Friday, May 16, 2025
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राज्य की छावनी परिषदों में बंपर भर्तियां, पहले चरण होगी 97 पदों पर भर्ती

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देहरादून, राज्य के बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। रक्षा मंत्रालय के अधीन छावनी परिषदों में वर्षों बाद बंपर भर्तियां निकली हैं। रक्षा मंत्रालय ने जुलाई-2023 तक चार चरणों में रिक्त पदों को भरने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है। मंत्रालय देश की सभी 62 छावनियों में करीब पांच हजार पदों पर मिशन मोड में भर्ती की तैयारी कर रहा है। पहले चरण में 525 पदों पर भर्ती होगी जिसमें से 97 उत्तराखंड के लिए हैं।

प्रदेश में कुल नौ छावनी परिषद हैं। इनमें कई वर्षों से स्थायी पदों के लिए नियुक्तियां नहीं हो रही थीं। बीच-बीच में जरूरत पड़ने पर संविदा पर कर्मचारियों को रखा गया। जबकि, बेरोजगार युवक लगातार स्थायी नियुक्ति की मांग कर रहे थे। अब रक्षा मंत्रालय ने चरणबद्ध तरीके से स्थायी नियुक्ति करने का निर्णय लिया है।
युवा देश की 62 छावनियों में से किसी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। पहले चरण में 25 छावनियों के लिए 525 पदों पर भर्तियां निकालने के लिए रक्षा मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर दी है। अब प्रदेश की छावनी परिषद के अधिकारी इन पदों का विज्ञापन निकालने की तैयारी में जुट गए हैं। बहुत जल्द इन पदों के लिए विज्ञापन निकलने वाला है।
इन छावनियों में निकली है भर्ती
अल्मोड़ा : 2
चकराता : 10
क्लेमेंटटाउन : 6
देहरादून :36
लंढौर : 3
लैंसडौन : 14
नैनीताल : 7
रानीखेत : 9
रुड़की : 9

इन पदों पर होनी हैं भर्तियां
असिस्टेंट इंजीनियर, डॉक्टर, जूनियर इंजीनियर, सेनेटरी इंस्पेक्टर, लेडी मेडिकल अफसर, स्टेनो, इलेक्ट्रीशियन, एक्सरे टेक्नीशियन, कंप्यूटर प्रोग्रामर, जूनियर क्लर्क, कैशियर, फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड, माली, असिस्टेंट टीचर, चौकीदार, लाइनमैन, फिटर, सफाईवाला, चपरासी आदि।

 

निर्माणाधीन मिनी स्टेडियम और राजकीय इंटर कॉलेज एवं माध्यमिक विद्यालय मानीला का जिलाधिकारी ने किया निरीक्षणAlmora: स्कूल, अस्पताल, ब्लाक पहुंची डीएम वंदना, सुने दुखड़े

अल्मोड़ा, सल्ट/ भिकियासैंन भ्रमण के दूसरे दिन आज जिलाधिकारी वंदना के नेतृत्व में प्रशासन की टीम द्वारा सर्वप्रथम निर्माणाधीन मिनी स्टेडियम मानिला का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्टेडियम का निर्माण समय सीमा के अनुरूप न होने पर कार्यदाई संस्था सीएनडीएस के प्रति नाराजगी जताई , तथा अवशेष कार्य तथा धनराशि को ग्रामीण निर्माण विभाग को हस्तांतरित करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने राजकीय इंटर कॉलेज एवं माध्यमिक विद्यालय मानीला का निरीक्षण किया। यहां पर जिलाधिकारी ने इंटर कॉलेज के लिए नवनिर्मित भवनों का निरीक्षण किया तथा कार्यदाई संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों को भवन के अवशेष रंग रोगन, तथा छोटे छोटे सभी कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय में गणित तथा विज्ञान की लैब का भी अवलोकन किया।

इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों के ऐसे बच्चों का चयन करें, जो रसायन, भौतिक तथा स्पेस विज्ञान में विशेष रूचि रखते हों। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को विषय विशेषज्ञों के माध्यम से आवश्यक प्रशिक्षण दिलाया जाए। इस के बाद जिलाधिकारी द्वारा राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय देवायल का निरीक्षण किया तथा स्कूल प्रबंधन की नियमित गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। यहां जिलाधिकारी ने मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की तथा बच्चों को साप्ताहिक मेन्यू के अनुसार भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्कूली बच्चों से वार्तालाप भी किया तथा शिक्षा में बच्चों के बेहतर प्रदर्शन करने पर स्कूल स्टाफ की प्रसंशा की। तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवायल का निरीक्षण किया गया। यहां जिलाधिकारी ने इमरजेंसी रूम, पैथोलॉजी, मेडिसन कक्ष आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था सामने आने पर जिलाधिकारी ने संबंधितों को कार्यशैली सुधारने के की हिदायत दी।

जिलाधिकारी ने कहा कि यदि एक महीने के भीतर अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारा नहीं गया तो संबंधित चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ संपूर्ण कार्य अवधि के दौरान उपस्थित रहना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने अस्पताल में बायोमेट्रिक उपस्थित मशीन को भी संचालित करने के निर्देश दिए। यहां जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अनुपयुक्त सामग्री की नीलामी कर उसका निस्तारण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि उपलब्ध संसाधनों का सदुपयोग करते हुए जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएं।

इसके बाद जिलाधिकारी ने ब्लॉक कार्यालय का निरीक्षण किया तथा यहां पर उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भेंट की तथा उपस्थित लोगों की समस्याओं को एक एक कर सुना तथा उसके निस्तारण के लिए मौके पर उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। यहां पर लोगों द्वारा पेयजल समस्या को मुख्य रूप से उठाया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने जल संस्थान एवं जीवन निगम के अधिशासी अभियंता को प्रति शुक्रवार अनिवार्य रूप से सल्ट तहसील में उपस्थित रहने के निर्देश दिए साथ ही अन्य सभी रेखीय विभागों के अधिकारियों को भी सप्ताह में एक दिन अनिवार्य रूप से तहसील कार्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए तहसील एवं ब्लॉक कार्यालय में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के नंबर चस्पा करें, जिससे लोगों को अधिकारियों से संपर्क करने में कोई असुविधा न हो। जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित अधिकारी जन समस्याओं का समाधान करें तथा संचालित योजनाओं का समय समय पर निरीक्षण कर योजनाओं के कार्यों में प्रगति सुनिश्चित करें। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने मोलेखाल बाजार में साफ सफाई से संबंधित व्यापार मंडल के साथ चर्चा की तथा कूड़ा निस्तारण करने की प्रक्रिया को जानकारी प्राप्त की । इस दौरान उपजिलाधिकारी सल्ट गौरव पांडे समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

गुजरात हिमाचल का यह है फाइनल परिणाम, जानें किसके पक्ष में रहे उपचुनाव के नतीजे

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नई दिल्ली, देश के दो राज्य गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ-साथ कई राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजे भी आए हैं। गुजरात में दो चरणों में 182 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव में वोट डाले गए थे। गुजरात में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। भाजपा की लगातार यह सातवीं जीत है। भाजपा पिछले 27 सालों से सत्ता में है। फाइनल नतीजों के मुताबिक गुजरात में भाजपा ने 182 में से 156 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 17 सीटों पर ही जीती। गुजरात में पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी के खाते में 5 सीट गई हैं। जबकि अन्य चार जगह जीतने में कामयाब हुए हैं। हिमाचल में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल में रिवाज बदलने का नारा देने वाले भाजपा 25 सीटों पर सिमट गई है। कांग्रेस ने राज बदलते हुए 40 सीटों पर जीत हासिल की है। अन्य के खाते में 3 सीटें गई हैं।

– ओडिशा के पदमपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में बीजद की वर्षा सिंह बरिहा ने 42,679 मतों से जीत दर्ज की। बरिहा दिवंगत विधायक विजय रंजन सिंह बरिहा की बड़ी बेटी हैं। विजय रंजन सिंह बरिहा के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराए जाने की जरूरत पड़ी। उनका मुकाबला भाजपा से था।

– रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने बृहस्पतिवार को अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (सपा) के आसिम राजा को हराया। भाजपा ने इस सीट पर पहली बार कब्जा किया है। जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सक्सेना ने राजा को 34136 मतों से हराया। भाजपा आजादी के बाद पहली बार रामपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीती है। इससे पहले करीब 40 साल से यहां सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ही विधायक रहे।

– मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी डिंपल यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को दो लाख 88 हजार 461 मतों से हराकर यह सीट सपा के पास बरकरार रखी। चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के मुताबिक डिंपल ने दो लाख 88 हजार 461 मतों से जीत हासिल की। डिंपल ने छह लाख 18 हजार 120 मत हासिल किये जबकि शाक्य को तीन लाख 29 हजार 659 वोट मिले।

– उत्तर प्रदेश की खतौली विधानसभा सीट के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी गठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी मदन भैया ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजकुमारी सैनी को 22143 मतों से हराकर भाजपा से यह सीट छीन ली। चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के मुताबिक मदन भैया को 97 हजार 139 मत मिले जबकि राजकुमारी को 74 हजार 996 वोट हासिल हुए।
– सत्तारूढ़ कांग्रेस ने सरदारशहर विधानसभा सीट पर अपना कब्जा कायम रखा है। इस सीट के लिए हुए उपचुनाव में पार्टी के प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा ने 26 हजार से अधिक वोट से जीत दर्ज की। निर्वाचन विभाग के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा को कुल 91357 वोट मिले, भाजपा के भाजपा के अशोक पींचा को 64505 वोट मिले जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उम्मीदवार लालचंद को 46753 वोट मिले।
– भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन से कुढ़नी सीट छीन ली। इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार मनोज सिंह कुशवाहा को 3,645 मतों से पराजित कर दिया। नीतीश कुमार कुछ ही महीने पहले भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन कर महागठबंधन में शामिल हुए थे।

– छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार सावित्री मांडवी जीत गई हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम को हराया है(साभार प्रभासाक्षी)।

राष्ट्रपति ने 2001.94 करोड़ रूपये की 09 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

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देहरादून , राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु का पहली बार उत्तराखण्ड आगमन पर मुख्यमंत्री आवास में नागरिक अभिनन्दन किया गया। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित गरिमापूर्ण कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने 2001.94 करोड़ रूपये की 09 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। राष्ट्रपति ने 528.35 करोड़ रूपये की 03 योजनाओं का लोकार्पण और 1473.59 करोड़ की 06 योजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.), मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति द्वारा लोकार्पित की गयी योजनाओं में 330.64 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान (मेडिकल कॉलेज) अल्मोड़ा, पिटकुल द्वारा हरिद्वार जनपद के पदार्था में 84 करोड़ रूपये की लागत से 132 के.वी. के आधुनिक तकनीक के बिजली घर एवं इससे संबंधित लाइन का निर्माण, जिला रूद्रप्रयाग में 113.71 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 4.5 मेगावाट की कालीगंगा-द्वितीय लघु जल विद्युत परियोजना शामिल हैं।

राष्ट्रपति द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें 306 करोड़ रूपये की लागत से चीला पॉवर हाऊस 144 मेगावाट की योजना का रेनोवेशन कार्य, देहरादून स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत 204.46 करोड़ की लागत से इंटीग्रेटेड ऑफिस कॉम्पलेक्स ग्रीन बिल्डिंग का निमार्ण, 131 करोड़ रूपये की लागत से हरिद्वार के मंगलोर में 220 के.वी. सबस्टेशन, 750 करोड़ रूपये की लागत से देहरादून के मुख्य मार्गों की ओवर हेड एचटी एवं एलटी विद्युत लाइनों को भूमिगत किये जाने का कार्य, 32.93 करोड़ रूपये की लागत से राजकीय पॉलिटेक्निक नरेन्द्र नगर में दूसरे चरण का निर्माण कार्य और चंपावत के टनकपुर में 49.20 करोड़ रूपये की लागत से आधुनिक अन्तर्राज्यीय बस टर्मिनल का शिलान्यास शामिल है।

इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में राष्ट्रपति उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी परिचित हुई। राष्ट्रपति के समक्ष प्रदेश की लोक संस्कृति का लोक कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया गया।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु ने कहा कि देव-भूमि, तपोभूमि और वीर-भूमि उत्तराखंड में आना, मैं अपना सौभाग्य मानती हूं। हिमालय को महाकवि कालिदास ने ‘देवात्मा’ कहा है। राष्ट्रपति के रूप में, हिमालय के आंगन, उत्तराखंड में, आप सब के अतिथि-सत्कार का उपहार प्राप्त करके, मैं स्वयं को कृतार्थ मानती हूं। राष्ट्रपति ने अभिनंदन-समारोह के उत्साह-पूर्ण आयोजन के लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उत्तराखंडवासियों को धन्यवाद दिया।

राष्ट्रपति ने विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं से लोगों के लिए जन-सुविधाएं बढ़ेंगी। उन्होंने इन परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के सुव्यवस्थित मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के ऊर्जावान नेतृत्व में, उत्तराखण्ड समग्र विकास के पथ पर अग्रसर है। राज्य के विकास की इस यात्रा में उत्तराखंड के परिश्रमी और प्रतिभाशाली निवासियों का महत्वपूर्ण योगदान है।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी परंपरा में नगाधिराज हिमालय के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को देवताओं का वंशज माना गया है। इस प्रकार उत्तराखंड के भाई-बहन एक दिव्य परंपरा के वाहक हैं। आप सबके बीच आकर मैं विशेष प्रसन्नता का अनुभव कर रही हूं। उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और यहां के लोगों के प्रेमपूर्ण व्यवहार ने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी से लेकर प्रकृति के सुकुमार कवि, सुमित्रानंदन पंत को मंत्रमुग्ध किया था। इस प्राकृतिक सुंदरता को बचाते हुए ही विकास के मार्ग पर हमें आगे बढ़ना है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत माता की धरती के बहुत बड़े भाग को निर्मित और सिंचित करने वाली नदी-माताओं के स्रोत उत्तराखंड में हैं। हिमालय और उत्तराखंड भारत-वासियों की अंतरात्मा में बसे हुए हैं। हमारे ऋषि-मुनि ज्ञान की तलाश में हिमालय की गुफाओं और कंदराओं में आश्रय लेते रहे हैं। यह लोक-मान्यता है कि लक्ष्मण जी के उपचार के लिए इसी क्षेत्र के द्रोण-पर्वत को ‘संजीवनी बूटी’ सहित हनुमान जी ले कर गए थे। इस तरह आध्यात्मिक शांति और शारीरिक उपचार दोनों ही दृष्टियों से उत्तराखंड कल्याण का स्रोत रहा है।

आधुनिक चिकित्सा तथा आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्रों में उत्तराखंड निरंतर अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए नए-नए संस्थान भी स्थापित कर रहा है। उत्तराखंड में नेचुरोपैथी के अनेक प्रसिद्ध केंद्र हैं जहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग आकर स्वास्थ्य-लाभ करते हैं। उत्तराखंड में नेचर टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म के साथ-साथ मेडिकल टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। इससे युवाओं में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि स्वयं पर्वतराज हिमालय और उत्तराखंड के शूरवीर लोग भारत माता के प्रहरी भी रहे हैं। हमारे वर्तमान सीडीएस जनरल अनिल चौहान जी उत्तराखंड के ही सपूत हैं। भारत के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी भी इसी धरती की विभूति थे। 1990 के दशक में जनरल बिपिन चंद्र जोशी जी ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में भारत माता की सेवा की थी। कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा करने वाले मेजर राजेश सिंह अधिकारी और मेजर विवेक गुप्ता का बलिदान सभी देशवासी हमेशा याद रखेंगे। उन दोनों सूरमाओं को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। 1962 के युद्ध में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले महावीर चक्र से सम्मानित जसवंत सिंह रावत एक अमर सेनानी के रूप में भारतवासियों को हमेशा याद रहेंगे। स्वाधीनता के तुरंत बाद कश्मीर में घुसपैठियों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले सैनिक दीवान सिंह को कृतज्ञ राष्ट्र ने महावीर चक्र से सम्मानित किया था। भारत माता के लिए मर-मिटने वाले उन सभी वीरों को मैं सादर नमन करती हूं और ऐसे वीरों की जननी उत्तराखंड की भूमि को शत-शत प्रणाम करती हूं। इस धरती के शूरवीरों को अशोक-चक्र और कीर्ति-चक्र से भी सम्मानित किया गया है। मैं सभी देशवासियों की ओर से उत्तराखंड के वीर सपूतों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती हूं।

राष्ट्रपति ने कहा कि हिमालय की पुत्री अर्थात पर्वत-पुत्री पार्वती हम सभी देशवासियों के लिए नारी-चरित्र की गरिमा और शक्ति का प्रतीक हैं। उत्तराखंड सहित सारी हिमालय-भूमि अनादिकाल से शक्ति की उपासना का केंद्र रही है। उसी गरिमा और शक्ति का अंश रानी कर्णावती जैसी वीरांगना, गौरा देवी जैसी वन-संरक्षक और बछेंद्री पाल जैसी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने वाली प्रथम महिला की जीवन-गाथाओं में देखने को मिलता है। उत्तराखंड की श्रीमती बसंती बिष्ट ने राज्य की प्रथम महिला ग्राम-प्रधान के रूप में जन-सेवा कर के तथा प्रौढ़-शिक्षा से लेकर स्वच्छता तक अनेक जन-कल्याण के कार्यों में योगदान दे कर देश की सभी बहनों-बेटियों के लिए आदर्श स्थापित किया है। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उत्तराखंड की एक और बहन बसंती देवी ने घरेलू हिंसा और उत्पीड़न का सामना करने वाली महिलाओं की मुक्ति के लिए अभियान चलाया, अनेक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता की, महिला समूहों के माध्यम से नदी और जंगल के संरक्षण का कार्य किया और बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता का प्रसार किया। उन्हें भी पद्मश्री से अलंकृत किया गया। उत्तराखंड की बेटी सुश्री वंदना कटारिया ने भारत की राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम की श्रेष्ठ खिलाड़ियों में अपना स्थान बनाया है। उत्तराखंड की इस विलक्षण प्रतिभा-संपन्न बेटी को 30 वर्ष से कम की आयु में ही पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखंड में बेटियों की युवा पीढ़ी भी प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यह सामाजिक परिवर्तन एक विकसित उत्तराखण्ड और विकसित भारत की दिशा में बढ़ता हुआ कदम है। आज से पांच दिन पहले ही दिव्यांग-जनों के सशक्तीकरण के विकास में संलग्न सर्वश्रेष्ठ संगठन का राष्ट्रीय पुरस्कार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी को दिया गया। यह उपलब्धि एक संवेदनशील समाज का परिचय देती है। इस संवेदनशीलता को सभी देशवासी और अधिक व्यापकता तथा दृढ़ता प्रदान करें।

राष्ट्रपति ने कहा कि सभी देशवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। ज्ञात-अज्ञात स्वाधीनता सेनानियों का स्मरण करना हम सभी का कर्तव्य है। बागेश्वर में जन्मीं बिशनी देवी शाह ने स्वाधीनता संग्राम के दौरान अल्मोड़ा नगर-पालिका-भवन पर तिरंगा लहराया और गिरफ्तार की गईं। वे साधारण परिवार की अल्प-शिक्षित महिला थीं। लेकिन भारत के स्वाधीनता संग्राम को उनके द्वारा दिया गया योगदान असाधारण है। पेशावर कांड के ऐतिहासिक नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की शौर्य-गाथा हमारे स्वाधीनता संग्राम के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। इसी तरह श्रीदेव सुमन, केसरी चंद और इन्द्रमणि बडोनी जैसे अनेक स्वाधीनता सेनानियों ने स्वतन्त्रता संग्राम की गौरव गाथाएं लिखी हैं। उत्तराखंड के सपूत श्री गोविंद वल्लभ पंत जी ने स्वाधीनता संग्राम, संविधान सभा के विचार-विमर्श तथा राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान द्वारा इस क्षेत्र का और भारत का गौरव बढ़ाया है। उत्तराखंड की इन विभूतियों के योगदान से पूरे देश की युवा पीढ़ी को परिचित कराने के प्रयास होने चाहिए।

राष्ट्रपति ने युवा पीढ़ी के संदर्भ में विश्व के सबसे अच्छे बैडमिंटन खिलाड़ियों में अपना स्थान बनाने वाले श्री लक्ष्य सेन का भी उल्लेख किया। आज से कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रपति भवन में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि युवा पीढ़ी के उत्साह और योगदान के बल पर वर्ष 2047 में यानि आज़ादी के शताब्दी वर्ष में हमारा देश विश्व-समुदाय में अपनी क्षमता के अनुरूप श्रेष्ठता प्राप्त कर चुका होगा। तब तक उत्तराखंड के सभी निवासियों का जीवन-स्तर भी कहीं अधिक बेहतर हो चुका होगा। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर प्रस्तुत किये सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत के सभी राज्यों की संस्कृति का संरक्षण और विकास किया जाना चाहिए। पहाडों में रहने वाले निवासी अपनी संस्कृति से वन के फूल जैसे आनंदित करते हैं, उन्हें संरक्षित करना आवश्यक है।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि..) ने राष्ट्रपति का देवभूमि उत्तराखण्ड की जनता की ओर से स्वागत और अभिनंदन करते हुए कहा कि माननीय राष्ट्रपति जी के उत्तराखण्ड आगमन से यहां का कण-कण स्वयं को ऊर्जावान और गौरवशाली महसूस कर रहा है। राष्ट्रपति जी पूरे देश की बेटियों, बहनों और माताओं के लिए प्रेरणा का सर्वोच्च स्रोत हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड की यह भूमि गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम है। यहाँ श्री बद्रीनाथ जी और श्री केदारनाथ जी के पावन धाम हैं। गुरु गोबिन्द सिंह जी की तपस्थली हेमकुंड साहिब और जागेश्वर धाम हैं। दो-दो अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं से घिरा यह प्रदेश देवभूमि है, वीरभूमि है, सैन्य भूमि है। यहाँ अधिकांश परिवारों का कोई न कोई सदस्य सेनाओं में या किसी पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हो कर, देश की रक्षा में लगा हुआ है।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के निवासियों का जीवन और संस्कृति यहाँ के वातावरण की तरह पवित्र है। हमारे प्रदेश का 70 प्रतिशत से अधिक भाग वन क्षेत्र है। अपने वनों के माध्यम से यह प्रदेश, देश को प्राण-वायु प्रदान करता है। उत्तराखण्ड के पर्यटक स्थल देश-विदेश में विख्यात हैं। उत्तराखण्ड राज्य विकास के कई पैमानों पर आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्रदेश की सबसे बड़ी ताकत यहाँ की महिलाएँ हैं। वर्षों-वर्षों से उत्तराखण्ड की महिलाओं ने न सिर्फ यहाँ के समाज को रास्ता दिखाया है बल्कि देश के लिए भी उदाहरण प्रस्तुत किया है। चिपको आंदोलन की गौरा देवी ने पूरे विश्व को पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाया है। महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएँ न सिर्फ उत्तराखण्ड के ग्रामीण उत्पादों को आगे ला रही हैं बल्कि अपनी आर्थिक समृद्धि की कहानी भी स्वयं लिख रही हैं। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने अपने बद्रीनाथ भ्रमण के दौरान यहाँ की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रशंसा की थी।

राज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखण्ड ने चहुँमुखी विकास की यात्रा तय की है। कभी पहाड़ में रेल का सपना देखा जाता था आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। चारधाम सड़क योजना ने पहाड़ों में सड़क नेटवर्क को मजबूत किया है। अब उड़ान योजना के अन्तर्गत पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जैसे सीमांत जनपद हवाई कनेक्टिविटी से जुड़ रहे हैं। अच्छी कनेक्टिविटी उत्तराखण्ड को पर्यटन और बिजनेस इन्वेस्टमेंट के लिए भी अच्छा डेस्टीनेशन बनाती है। यहाँ आर्गेनिक खेती, जड़ी-बूटी, योग-आयुर्वेद को बढ़ावा देकर इन्हें रोजगार के साधनों से जोड़ा जा रहा है। उत्तराखण्ड कई दशकों से अपनी स्कूली शिक्षा के लिए जाना जाता रहा है लेकिन अब हम इसे उच्च शिक्षा के लिए भी एक आदर्श राज्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का देवभूमि आगमन पर स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सैनिक परिवार में जन्मे बेटे के घर तीनों सेनाओं की प्रमुख, देश की आदरणीय राष्ट्रपति महोदया कभी आएंगी, ऐसा मैंने कभी सोचा भी नहीं था भले ही यह मेरा सरकारी आवास हो, परंतु आपका यहां स्वयं आना मेरे और उत्तराखंड के सवा करोड़ नागरिकों के लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में उत्तराखंड आने पर उन्होंने अनुरोध किया था कि राष्ट्रपति बनने के पश्चात आप पुनः देवभूमि अवश्य पधारें। यह अनुरोध स्वीकार करने के लिये उन्होंने राष्ट्रपति का धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति जी का अत्यंत कठिन जीवन संघर्ष, अदम्य साहस और प्रेरणास्पद राजनीतिक यात्रा प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करती है। उनकी जीवन यात्रा हम सबके लिए इसलिए भी प्रेरणादायी है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में आई समस्त कठिनाइयों को ही अपनी शक्ति बनाकर जीवन सफर में विजय प्राप्त की। वे भारतवर्ष के समस्त नागरिकों विशेष रूप से गरीबों, शोषितों और वंचितों के लिए आशा की किरण हैं। हर संकट का सामना आपने पूरी दृढ़ता से किया। राष्ट्रपति जी सच्चे अर्थों में महिला सशक्तिकरण का जीता जागता प्रतीक हैं। अपने जीवन में सदा ‘कर्म प्रधान विश्व करी राखा‘ के सिद्धांत को सर्वोपरि माना और विकट परिस्थितियों में भी अपने विनम्रतापूर्ण आचरण को बनाए रखा।

राष्ट्रपति जी सदैव ’’सादा जीवन-उच्च विचार’’ के मूल मंत्र पर चलती रहीं और यही कारण है कि आज जन-जन के भीतर यही भाव है कि उनके बीच से निकली एक आम महिला देश कि प्रथम नागरिक है। अपने हर दायित्व को आपने पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से निभाया। सदैव समाज कल्याण को वरीयता दी और समाज में पिछड़ों व वंचितों के सशक्तिकरण पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए प्रेरणा का विषय है कि जीवन में इतने महत्वपूर्ण दायित्वों पर रहने के बावजूद, आज भी राष्ट्रपति जी साधारण जीवन ही व्यतीत करती हैं। आपके मार्गदर्शन और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में हमारा राष्ट्र पुनः विश्व गुरु बनने की अपनी यात्रा में इसी प्रकार गतिमान रहेगा और अपने गंतव्य तक शीघ्र पहुंच सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रपति जी द्वारा जो लगभग 2002 करोड़ रुपयों की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है, वो इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम राष्ट्रपति जी के मार्गदर्शन व प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। देश के प्रथम नागरिक के रूप में राष्ट्रपति जी भारत ही नहीं वरन समस्त विश्व के लिए ’’सशक्त स्त्री-नव दृष्टि’’ विचार का प्रत्यक्ष उदाहरण बनेंगी।

केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ में वार्षिक खेलकूद दिवस धूमधाम से सम्पन्न , विद्यालय के नवनिर्मित खेल मैदानों का वित्तमंत्री उत्तराखंड द्वारा उदघाटन

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देहरादून, केंद्रीय विद्यालय ओ० एल० एफ० देहरादून का वार्षिक खेल कूद दिवस धूमधाम से मनाया गया ! कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय प्रेमचंद अग्रवाल जी वित्त एवं शहरी विकास मंत्री रहे| दीप प्रज्ज्वलन के साथ मंत्री जी ने बैडमिंटन, वालीबाल, बास्केटबॉल के सिंथेटिक खेल मैदानों एवं पारंपरिक खेलों का उद्धघाटन किया तथा इन तीनों खेलों के प्रतिभागी खिलाडियों के साथ खेलकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया !

मुख्य अथिथि का स्वागत श्री आर० के० सिन्हा महाप्रबंधक ओ० एल० एफ० एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने किया अपने स्वागत वक्तव्य में श्री सिन्हा ने केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ की शैक्षिक खेलकूद एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास सम्बन्धी उपलब्धियों से मुख्य अतिथि को अवगत कराया तत्पश्चात विद्यालय की प्राचार्या रचनादेव ने सभी आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया |
वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में विद्यालय के चारों सदनों के बच्चों ने अंतर्विद्यालायी खेलकूद में 50मीटर,100 मीटर , 4X100 रिले रेस, बैडमिंटन, बास्केट बॉल, जलेबी दौड़, पुस्तक दौड़,गोला फैंक आदि खेलों में भाग लिया तथा मार्चपास्ट, योगा,व्य्याम के साथ पारंपरिक खेलों वन्धी चैन, स्तापू, सितोलिया, पोशम्पा, घोडा बादाम खाए आदि को भी खेला !
मुख्य अतिथि ने बच्चों के साथ इन पारम्परिक खेलों को खेलकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया|
केंद्रीय विद्यालय संगठन की उपायुक्त मीनाक्षी जैन द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेलों के महत्त्व एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में खेलकूद के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया | इस प्रतियोगिता में सुभाष सदन ने प्रथम स्थान टैगोर सदन ने द्वितीय एवं रमन सदन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जिनको मिनाक्षी जैन उपायुक्त द्वारा विजयी ट्राफी देकर सम्मानित किया !
इस अवसर पर प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को मैडल प्राचार्य मामचंद , प्राचार्य संजय कुमार प्राचार्या मिक्की खुल्बे , आदित्य दुबानिया कार्यपालक अभियंता केंद्रीय लोक निर्माण देहरादून द्वारा दिए गए !
मुख्य अतिथि द्वरा अपने संबोधन में खेलकूद के महत्त्व एवं पारंपरिक खेलों से जुड़ने के लिए बच्चों से आवाहन किया साथ ही बच्चों की खेल भावना के विकास पर जोर दिया !
इस अवसर पर विद्यालय के खेल प्रशिक्षक संदीप सिंह , सोनाली पन्त , डी० एम० लखेडा, के०के०काला एवं बलविंदर सिंह शामिल रहे आ!
मंच का संचालन शांति तिवारी, रजनी पन्त एवं नम्रता जोशी ने किया इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित रहे !

स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे का किया पुलिस ने भंडाफोड़

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पंतनगर, पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के सहयोग से एक स्पा सेंटर में छापा मारकर वहां चल रहे अनैतिक कार्य का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने स्पा सेंटर से दो महिलाओं, बेंगलुरु निवासी दो व्यक्तियों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के साथ सिडकुल चौकी क्षेत्र स्थित एक मॉल में संचालित हो रहे गोल्डन स्पा सेंटर में छापा मारा। सेंटर में मौजूद ग्राम रामेश्वरपुर लालपुर थाना किच्छा निवासी एक युवक संजू ने बताया कि स्पा सेंटर का संचालक कोई और है।
स्पा सेंटर में बने कमरों को चेक किया गया तो दो कमरों में दो पुरुष और दो महिलाएं मिलीं। रिसेप्शन काउंटर पर आगंतुक रजिस्टर चेक करने पर उनकी कोई एंट्री नहीं थी।सेंटर से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामान और छह मोबाइल बरामद हुए।
रिसेप्शन पर मौजूद युवक ने बताया कि दोनों महिलाओं को स्पा सेंटर के संचालक ने रखा है। उन्हीं के कहने पर स्पा सेंटर में जो भी ग्राहक आते हैं उनके पास लड़कियों को भेजता है। एसएचओ राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि स्पा सेंटर से पकड़े गए संजू, विजय बी और श्रीनिवासन निवासी बेंगलुरु (कर्नाटक) सहित दोनों महिलाओं के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।

विश्वविद्यालय द्वारा जारी सेमेस्टर परीक्षा तिथि का आइसा ने किया विरोध

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रामनगर। आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोशिएसन (आइसा) ने कुमाउं विश्वविद्यालय द्वारा घोषित सेमेस्टर परीक्षा तिथि का विरोध करते हुए इसे छात्रों के साथ छलावा बताया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि विवि स्नातक प्रथम सेमेस्टर परीक्षाएं 12 दिसम्बर से आयोजित की जानी थी। जिसे छात्र संघ चुनाव (24 दिसम्बर) को देखते हुए परीक्षा तिथि को 28 दिसम्बर तक स्थगित किया गया है। आइसा नगर अध्यक्ष सुमित कुमार ने कहा मात्र 16 दिन परीक्षा तिथि पीछे करने से सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी नही होती। जिससे छात्रों को परेशानी होगी। उन्होंने पहले छः महीने पढाई और पुस्तकालय से पुस्तकें उपलब्ध कराए जाने के बाद ही सेमेस्टर परीक्षा की तिथि जारी करने की मांग की है। विवि प्रशासन द्वारा घोषित मौजूदा तारीखों को नए प्रवेशार्थियों के साथ नाइंसाफी बताते हुए आइसा ने इसके विरोध का ऐलान किया है। आइसा उपसचिव रोहित खत्री ने कहा छात्र छात्राओं के भविष्य साथ खिलवाड़ आइसा कतई बर्दास्त नही करेगा। छात्रसंघ चुनावों में आइसा नए प्रवेशार्थियों के साथ हो रही इस नाइंसाफी को भी प्रमुख मुद्दा बनाएगा। यदि छः महीने की पढ़ाई से पहले परीक्षा हुई तो आइसा उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। बैठक में आइसा अध्यक्ष सुमित कुमार, उपाध्यक्ष मुस्कान व ज्योति फर्त्याल, सचिव अर्जुन सिंह नेगी, उपसचिव रोहित खत्री, प्रचार सचिव मोहम्मद रिहान सिद्दीकी, उमेश कुमार, रेखा, आरज़ू सैफी, कशिश अंसारी, जातिन राजपूत, अक्षित कुमार, शीतल कश्यप, पियूष कुमार, गीतांजलि, करन अधिकारी, कोमल, निशा आर्य, शुभम कुमार, दीपक कुमार, शिशपाल, सचिन आर्य आदि मौजूद रहें।

हिमाचल में कांग्रेस का बहुमत : भाजपा ने स्वीकारी हार, जयराम ठाकुर बोले-हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे

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शिमला, विधान सभा चुनाव में कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है, मुख्यमंत्री रहे जयराम ठाकुर मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि नई सरकार बनाने वालों को बहुत शुभकामनाएं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम जनता के जनादेश का सम्मान करते हैं और सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। रुझानों में कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में बहुमत हासिल कर ली है। इसका मतलब साफ है कि अब हिमाचल में राज बदलने वाला है और सरकार कांग्रेस बनाने जा रही है। अब तक के रुझानों के मुताबिक कांग्रेस के खाते में 39 सीटें जाती हुई दिखाई दे रही है। वहीं, भाजपा को सिर्फ 26 सीटें मिल रही हैं। हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने कहीं ना कहीं अपने हार को स्वीकार कर लिया है। हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे जयराम ठाकुर मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि नई सरकार बनाने वालों को बहुत शुभकामनाएं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम जनता के जनादेश का सम्मान करते हैं और सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार है |
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि बहुमत को संभालना कांग्रेस का काम है। हिमाचल प्रदेश के निवर्तमान सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं अब से थोड़ी देर में राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि मैं लोगों के जनादेश का सम्मान करता हूं और मैं पिछले 5 वर्षों के दौरान पीएम और अन्य केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम राजनीति से इतर राज्य के विकास के लिए खड़े रहेंगे। हम अपनी कमी का विश्लेषण करेंगे और अगले कार्यकाल में सुधार करेंगे।

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि देवभूमि ने संदेश दिया है। अग्निवीर योजना को खत्म करो। उन सभी क्षेत्रों में जहां से बड़ी संख्या में युवा सेना में जाते हैं, बीजेपी को झटका लगा है। यह बहुत स्पष्ट है। दूसरा, उन्हें पुरानी पेंशन योजना बहाल करना होगा। हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने कहा कि जनता ने हमें जनादेश दिया है, डरने की जरूरत नहीं है। हम चंडीगढ़ या राज्य में कहीं भी (हमारे विधायकों से) मिल सकते हैं। जो जीते हैं वे हमारे साथ होंगे और हम सरकार बनाएंगे।
कांग्रेस नेता एसएस सुक्खू ने कहा कि हम हिमाचल प्रदेश की जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य में रैलियां कीं और कैडर जुटाए। लोगों को तोड़ने की भाजपा की राजनीति नहीं चलेगी, कांग्रेस को बहुमत मिल गया है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि राज्य में भाजपा बंटेगी। कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बढ़त मिलने के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शिमला पहुंच रहे हैं। बघेल हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक थे।

 

हिमाचल में कांग्रेस : चल रहा मंथन, कौन बनेगा मुख्यमंत्री ? इन नामों की है चर्चाHimachal Congress Candidates: कांग्रेस ने 47 सीटों पर लगभग तय किए नाम, 21  हलकों में फंसा है पेंच - Himachal Congress Candidates, Congress Almost  Decided 47 Tickets In these Constituencies Dispute on 21 Seat

शिमला, विधानसभा चुनाव के बाद अब जब कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने के लिए तैयार दिख रही है, तो मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार होने की वजह से पार्टी को समस्या का सामना करना पड़ सकता है। प्रचार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस का मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि पार्टी में मुख्यमंत्री पद के कम से कम आठ दावेदार हैं। धर्मशाला के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा, “कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है जहां कोई भी मुख्यमंत्री बनने का सपना देख सकता है।” उन्होंने यह भी कहा, “वह आठ सीएम उम्मीदवारों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन मैं कह सकता हूं कि और भी हो सकते हैं। आखिर इससे पता चलता है कि कांग्रेस कितनी लोकतांत्रिक है।

सुखविंदर सिंह सुखू, मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह इस दौड़ में दूसरों से आगे माने जाने वाले तीन हैं। जबकि सिंह मौजूदा सांसद हैं और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, सुक्खू और अग्निहोत्री अपनी सीटों पर जीत की राह पर थे। जबकि दो अन्य नेताओं, आशा कुमारी और कौल सिंह ठाकुर को पद के लिए विवाद में माना गया था, वे तस्वीर से लगभग बाहर हो गए हैं। जहां डलहौजी से छह बार की विधायक कुमारी का अपनी सीट से हारना तय है, वहीं आठ बार की विधायक ठाकुर, जो मंडी के द्रांग निर्वाचन क्षेत्र से लगातार जीती थीं, वह भी सीट हार गईं।

सुखविंदर सिंह सुखू

पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और इसकी प्रचार समिति के प्रमुख सुक्खू ने मध्य हिमाचल की नादौन सीट से चुनाव लड़ा था। पार्टी कैडर के बीच स्वीकार्यता वाले तीन बार के विधायक को सीएम पद के सबसे मजबूत दावेदारों में माना जाता है। आधिकारिक तौर पर, सुक्खू ने कहा है कि सीएम का फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।

मुकेश अग्निहोत्री

विपक्ष के नेता अग्निहोत्री ने दक्षिण-पश्चिम हिमाचल में हरोली से चुनाव लड़ा। चार बार के विधायक, उनके निर्वाचन क्षेत्र को परिसीमन से पहले संतोकगढ़ कहा जाता था, जहां से वे पहली बार 2003 में चुने गए थे। अग्निहोत्री 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता चुने गए थे।

प्रतिभा सिंह

वर्तमान हिमाचल पीसीसी प्रमुख और पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज वीरभद्र सिंह की पत्नी, सिंह पहली बार 2004 में मध्य हिमाचल के मंडी से महेश्वर सिंह को हराकर लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। 2013 के उपचुनाव में, उन्होंने मौजूदा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को उसी सीट से हराया था, जिसका प्रतिनिधित्व उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले उनके पति करते थे। वह भाजपा के राम स्वरूप शर्मा की मृत्यु के बाद सांसद चुनी गईं।

 

यूपी में आजम खान के गढ़ में खिला कमल, बड़े अंतर से जीते आकाश, खतौली में भाजपा की हारBypolls: आजम खान के गढ़ में खिला कमल, बड़े अंतर से जीते आकाश सक्सेना, खतौली  में भाजपा की हार - akash saxena wins in azam khan stronghold bjp defeat in  khatauli

लखनऊ, यूपी के रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा का कमल खिला है। भाजपा के उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने 34000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की है। आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार असीम राजा को हराया है। रामपुर में भाजपा की जीत के चर्चा इसलिए भी खूब हो रही है क्योंकि कहीं ना कहीं यह शहर आजम खान का गढ़ है। आजम खान को विधानसभा से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद यहां उपचुनाव हो रहे थे। आजम खान की प्रतिष्ठा दांव पर थी। लेकिन यहां भाजपा ने कमल खिलाने में कामयाबी हासिल की है। इस साल के शुरुआत में हुए चुनाव में यहां आजम खान ने आकाश सक्सेना को हराया था।
यह पहला मौका है जब रामपुर में आजम खान के सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की है। आजम खान यहां से पहली बार 1980 में विधायक बने थे। तब से वह 1995 तक लगातार विधायक रहे। फिर 2002 में फरवरी से 27 अक्टूबर 2022 तक आजम खान या उनके परिवार का कोई सदस्य रामपुर से विधायक रहा है। इस रामपुर में इस बार भाजपा ने इतिहास रच दिया है। पिछले दिनों रामपुर में लोकसभा के हुए उप चुनाव में भी भाजपा ने जीत हासिल की थी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के खतौली सीट पर भी उपचुनाव हुए थे। खतौली में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। यहां से आरएलडी उम्मीदवार ने जीत हासिल की है।
खतौली में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन के उम्मीदवार मदन भैया ने जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा के विक्रम सिंह सैनिक की पत्नी राजकुमारी सैनी को चुनावी मैदान में हराया है। खतौली में बसपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। खतौली सीट भाजपा के विधायक रहे विक्रम सिंह सैनी को दंगों में दोषी पाए जाने और 2 साल की कैद की सजा सुनाए जाने के बाद खाली हुई थी। 4 नवंबर को उनकी विदाई की रद्द कर दी गई थी।

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर सौरभ ने पाया प्रथम स्थान

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नरेन्द्र नगर, राज्य स्तरीय अंडर 14 खेल प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर नरेन्द्र नगर प्रखंड के जखोली गांव के सौरभ ने गोला फेंक में प्रथम स्थान प्राप्त कर मैडल जीता , आपको बता दें कि सौरभ राजकीय जूनियर हाईस्कूल पेंदार्स पट्टी क्वीली में विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्र नगर में कक्षा 8 में अध्ययनरत है । दो भाई एक बहिन में सौरभ छोटा है तथा ग्रामीण विद्यालयों में पढ़ाई की है । जखोली गांव का रहने वाला सौरभ बचपन से ही खेलों में रुचि रखता है तथा इस शिक्षा सत्र में आयोजित क्रीड़ा प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर गोला फेंक में न्याय पंचायत से लेकर जनपदीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करता आया है । सौरभ के कोच और कोई नहीं वल्कि उसी विद्यालय के अध्यापक जगत सिंह असवाल हैं , शिक्षक जगत सिंह असवाल ने बताया कि रुद्र पुर में आयोजित अंडर 14 खेल प्रतियोगिता में सौरभ ने गोला फेंक में पहला स्थान हासिल कर अपने विद्यालय और गांव का नाम रोशन किया है , सौरभ के पिता जयलाल व माता श्रीमति गीता देवी में भी खुशी है , शिक्षक और सौरभ के कोच जगत सिंह असवाल का कहना है कि अब राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेगा ।

हिमाचल में कांग्रेस की जीत पर कांग्रेसी हुए गदगद,जिलाध्यक्ष पाण्डेय के नेतृत्व में किया मिष्ठान वितरण

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अल्मोड़ा-हिमांचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत से गदगद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय के नेतृत्व में आज स्थानीय चौघानपाटा में मिष्ठान वितरित किया।इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय ने कहा कि हिमांचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जनता का रूझान कांग्रेस की ओर है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के चुनावी वादे प्रत्येक जगह हवा हवाई साबित हुए हैं।जनता जान चुकी है कि विकास करने वाली पार्टी केवल कांग्रेस है।मिष्ठान वितरण कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय,नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला,महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी,प्रदेश सचिव गोपाल सिंह चौहान, सभासद सचिन आर्या,जिला सचिव दीपांशु पाण्डेय,जिला उपाध्यक्ष विनोद वैष्णव,नगर उपाध्यक्ष महेश चन्द्र आर्या,यूथ कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता वैभव पाण्डेय,नगर उपाध्यक्ष एन डी पाण्डेय, क्षेत्र पंचायत सदस्य शेखर पाण्डेय, गोविन्द प्रसाद, पूर्व राज्यमंत्री केवल सती,प्रदेश सचिव राबिन भण्डारी,जिला महासचिव गीता मेहरा,जिला महामंत्री राधा बिष्ट, सेवादल प्रदेश ध्वजवाहक संजय दुर्गापाल,हेम तिवारी,अवनी अवस्थी,हरीश रौतेला,पूरन सिंह अधिकारी सहित दर्जनों कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

HomeBusiness उत्तराखंड में ड्रोन से डायग्नोस्टिक सर्विसेज की ट्रायल उड़ान भरी उत्तराखंड में ड्रोन से डायग्नोस्टिक सर्विसेज की ट्रायल उड़ान भरी

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देहरादून, रेडक्लिफ लैब्स, भारत की सबसे तेजी से बढ़ती डायग्नोस्टिक सर्विस प्रोवाइडर और स्काई एयर मोबिलिटी, ड्रोन डिलीवरी लॉजिस्टिक्स कंपनी, ने 6 दिसंबर को उत्तराखंड में ड्रोन से डायग्नोस्टिक सर्विसेज की ट्रायल उड़ान भरी। इस दौरान उत्तरकाशी से सहस्त्रधारा, देहरादून के लिए लंबी अवधि की ड्रोन पायलट उड़ानें शुरू कीं गई। पहली उड़ान में टेस्ट सैम्पल्स को उत्तरकाशी में उनके कलेक्शन सेंटर से ड्रोन डिलीवरी के माध्यम से देहरादून रेडक्लिफ लैब्स को भेजे गए और इसमें सिर्फ 90 मिनट का ही समय लगा।

उत्तरकाशी के निवासियों को और राहत देते हुए रेडक्लिफ लैब्स किफायती और हाई क्वालिटी डायग्नोस्टिक सेवाएं प्रदान करेगी। इस क्षेत्र में अब नियमित और स्पेशलाइज्ड टेस्ट्स सैम्पल कलेक्शन दोनों के लिए दैनिक आधार पर फ्लाइट्स का संचालन किया जाएगा। सैम्पल्स को ड्रोन के माध्यम से ट्रांसपोर्ट करने वाली भारत की पहली डायग्नोस्टिक कंपनी होने के नाते, रेडक्लिफ लैब्स यह सुनिश्चित कर रही है कि छोटे शहरों या दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को उच्च-गुणवत्ता वाली किफायती डायग्नोस्टिक्स सर्विस प्राप्त हो।

पहाड़ों में जिन स्थानों तक सड़क से पहुंचना काफी मुश्किल होता है, वहां की चुनौतियों को खत्म करने के लिए ड्रोन की भूमिका तेजी से बढ़ रही है और ये काफी महत्वपूर्ण है। उत्तरकाशी स्काई हब से देहरादून स्काई हब तक ड्रोन पायलट उड़ानें डिलीवरी के समय को कम कर देंगी। अभी इस दूरी को सड़क मार्ग से तय करने में 6-8 घंटे लगते हैं और भूस्खलन आकि किसी आपदा के दौरान इसमें 12 घंटे तक लग जाते हैं। वहीं ड्रोन से ये दूरी सिर्फ 1.5 घंटे में ही आसानी से तय की जा सकती है।

स्काई एयर के सेंट्रल कमांड सेंटर, गुरुग्राम को रियल टाइम में उड़ान की जानकारी प्रदान करते हुए, दोनों सेंटर्स पर कनेक्टेड स्काई हब के माध्यम से यह अपनी तरह की पहली एंड-टू-एंड डिलीवरी होगी। इसके साथ ही रियल टाइम पेलोड हेल्थ निगरानी भी होगी।

उत्तराखंड में ड्रोन पायलट उड़ानें शुरू करने पर प्रतिक्रिया देते हुए, रेडक्लिफ लैब्स के संस्थापक, धीरज जैन ने कहा कि “उत्तरकाशी के पहाड़ी इलाके को देखते हुए, इस क्षेत्र में सीमित कनेक्टिविटी है जो उच्च गुणवत्ता वाली डायग्नोस्टिक सर्विसेज को प्राप्त करना काफी मुश्किल बना देती है। ऐसे में, हमारे उत्तरकाशी स्काई हब से देहरादून स्काई हब तक ड्रोन पायलट उड़ान शुरू करने का लक्ष्य राज्य के हर हिस्से को उच्च गुणवत्ता वाले डायग्नोस्टिक सेंटर से प्रभावी ढंग से जोड़ना है। देहरादून में हमारी लैब सर्विसेज के साथ उत्तरकाशी के निवासियों को जोड़ने के लिए हमारी टीम बहुत खुश है। आसान और विश्वसनीय पहुंच के कारण निवासियों को अब अपनी डायग्नोस्टिक जरूरतों के लिए बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। गौरतलब है कि ड्रोन डिलीवरी की मदद से इन नमूनों के लिए टर्नअराउंड टाइम (टीएटी) सैम्पल प्राप्त करने और रिपोर्ट तैयार करने के प्रोसेस को एक ही दिन तक बनाए रखा जा सकता है, जो आमतौर पर उत्तरकाशी जैसी जगहों पर काफी लंबा हो जाता था।”

श्री अंकित कुमार, सीईओ, स्काई एयर मोबिलिटी ने कहा कि “लॉजिस्टिक्स का वर्तमान स्वरूप ऐसे भौगोलिक क्षेत्र में हेल्थकेयर इंडस्ट्री के लिए अधिक प्रभावी नहीं रह गया है। ऐसे में एक ऐसे समाधान की आवश्यकता है जो एक तेज, सस्टेनेबल और स्केलेबल सप्लाई प्रदान कर रहा हो और ड्रोन इस समस्या के समाधान में काफी अच्छी तरह से फिट होते हैं जो कि सैम्पल की लिफ्टिंग डिलीवरी, प्रभावी तौर पर करते हैं। हम रेडक्लिफ लैब्स के साथ अपनी साझेदारी को लंबी अवधि की उड़ानें शुरू करने के अगले स्तर तक ले जाने के लिए उत्साहित हैं, जिससे उत्तरकाशी के निवासियों को ऐसी सेवाओं का लाभ उठाने में मदद मिलेगी। स्काई एयर बड़े पैमाने पर जीवन को बेहतर करने के मिशन की दिशा में एक साथ काम कर रहा है और यहां हमारे भागीदारों के साथ, हम उस सफर में एक कदम आगे हैं।”

उल्लेखनीय है कि लंबी अवधि की ड्रोन पायलट उड़ानें भी रेडक्लिफ और स्काई एयर के बीच इस सहभागिता का एक हिस्सा हैं। पिछले कुछ महीनों में, इन दोनों ने उत्तर भारत में 50 से अधिक सफल टेस्ट फ्लाइट्स की हैं।

इसके साथ ही धीरज जैन ने कहा कि “रेडक्लिफ लैब्स अगले 12 महीनों में कई नई पहलों की एक सीरीज के माध्यम से देश में अपने आपरेशंस का विस्तार करने की योजना बना रही है। ड्रोन टेक्नोलॉजी का लाभ उठाकर, रेडक्लिफ लैब्स देश के दूरदराज के क्षेत्रों में डायग्नोस्टिक केयर को काफी आसान और सुलभ बनाती है। टेस्टों के लिए सैम्पल एकत्र करने के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग करना भी ऐसी ही एक पहल है। इसके साथ ही हम 2027 तक 50 करोड़ से अधिक भारतीयों तक पहुंचने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं।”

वहीं अंकित कुमार ने कहा कि “यह एक उल्लेखनीय दिन है जो भारत में ड्रोन डिलीवरी इकोसिस्टम को बढ़ने की तेजी से आगे बढ़ा रहा है। हमारा मुख्य उद्देश्य इस परिवर्तन को सक्षम करना है, पहले और लास्ट मील लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में तेजी से और अधिक कुशलता से आगे बढ़ने के लिए आवश्यक बदलाव लाना है। स्काई एयर हेल्थकेयर, क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स वर्टिकल में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं जो तेजी से और किफायती और लागत प्रभावी डिलीवरी के लिए समाधान सक्षम प्रदान कर रही है।”
रेडक्लिफ लैब्सः परिचय
रेडक्लिफ लैब्स पूरे भारत में एडवांस्ड टेस्टिंग लैब्स के साथ नियमित और विशेष टेस्ट मैन्यू दोनों के साथ एक व्यापक पोर्टफोलियो सोच के साथ डायग्नोस्टिक्स प्रदान करता है। ऑन-डिमांड 1-घंटे के होम कलेक्शन और उसी दिन की रिपोर्ट के साथ इसका डिजिटल फर्स्ट अप्रोच आज डायग्नोस्टिक्स को डिलीवर करने के तरीके को बदल रहा है और इस तरह यह भारत में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ सर्विस नेटवर्क है।

रेडक्लिफ लैब्स अपने लैब्स और कलेक्शन सेंटर के व्यापक नेटवर्क में 3500 से अधिक टेस्ट प्रदान कर रहा है। कंपनी ने लगभग एक मिलियन भारतीयों की सेवा की है और प्रतिदिन दो लाख से अधिक टेस्ट पैरामीटर्स को प्रोसेस कर रही है। लैब का टेस्ट पोर्टफोलियो बहुत विस्तृत है जिसमें नियमित पैथोलॉजी टेस्ट्स, एडवांस्ड जेनेटिक स्क्रीनिंग, प्रजनन स्वास्थ्य में रिसर्च-आधारित डीएनए टेस्ट्स, कैंसर और हेल्थ/फिटनेस शामिल हैं। स्मार्ट रिपोर्ट की व्याख्या करने में आसान प्रमुख हेल्थ चेक-प्वाइंट्स प्रदान करते हैं, जो सही समय पर पुरानी और गंभीर दोनों तरह की बीमारियों का डायग्नोसिंग और उपचार करने में मदद कर सकते हैं। कंपनी के पास वर्तमान में पूरे भारत में विभिन्न राज्यों में 40 से अधिक लैब्स और 1000 से अधिक अधिकृत कलेक्शन सेंटर हैं। रेडक्लिफ की सभी लैब एक्सटर्नल क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम्स में नामांकित हैं और एनएबीएल और कैप के सभी दिशा निर्देशों का पालन करती हैं।