Monday, June 16, 2025
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घर से नाराज होकर निकली बालिका को पुलिस ने 24 घंटे में खोजकर किया परिजनों के हवाले

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हल्द्वानी, घर से नाराज होकर बिना बताये जाने वाली बालिका को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खोजकर उसे परिजनों के हवाले किया। परिजनों ने पुलिस की प्रशंसा करते हुए उनका आभार प्रकट किया।

ज्ञात हो कि राजपुरा क्षेत्र के अंतर्गत मंगलवार की दोपहर परिजनों ने डांट दिया था उस डांट से क्षुब्ध होकर वह घर से बिना बताए कहीं चली गई है। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन के बाद जब बालिका का पता नहीं लगा तो उन्होंने पुलिस की शरण जाना उचित समझा और चौकी राजपुरा में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए चौकी प्रभारी दिनेश जोशी, का0 ललित द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए गुमशुदा हुई बालिका की सहेली का मोबाइल नंबर की लोकेशन एवं क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गुमशुदा बालिका को बुधवार को उसकी सहेली के घर कालाढूंगी क्षेत्र से सकुशल बरामद कर उसके परिजनों के सुपुर्द किया। बालिका के सकुशल मिलने पर परिजनों द्वारा राजपुरा पुलिस का आभार व्यक्त किया गया।

सड़क से संसद तक गरमाया अडानी मुद्दा : 17 विपक्षी दलों के मार्च को विजय चौक पर रोका गया

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नई दिल्ली, अडानी मुद्दा सड़क से संसद तक छाया हुआ है। केंद्र को घेरने के लिए बुधवार को 17 विपक्षी दलों ने संयुक्त तौर पर संसद भवन से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर तक मार्च निकाला लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनको विजय चौक पर ही रोक दिया। संसद से लेकर सड़क तक इस मामले को विपक्ष पुरजोर तरीके से उठा रहा है। विपक्षी पार्टियों के सांसदों के इस मार्च को संसद भवन के बाहर विजय चौक पर ही दिल्ली पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए रोक दिया। विजय चौक पर रोके जाने से नाराज सांसदों ने वहीं पर नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 200 सांसदों को रोकने के लिए 2000 पुलिस वाले लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा वह सभी सांसदों के साथ ईडी कार्यालय पर जाकर एक मेमोरेंडम देना चाहते थे लेकिन पुलिस उनको आगे नहीं जाने दे रही है और सरकार उनको बोलने नहीं दे रही है। पीएम मोदी ऐसे लोगों को प्रोत्साहन दे रहे हैं जिनकी संपत्ति कम थी और अब पीएम की कृपा से उनकी संपत्ति बहुत बढ़ गई है। खड़गे ने कहा, मैं यह जानना चाहता हूं कि उनको आखिर पैसे कौन दे रहा है? इसकी जांच होनी चाहिए। अडानी और मोदी के बीच के रिश्ते की जांच होनी चाहिए, बस इसी के लिए हम ईडी दफ्तर जाकर अपनी बात रखना चाह रहे हैं। इससे पहले राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बैठक में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), समाजवादी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्‍सवादी), केरल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, शिवसेना (उद्धव ठाकरे), मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, राष्ट्रीय जनता दल, झारखंड मुक्ति मोर्चा, विदुथलाई चिरुथिगल काची और एनसी ने भाग लिया। गौरतलब है कि बीते 24 जनवरी को अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट सामने आई थी। इसमें दावा किया गया कि अडानी समूह ने स्टॉक में हेराफेरी की है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अडानी समूह की कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद उठे सवालों को लेकर एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया। समिति में छह सदस्य शामिल होंगे, जिसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एएम सप्रे करेंगे।

सनकी बेटी की हैवानियत..! तीन माह तक अलमारी में छिपाया मां का शव, पुलिस ने छापेमारी कर किया बरामद

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मुंबई, एक दिल दहला देने वाली घटना में एक 23 वर्षीय महिला अपनी विधवा मां के शव के साथ रह रही थी। शव को प्लास्टिक की चादर में लपेटा गया था और लगभग तीन महीने तक अलमारी में छिपाकर रखा गया। घटना का पता मंगलवार देर रात तब चला जब कलाचौकी पुलिस 55 वर्षीय विधवा वीना प्रकाश जैन की ‘गुमशुदगी’ की शिकायत की जांच कर रही थी, जिसे उसके भाई के परिवार ने दर्ज कराया था।

जैसे ही पुलिस टीम लालबाग इलाके में पेरू कंपाउंड में उनके घर पहुंची, महिला ने शुरू में उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया और पहले उसने अपने चचेरे भाई को भी बाहर कर दिया जो अपनी चाची (मृतक) के बारे में पूछताछ करने आया था।

पुलिस ने कहा कि, वीणा प्रकाश जैन पर चाकू से वार किए गए थे, जबकि उसके शरीर के अन्य हिस्सों जैसे हाथ और पैर काट दिए गए और एक फोरेंसिक टीम ने पूरी जांच के लिए पूरे फ्लैट का दौरा किया। शव को अत्यधिक सड़ी-गली अवस्था में बरामद किया गया।

एक अधिकारी ने कहा कि जैन करीब 16 साल पहले प्रकाश जैन की मौत के बाद पालघर के विरार से लालबाग आ गए थे और मृतक वीणा के भाई मासिक आर्थिक मदद से उनकी मदद करते थे।

हालांकि, पिछले करीब तीन महीने से कई बार मिलने के बाद भी भाई अपनी बड़ी बहन वीणा से नहीं मिल पाया और हर बार बेटी कोई न कोई बहाना बना ही देती कि ‘बाहर निकल गई है’ या आराम कर रही हैं। देर रात महिला के चचेरे भाई द्वारा एक और प्रयास के बाद परिवार ने कालाचौकी पुलिस को सूचित किया, जिसने वहां एक टीम भेजी।

महिला ने शुरू में पुलिस को अनुमति नहीं दी, लेकिन उन्हें घर से निकलने वाली बदबू का आभास हुआ और आखिरकार वे घर में घुस गई। वीना के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए केईएम अस्पताल ले जाया गया, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस ने बेटी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।

एक अधिकारी ने कहा कि महिला ने दावा किया है कि उसे बॉडी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और वह विरोधाभासी बयान देती रही। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, हत्या का कारण, यह कब और किसके द्वारा किया गया, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद हम आगे कदम उठाएंगे।

जांच यह भी सत्यापित करेगी कि क्या महिला स्वस्थ दिमाग की थी? क्या उसका अपनी मां की मौत से कोई लेना-देना था और उसने इतने लंबे समय तक अपने घर में एक शव के साथ रहने का विकल्प क्यों चुना(साभार उत्तम हिन्दू न्यूज)।

प्याज की कीमत के लिए हजारों किसान सड़कों पर, 200 किमी का सफर तय कर 20 मार्च को मुंबई पहुंचने की संभावना

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मुंबई, महाराष्ट्र के हजारों किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर आज मार्च शुरू किया। नासिक जिले के डिंडोरी से शुरू हुआ यह मार्च सीपीएम (CPM) के नेतृत्व में आयोजित किया गया है। यह मार्च मुंबई पहुंचने के लिए 200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। किसानों की मांग है कि प्याज का उचित दाम तय किया जाए।

माकपा विधायक विनोद निकोले ने बताया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा आयोजित मार्च मुंबई से सटे ठाणे जिले के कसारा शहर से होकर गुजरा है। निकोले ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के 20 मार्च को मुंबई पहुंचने की संभावना है। विधायक ने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेगा। महाराष्ट्र में प्याज की कीमतें गिर गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को उनकी उपज के लिए बहुत कम दाम मिल रहा है। नासिक जिला देश में प्याज की खेती का एक प्रमुख केंद्र है।

उत्तराखण्ड के लोक पर्व फूलदेई पर भराड़ीसैंण स्थित विधान सभा भवन में जीवंत हुई लोक संस्कृति

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फूलदेई के अवसर पर क्षेत्र के बच्चों ने पारम्परिक मांगल गीतों के साथ बरसाये रंग-बिरंगे प्राकृतिक पुष्प।

विधान सभा अध्यक्ष के साथ कैबिनेट मंत्रियों एवं विधायकों ने बच्चों से भेंट कर अपनी परम्परा से जुड़ने के लिए किया उत्साहवर्धन।

सभी ने बतायी अपनी समृद्ध लोक संस्कृति एवं परम्पराओं के संवर्द्धन की जरूरत।

चैत्र मास की संक्रांति को आयोजित होने वाले उत्तराखण्ड के लोक पर्व फूलदेई के अवसर पर भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में बड़ी संख्या में क्षेत्र के बच्चों ने पारम्परिक मांगल गीतों के साथ रंग-बिरंगे प्राकृतिक पुष्पों की वर्षा की। बच्चों के साथ विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूड़ी, कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, डाॅ. धनसिंह रावत, श्री सौरभ बहुगुणा, डाॅ. प्रेम चन्द अग्रवाल, विधायक अनिल नौटियाल आदि ने बच्चों से भेंट कर अपनी लोक संस्कृति एवं लोक परम्पराओं से जुड़ने के लिए उनका उत्साह वर्धन किया।

विधान सभा अध्यक्ष के साथ सभी ने इस पावन पर्व की बधाई देते हुए कहा कि हमारे पर्व हमें प्रकृति से जुड़ने तथा उसके संरक्षण का संदेश देते हैं। अपनी लोक परम्पराओं एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोये रखने की भी जरूरत बतायी।

घंटाकर्ण धाम मंदिर क्वीली डांडा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पहुंच कर मांगी मन्नत

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(D p Uniyal) नरेन्द्र नगर प्रखंड में घंटाकर्ण धाम मंदिर क्वीली डांडा में चैत्र संक्रांति फूलदेई पर्व पर पूजा अर्चना की और देवता के पश्वा से आशीर्वाद लिया, उत्तराखंड में मनाये जाने वाले लोकपर्व फूल देई पर‌‌‌ घंटाकर्ण धाम मंदिर में पहुंच कर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मत्था टेका और लोकपर्व की शुभकामनाएं और बधाई दी, चैत्र मास संक्रांति पर्व पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा, पुरुषों, महिलाओं, बच्चों ने पूजा अर्चना कार्यक्रम में भाग लिया, विभिन्न क्षेत्रों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया, ढोल दमाऊ की थाप पर देवता अवतरित हुए, घंटाकर्ण देवता के पश्वा कुलबीर सिंह सजवाण ने भक्तों को आशीर्वाद दिया,हर माह संक्रांति पर्व पर घंटाकर्ण धाम मंदिर में विशेष पूजा अर्चना हवनयज्ञ भंडारा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, इस संक्रांति पर्व पर भंडारे का आयोजन अरविन्द सजवाण,प्रविंदर नौटियाल, भवानी दत‌‌‌ विजल्वाण के द्वारा किया गया है,इस अवसर पर कुलबीर सिंह सजवाण, दीपक विजल्वाण, अशोक विजल्वाण, मान सिंह चौहान,रमेश विजल्वाण,मदन मोहन विजल्वाण, डा. जगमोहन सिंह सजवाण,डा.सीमा विजल्वाण, श्रीमती शकुंतला सजवाण, कु.मलिका सजवाण,मयंक सजवाण, हरीशचंद्र विजल्वाण, विनोद विजल्वाण,सोबत सिंह भंडारी, मनजीत सिंह नेगी, दिनेश प्रसाद उनियाल,लुद्र सिंह राणा, सत्यार्थ,जीत सिंह रावत, राहुल सिंह, दर्शन लाल, सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा अर्चना की , मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डा जगमोहन सिंह सजवाण व पश्वा कुलबीर सिंह सजवाण ने बताया कि आगामी दशहरा पर्व पर घंटाकर्ण धाम मंदिर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज को निमंत्रण पत्र भेजा गया है।

हडको गृह पत्रिका “देवालय” के तृतीय अंक का विमोचन

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देहरादून, हडको मुख्यालय, नई दिल्ली की “राजभाषा कार्यान्वयन समिति” की ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें हडको के सभी क्षेत्रीय एवं विकास कार्यालयों के अधिकारियों/ कर्मचारियों ने भाग लिया। इस दौरान श्री एम. नागराज, निदेशक(कॉर्पोरेट प्लानिंग)/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हडको, डॉ. आलोक कुमार जोशी, कार्यकारी निदेशक(राजभाषा), एचटी सुरेश, कार्यकारी निदेशक(परियोजना),  हरि मोहन भटनागर, कार्यकारी निदेशक(विधि),  शैलेश प्रकाश त्रिपाठी कार्यकारी निदेशक(आईटी),  सुरेन्द्र कुमार, महाप्रबंधक(राजभाषा),  नरेंद्र कुमार, सहायक महाप्रबंधक(राजभाषा),  अशोक कुमार, वरिष्ट प्रबंधक (राजभाषा), डॉ० रेखा चंदोला, प्रबंधक(राजभाषा) आदि अधिकारियों की उपस्थिति में हडको क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून की गृह पत्रिका “देवालय” के तृतीय अंक का विमोचन किया गया ।

अध्यक्ष महोदय द्वारा प्रकाशन मण्डल के सभी पदाधिकारियों व सदस्यगणों को बहुत-बहुत बधाई दी गई । डॉ. आलोक कुमार जोशी, कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं)/ (राजभाषा) द्वारा हिंदी भाषा में देहरादून क्षेत्रीय कार्यालय के कार्यों की भी सराहना की तथा बैठक में अवगत कराया गया कि पूर्व में प्रकाशित प्रथम एवं द्वितीय अंक हेतु नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) द्वारा भी इन शानदार पत्रिकाओं हेतु पुरस्कृत किया गया तथा पत्रिका प्रकाशन के लिए बहुत – बहुत बधाई दी। श्री संजय भार्गव, क्षेत्रीय प्रमुख द्वारा इस विमोचन हेतु धन्यवाद दिया। इस बैठक में क्षेत्रीय कार्यालय, देहरादून से एके लालवानी, संयुक्त महाप्रबंधक(वित्त)/नोडल अधिकारी(रा.भा.), बलराम सिंह चौहान, प्रबंधक(आई.टी.)/ नोडल सहायक(रा.भा.), शंकर चौधरी, प्रबंधक(विधि) एवंविवेक प्रधान, प्रबंधक(परि.) ने भाग लिया।

ब्रेकिंग: स्वास्थ्य विभाग में 41 चिकित्सकों के हुए प्रमोशन, सचिव डॉ.आर.राजेश कुमार ने किए आदेश जारी

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देहरादून। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने 41 चिकित्सकों को पदोन्नति का तोहफा दिया है। जिन्हें पदोन्नत कर संयुक्त निदेशक बनाया गया है। उत्तराखंड शासन के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अनुभाग-1 द्वारा संख्या 331 दिनांक 13/03/23 द्वारा सचिव डा आर राजेश कुमार के हस्ताक्षर से जारी शासनादेश मे कहा गया है कि 41 चिकित्सकों को पदोन्नति देकर संयुक्त निदेशक बनाया गया है जिन्हें अब 37400- 6700 ग्रेड वेतन 8700 प्राप्त होगा। पदोन्नति प्राप्त करने वाले चिकित्सकों मे डा आनन्द शुक्ला,डा शशि बाला बासन आदि के नाम शामिल हैं।

सूबे में टीबी को हराने में जुटें हैं आठ हजार नि-क्षय मित्र

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देहरादून, उत्तराखंड को टीबी मुक्त करने के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेशभर में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत अबतक प्रदेश में 8688 नि-क्षय मित्रों का पंजीकरण किया जा चुका है जो टीबी रोग को हराने के लिये टीबी मरीजों की मदद करने में जुटे हैं। इन नि-क्षय मित्रों की मदद से अबतक 11635 टीबी मरीज लाभान्वित हो चुके हैं। उत्तराखंड देश के उन शीर्ष राज्यों में से एक है जहां सर्वाधिक नि-क्षय मित्रों का पंजीकरण किया गया है, इस उपलब्धि को हासिल करने में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अग्रणी भूमिका रही है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेशभर में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सूबे में नि-क्षय मित्रों का पंजीकरण कराया जा रहा है, जो प्रदेशभर में चिन्हित टीबी मरीजों को गोद लेकर टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान में अहम भूमिका निभा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अकांड़ों के अनुसार प्रदेशभर में अबतक 8 हजार 688 नि-क्षय मित्रों का पंजीकरण कराया जा चुका है। जिसमें अल्मोड़ा जनपद में 473, बागेश्वर में 149, चमोली में 202, चम्पावत में 155, देहरादून में 1166, पौड़ी में 459, हरिद्वार में 1882, नैनीताल में 1274, पिथौरागढ़ में 240, रूद्रप्रयाग में 218, टिहरी गढ़वाल 306, ऊधम सिंह नगर में 1973 और उत्तरकाशी में 191 शामिल है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेशभर में 12 हजार 264 चिन्हित टीबी मरीज हैं जिनमें से 11 हजार 635 टीबी रोगी इन नि-मित्रों के सामुदायिक सहायोग से लाभान्वित हो रहे हैं। जिसमें अल्मोड़ा जनपद के 544, बागेश्वर के 130, चमोली के 316, चम्पावत के 232, देहरादून के 1664, पौड़ी के 370, हरिद्वार के 3494, नैनीताल के 1206, पिथौरागढ़ के 143, रूद्रप्रयाग के 237, टिहरी गढ़वाल के 435, ऊधम सिंह नगर के 2429 और उत्तरकाशी के 435 मरीज शामिल हैं। वर्ष 2024 तक टीबी मुक्त उत्तराखंड के लक्ष्य को हासिल करने के लिये प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत लगातार प्रयासरत हैं, उन्हीं के प्रयासों और कुलश नेतृत्व का नतीजा है कि उत्तराखंड देश के उन शीर्ष राज्यों में शुमार है जहां टीबी मरीजों की देखभाल एवं सामुयिक सहयोग के लिये सर्वाधिक नि-क्षय मित्रों का पंजीकरण किया गया है। प्रदेश में नि-क्षय मित्रों के बढ़ते सहयोग से निश्चित ही उत्तराखंड टीबी मुक्त प्रदेश का लक्ष्य हासिल करने में शीघ्र कामयाब हो जायेगा।

उत्तराखंड को वर्ष 2024 तक टीबी मुक्त करने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसे शीघ्र ही हासिल कर दिया जायेगा। बड़ी तादाद में लोग नि-क्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को गोद लेने के लिये आगे आ रहे हैं जो कि एक सुखद अहसास है। प्रदेशव्यापी इस अभियान में सूबे के राजकीय एवं निजी शिक्षण संस्थानों, विभिन्न विभागों व संगठनों, व्यापारिक घरानों सहित अधिकारियों एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त हो रहा है-

उत्तराखंड़ की आरुषि सुंद्रियाल बनी भारतीय युवा कांग्रेस में पहली राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट

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नई दिल्ली, कांग्रेस हाई कमान ने अपने यूथ विंग की राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट की सूची जॎरी की है, हाल ही में यूथ कांग्रेस की देशभर से 10 राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट की सूची जारी की, जिसमें उत्तराखंड से आरुषि सुंद्रियाल का नाम शामिल है। इससे पहले आरुषि सुंद्रियाल 3 वर्षों से यूथ कांग्रेस में प्रदेश प्रवक्ता उत्तराखंड के पद पर नियुक्ति थी।

पिछले वर्ष यूथ कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था जिसके बाद संगठन में सभी प्रवक्ताओं के पद रद्द हो गए थे जिसके लगभग 6 महीने के गहरे चिंतन मंथन के बाद पार्टी ने नई सूची जारी की है। जिसके बाद उत्तराखंड में आरूषी के समर्थक लगातार सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें पोस्ट कर बधाई दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कम समय में इतना महत्वपूर्ण दायित्व प्राप्त कर लेना लंबे समय से पार्टी में जुड़े लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस मौके पर आरुषि सुंद्रियाल ने कहा, “लोगों ने मेरी बुलंदियां देखी किसी ने पांव के छाले नहीं देखे, अधिकतम लोग सारा जीवन पार्टी के साथ बिताने के बावजूद भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हिस्सा नहीं बन पाते। मेरे लिए यह है अत्यंत सौभाग्य की बात है कि मैं राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपनी जगह बना पाई। उन्होंने बताया कि वह एक साधारण परिवार का हिस्सा है और उनके लिए यह सफर बिल्कुल भी सरल नहीं था। आमतौर पर राजनीति में भाई भतीजावाद देखने को मिलता है और ऐसे महत्वपूर्ण पदों पर बड़े नेताओं से संबंध रखने वालों को ही स्थान मिल पाता है साथ ही राजनीति में आई महिलाओं पर कुदृष्टि रखने वालों की भी कहां कमी होती है। परंतु कांग्रेस ऐसी पार्टी है जहां टैलेंट की कद्र है साथ ही यहां मेहनत और ईमानदारी से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाता है।