजित बैठक में तय किया गया है कि सरकारी शिक्षक अब एक गांव को गोद लेकर शिक्षा, समाज, सांस्कृतिक मूल्यों पर होने वाले इस अनूठे अभियान को आगे बढ़ाएंगे। सरकारी विद्यालयों में बच्चों को आकर्षित करने के लिए नए नवाचार के आयाम स्थापित किए जाएंगे।साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले तथा लंबे ठहराव वाले शिक्षकों को समय-समय पर जिला पंचायत सदस्य सम्मान से नवाजा जाएगा।
ब्लॉक संसाधन केंद्र के सभागार में आयोजित परिचयात्मक बैठक में जिला पंचायत सरमोली वार्ड के 25 ग्राम पंचायतों के सरकारी विद्यालयों में तैनात शिक्षकों ने भाग लिया।
खंड शिक्षा अधिकारी हेमचंद्र कश्यप ने बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों मैं अध्ययनरत छात्र छात्राओं के लिए समय-समय पर विभिन्न क्रियाकलापों आयोजित कर शिक्षा को रोचक बनाने के लिए अपना योगदान दे।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि कोविड-19 के कारण दो साल पहले शुरू होने वाला यह अभियान आज शुरू हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि दो साल के भीतर सरकारी विद्यालयों को इस नवाचार के द्वारा नए मुकाम पर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में अभिभावकों एवं छात्रों की चॉकलेट बैठक की जाएगी।
मर्तोलिया ने कहा कि 25 ग्राम पंचायतों में अध्ययन एवं संस्कार केंद्र खोले जा रहे है, जो समुदाय के सहयोग से संचालित होगा। प्रत्येक विद्यार्थी का हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। ताकि कुपोषण से बच्चों को बचाया जा सके। इसके साथ ही 25 ग्राम पंचायतों में अध्ययन एवं अन्य क्रियाकलापों सहित अत्यधिक ठहराव वाले प्राथमिक,माध्यमिक, जूनियर के शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षा तथा सरकारी नौकरियों को बचाने के लिए हमें कुछ हटकर कार्य करना होगा। शिक्षकों को कुछ कष्ट होगा, लेकिन इसके सुखद परिणाम भी आएंगे। कहा कि क्षेत्र के विद्यालयों के लिए शिक्षक एवं शैक्षिक गतिविधियों के लिए बजट लाने के लिए क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी तथा सांसद अजय टम्टा का सहयोग लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस अनूठे अभियान से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जा रहा है। पहली बार आयोजित शिक्षक शिक्षक उत्साहित दिखे। लीलम न्याय पंचायत की सीआरसी समन्वयक हीरा सिंह ढींढसा ने कहा कि अपने सेवाकाल में पहली बार देख रहे है, कि कोई जनप्रतिनिधि शिक्षा को लेकर बैठक कर रहा है। बैठक में राजकीय प्राथमिक विद्यालय कवाधार, धापा, तिकसैन के अध्यापकों में अपने विद्यालय के छात्रों द्वारा राजीव नवोदय विद्यालयों में चयन होने के अनुभवों को साझा किया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरमोली, सुरिंग अध्यापकों ने चॉकलेट बैठक के बाद विद्यालय में आए परिवर्तनों के बारे में जानकारी दी।
इस बैठक में उपस्थित अध्यापकों ने विज्ञान तथा भूगोल के प्रयोगशालाओ स्थिति चिंताजनक होने पर सहयोग की मांग की। सरकारी स्कूलों में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर खुलकर बातचीत की।
इस मौके पर तय किया गया है कि 25 ग्राम पंचायतों के शिक्षक एक एक गांव को गोद लेकर उन गांवों में शिक्षा, समाज तथा सांस्कृतिक मूल्यों के विषयों पर जन जागरण अपने हाथों में लेकर करेंगे। इसके लिए शिक्षकों से गांव का चयन स्वेच्छा से किए जाने की अपील की गई है।
इस मौके पर राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अनिल कुमार, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नमजला की प्रधानाचार्य नीमा आर्या सहित विभिन्न विद्यालयों की प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की |

अनुपस्थित शिक्षकों पर नाराजगी, नोटिस होंगे जारी :

जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया बैठक से नदारद शिक्षकों से नाराज दिखे।
कहा कि आज की बैठक में अनुपस्थित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर बैठक में नहीं आने का कारण तीन दिन के भीतर देने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया। कहा कि बैठक में नहीं आना भी एक प्रकार की अनुशासनहीनता है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

बौन पंजियाला मोटर मार्ग पर वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिरा, दो की मौत और दो घायल

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उत्तरकाशी, प्रदेश के उत्तरकाशी और पौड़ी जनपद में सड़क हादसे की खबर है, मिली जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी के बौन पंजियाला मोटर मार्ग पर गत देर रात को एक डंपर वाहन अनियंत्रित होकर खाई में गिरा। जिसमें दो व्यक्तियों की मौत घटनास्थल पर हुई। जबकि दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों का उपचार जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में चल रहा है।

जानकारी के अनुसार गत रात्रि करीब 2:45 बजे एक डंपर वाहन पंजियाला गांव की ओर आ रहा था, लेकिन बीटेक कालेज भवन के निकट डंपर अनियंत्रित होकर करीब 50 मीटर खाई में जा गिरा | दुर्घटना में अरविंद रावत (30) पुत्र ज्ञानेंद्र रावत, राजवीर बिष्ट (31) पुत्र जयवीर बिष्ट दोनों निवासी ग्राम बौन उत्तरकाशी की घटनास्थल पर ही मौत हुई है। जबकि राजाराम बिष्ट पुत्र दलवीर बिष्ट, जितेंद्र सिंह पुत्र जयेन्द्र सिंह दोनों निवासी ग्राम बौन उत्तरकाशी गंभीर घायल हुए हैं।

ताड़केश्वर मार्ग पर कार खाई में गिरी, पत्नि की मौत, पिता पुत्र घायल

दूसरी घटना पौड़ी के रिखणीखाल ब्लाक चखुलियाखाल ताड़केश्वर मोटर मार्ग पर हुई, जहां एक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। दुर्घटना में कार सवार महिला की मौत हो गई जबकि, महिला के पति व बच्चे को चोटें आई हुई हैं। घटना रविवार देर शाम की है। तहसील कोटद्वार के अंतर्गत डाडामंडी ग्राम सैंज मल्ला निवासी सुशील कुमार अपने परिवार के साथ ताड़केश्वर मंदिर जा रहे थे,
इसी दौरान मंदिर से करीब तीन सौ मीटर पहले बंदूण बैंड के समीप उनकी कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। कार खाई में गिरने के दौरान सुशील कुमार व उसका तीन वर्षीय बेटा छिटककर पेड़ पर फंस गए। जबकि, उनकी पत्नी संतोषी देवी कार के साथ सात सौ मीटर गहरी खाई में गिर गई।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची रिखणीखाल पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर घायलों को खाई से बाहर निकाला। थाना प्रभारी उपनिरीक्षक कमलेश शर्मा ने बताया कि गंभीर रूप से घायल संतोषी देवी को 108 आकस्मिक चिकित्सा सेवा वाहन की मदद से सतपुली स्थित हंस फाउंडेशन के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घायल पिता व पुत्र का चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है।